लखनऊ (ब्यूरो)। नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एनसीईआरटी) ने केमिस्ट्री क्लास 10 के कोर्स से पीरियॉडिक टेबल का चैप्टर हटा दिया है। एनसीईआरटी का कहना है कि यह स्टूडेंट्स का बोझ कम करने के लिए किया गया है, लेकिन इस फैसले से स्कूल व टीचर्स सहमत नहीं है। उनका कहना है कि एक तरफ एनसीईआरटी अकेडमिक्स से अहम चैप्टर हटा रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ यही सवाल नीट, जेईई से लेकर कई कॉम्पिटिटिव एग्जाम में पूछे जाते हैं। ऐसे में जब पढ़ाई के दौरान ही उनका बेसिक क्लियर नहीं होगा तो वे आगे तैयारी कैसे कर सकेंगे।

इनऑर्गेनिक केमिस्ट्री का बेस है पीरियॉडिक टेबल

पायनियर मॉन्टेसरी स्कूल की केमिस्ट्री टीचर रंजना मिश्रा का कहना है कि 10वीं से पीरियॉडिक टेबल का हटाया जाना सही फैसला नहीं है। यह इनऑर्गनिक केमिस्ट्री का बेस है। अगर बच्चे को एलिमेंट्स की ही जानकारी नहीं होगी तो वह इनऑर्गनिक केमिस्ट्री को समझ ही नहीं पाएगा। 10वीं में इंड्रोडक्शन के पार्ट के अलावा पीरियॉडिक टेबल का कुछ पार्ट होता है। ऐसे में हम लोग उन्हें 10वीं में थोड़ी जानकारी के बाद 11वीं में डिटेल में पढ़ाते हैं। यह एक ऐसा टॉपिक है जो बच्चों को जल्दी समझ नहीं आता। इस तरह के फैसले से उनको समस्या आएगी।

बेसिक चैप्टर ही हटा दिए गए

कई टीचर्स का कहना है कि कोविड के समय में सीबीएसई के सिलेबस में कई इंपॉर्र्टेंट चैप्टर होते थे, जिसे कम कर दिया गया था। जैसे 12 केमिस्ट्री में 16 चैप्टर थे, इसमें से 6 चैप्टर को कोविड के दौरान हटा दिया गया था, लेकिन इनको दोबारा जोडऩे की बजाय सिलेबस से ही हटा दिया गया। एनसीईआरटी ने कई बेसिक चैप्टर्स को सिलेबस से हटाया है।

कॉम्पिटीशन में सवाल पूछे जाएंगे

डीपीएस जानकीपुरम में केमिस्ट्री लेक्चरर संजय तोमर का कहना है कि मैं इस फैसले से असहमत हूं। एक तरफ एनसीईआरटी अकेडमिक्स से इस तरह के टॉपिक्स हटाए जा रहे हंै, लेकिन कॉम्पिटिटिव एग्जाम में इसी से सवाल पूछे जाते हैं। इस साल के नीट व जेईई एग्जाम भी इनऑर्गेनिक केमिस्ट्री के अधिक सवाल पूछे गए थे। जैसे इन्होंने क्लास 12वीं में से ब्लॉक पी व ब्लॉक एस हटा दिया है। यह भी इनऑर्गेनिक केमिस्ट्री का पार्ट था। सवाल कॉम्पिटीशन में सब यही पूछे जाएंगे। क्लास में बेस क्लियर नहीं होगा तो पढ़ेंगे कैसे।

अब तो किताबों में चैप्टर भी नहीं मिलेंगे

अमूमन प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स को सलाह दी जाती है कि एनसीईआरटी की किताबों से बेसिक्स क्लियर करने के लिए तैयारी करें। पहले इन किताबों में टॉपिक्स दिए रहते थे, जिनको पढऩा होता था वो पढ़ लेता था। नई एनसीईआरटी में हटाए गए टॉपिक्स ही नहीं हैं। ऐसे में तैयारी करने वाली किताबों से कैसे पढ़ेंगे। अकेडमिक लेवल पर कोई खास फर्क न भी पड़े तो भी कॉम्पिटीशन की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स को बहुत नुकसान होगा।

क्लास 10 में इन टॉपिक्स को किया कम

-थ्योरी ऑफ इवोल्यूशन

-एन्वायरमेंटल सस्टेनबिलिटी और सोर्स ऑफ एनर्जी

-डेमोक्रेसी