- 13 घंटे बाद कुकरैल नाले में 8 मीटर दूरी पर मिली डेडबॉडी

- जंगल में दोस्तों के साथ पिकनिक मानने गया था मानव

LUCKNOW : सेल्फी का शौक खतरनाक नहीं बल्कि जानलेवा बन रहा है। खासकर टीन एजर्स व यूथ सेल्फी के चक्कर में अपनी जान गंवा रहे हैं। सेल्फी के शौक ने एक नेशनल प्लेयर की जान ले ली। 17 वर्षीय रोल बॉल का प्लेयर मानव दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने कुकरैल पिकनिक स्पॉट गया था। सेल्फी के दौरान मानव गहरे नाले में गिर गया और 13 घंटे बाद एसडीआरएफ की टीम ने शव को नाले से निकाला। हालांकि किशोर के पिता ने उसकी मौत पर संदेह जताते हुए दोस्तों पर आरोप लगाया है। गुडंबा पुलिस मामले की जांच कर रही है।

कब क्या हुआ

- दोपहर 3 बजे मानव घर से पिकनिक स्पॉट को निकला

- शाम 5.15 बजे दोस्तों ने कंट्रोल रूम 112 पर नाले में डूबने की सूचना दी

- शाम 6 बजे गुडंबा पुलिस नोकेशन को ट्रेस करते हुए पर पहुंची

- शाम 6.15 बजे एसडीआरएफ व फायर ब्रिगेड ने रेस्क्यू शुरू किया

- दूसरे दिन सुबह 8 बजे एसडीआरएफ की टीम ने डेडबॉडी नाले से बरामद की

तीन गाडि़यों से पांच दोस्त पहुंचे थे

पुराना महानगर छन्नीलाल चौराहा निवासी मनोज वर्मा सिविल डिफेंस में सीनियर डिप्टी कंट्रोलर हैं। वर्तमान में वह झांसी में पोस्ट हैं। परिवार में पत्नी शैल, बेटी सौम्या और इकलौता बेटा मानव (17) था। बहन सौम्या ने बताया कि मानव बुधवार दोपहर 3 बजे स्कूटी लेकर घर से निकला था। वह पैसे मांग रहा था, लेकिन मां के सोने के चलते वह ऐसे ही चला गया। पुलिस के अनुसार मानव के साथ उसके स्कूल के दोस्त आयुष, आर श्रीवास्तव, दीपांक सिंह और हमजा खान थे। पांचों दोस्त तीन गाडि़यों से कुकरैल पिकनिक स्टॉप के जंगल में गए थे। पुलिस ने चारों दोस्तों से पूछताछ की। वहीं पिता मनोज ने संदेह जताते हुए गुडंबा थाने में केस दर्ज कराया है।

8 मीटर की दूरी पर मिली डेडबॉडी

मानव के नाले में डूबने की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ व फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंच कर गहरे नाले में उसकी तलाश शुरू की। सर्च ऑपरेशन के बाद भी रात भर उसका पता नहीं चल सका। सुबह 8 बजे एसडीआरएफ की टीम को उसका नाले से शव मिला। जहां से उसके गिरने की जानकारी दी गई थी, वहां से ठीक 8 मीटर की दूरी पर शव झाडि़यों में फंसा मिला।

नेशनल प्लेयर था, जीते थे कई अवॉर्ड

पिता मनोज वर्मा ने बताया कि मानव 11वीं पास करने के बाद इस साल 12वीं में पहुंचा था। वह कॉमर्स लेना चाहता था, जिसके चलते उसका एडमिशन इस बार सेंट्रल स्कूल में कराया था। उसके चारों दोस्त पुराने स्कूल माउंड फोर्ड के साथी थे। मानव रोल बॉल का प्लेयर था और इंडिया लेवल पर उसने जूनियर के साथ सब जूनियर में कई मेडल जीते थे।

सुनसान जंगल में क्यों गए

मानव और उसके दोस्त पिकनिक स्पॉट घूमने गए थे। वह पिकनिक स्पॉट को छोड़ कर गहरे जंगल में क्यों गए थे। वह उस जगह गए थे जहां दो पहिया वाहन भी नहीं पहुंच सकता था। काफी दूर अंदर तक गए जहां आम लोग या घूमने आने वाले लोग नहीं जाते हैं।

बर्थ डे से पहले चाहिए था गिफ्ट

पिता मनोज वर्मा ने बताया कि वह झांसी से बीते शुक्रवार को घर आए थे। मानव का बर्थ डे 12 नवंबर होता है, लेकिन उसने अपने लिए जींस व टी शर्ट मांगी थी। बेटे को मनोज ने टी शर्ट गिफ्ट की थी और बुधवार को वह पापा की दी हुई टी शर्ट पहनकर घर से निकला था।

अब किसके लिए ट्रांसफर लू

इकलौते बेटे की मौत से टूटे पिता रोते हुए बोले कि जिस बेटे को स्पो‌र्ट्स मैन बनाने के लिए सपना संजो रहा था। झांसी से वापस लखनऊ ट्रांसफर कराने के लिए अफसरों से निवेदन किया था। अब वह बेटा ही नहीं रहा तो किसके लिए ट्रांसफर कराऊं।

पापा बहुत खुश था भाई

मानव की बहन सौम्या ने रोते हुए अपने पापा से कहा कि घर से जाते समय भाई बहुत खुश था। वह स्कूटी की चाबी और मम्मी से पैसा मांग रहा था। मम्मी सो रही थी तो उन्हें डिस्टर्ब न हो तो बिना पैसे लिए चला गया।

बाक्स

बोर्ड लगा पूरी कर रहे जिम्मेदारी

कुकरैल नाला बेहद खतरनाक व गहरा है। सिंचाई विभाग व वन विभाग ने केवल चेतावनी बोर्ड लगाकर अपनी खानापूर्ति कर ली। हालांकि जंगल व नाले के आस-पास वन विभाग व पुलिस की पिकेट नहीं होती है। अक्सर लोग सुनसान जंगल में जाकर बैठते हैं और नशा भी करते हैं। यहीं नहीं नाले के पानी में छोटे-छोटे बच्चे नहाने जाते हैं और अक्सर वहां हादसे होते हैं। सुरक्षा के नाम पर कोई व्यवस्था तक नहीं है।

इन सवालों ने उलझाया

सवाल 1- दोस्तों के पास मानव के फैमिली मेंबर्स का नंबर था, लेकिन उन्होंने फैमिली मेंबर्स को सूचना नहीं दी। पुलिस ने मानव की मां शैल को फोन पर हादसे की जानकारी दी?

सवाल 2- पहले उनका कहना था कि सेल्फी लेते समय वह नाले में गिरा, फिर कहा कि नाले में नहा रहे दो बच्चों ने उसके गिरने की जानकारी उन लोगों को दी। फिर कहा उसे गिरते हुए दोस्तों ने नहीं देखा?

सवाल 3- नाले में गहराई सात फीट के करीब है और मानव की लंबाई छ फीट की है। सेल्फी नाले के ऊपर से ले रहा था तो पानी में गिरते वह गहराई तक कैसे पहुंच गया और क्या मदद के लिए उसने शोर नहीं मचाया?

सवाल 4- चार दोस्त उसे बचाने के प्रयास करने की जगह किनारे खड़े होकर उसे डूबते देखते रहे, लोगों से मदद क्यों नहीं मांगी? दो लड़के वहां नहा रहे थे वह कहां गए और उसने क्यों मदद नहीं मांगी?

सवाल 5- मानव के चार दोस्तों में एक से कुछ दिन पहले झगड़ा भी हुआ था। इसके बाद भी वह उनके साथ पिकनिक मनाने गया। नाले से जब उसका शव निकला तो नाक से खून बह रहा था, यही देख पिता को उसकी मौत पर संदेह हुआ, आखिर डूबने से नाक में खून कैसे निकल सकता है?

पहले भी हो चुके हैं हादसे

डेट 6 दिसंबर 2015

छुट्टी पर घर आया था

गोमतीनगर के पत्रकारपुरम निवासी राजकुमारी द्विवेदी का बेटा सत्यम (27) दिल्ली की एक रियल स्टेट कंपनी में जॉब करता था। वह अक्टूबर में छुट्टी पर घर आया था। छह दिसंबर को दोपहर करीब ढाई बजे वह घर से निकला था। उसके दोस्त ने बताया कि आनंदी वाटर पार्क के पास नहर पुल पर सेल्फी लेते समय सत्यम के गायब होने की बात बताई है, आशंका जताई कि शायद सत्यम नहर में गिर गया था।

डेट 12 मार्च 2018

सिंचाई के पाइप से बाहर निकाला

इंदिरानगर निवासी आलोक यादव एक निजी स्कूल में 11वीं का छात्र था। रात करीब 11 बजे वह अपने दोस्तों संग गोमती रिवर फ्रंट घूमने के लिए गया हुआ था। वह रेलिंग पर चढ़कर सेल्फी लेने लगा। इस बीच उसका पैर फिसला और वह नदी में जा गिरा। दोस्तों ने अपनी शर्ट और सिंचाई के पाइप की मदद से पानी में डूब रहे युवक को बाहर निकाला।

डेट 2 दिसंबर 2019

नहर से बाहर निकाला पर हो गई मौत

चिनहट के तिवारीगंज निवासी संदीप, आकाश, संजीत और राम गुप्ता घूमने निकले। शाम करीब छह बजे ड्रीम वैली पहुंचे। संदीप, संजीत और राम नहर की रेलिंग पर चढ़ गए और लटककर सेल्फी लेने लगे। इस दौरान संदीप का पैर फिसल गया और तीनों नहर में जा गिरे। मौके पर पहुंचे लोग तीनों को बचाने के लिए नहर में कूद गए। संजीत और राम को तो निकाल लिया गया, लेकिन संदीप को निकालने में पंद्रह मिनट से ज्यादा समय लग गया। इलाज के दौरान देर शाम उसकी मौत हो गई।

डेट 15 जुलाई 2017

और कागज की तरह जल गया

फैजुल्लागंज निवासी संदीप मौर्या शाम करीब 4.27 बजे अपनी प्रेमिका व उसके परिजनों के साथ वैष्णो देवी जाने के लिए ट्रेन पकड़ने चारबाग स्टेशन आया था। संदीप प्लेटफार्म पर दूसरे ट्रैक पर खड़ी मालगाड़ी के इंजन पर चढ़ गया। प्रेमिका को दिखाने के लिए वह मोबाइल से सेल्फी ले रहा था। सिर के ऊपर से 25000 वोल्ट की ओवर हेड इलेक्ट्रिक लाइन गुजर रही थी। सेल्फी लेने के दौरान उसका संतुलन बिगड़ गया और वह ओएचई की चपेट में आ गया। चपेट में आने के बाद संदीप कागज की तरह जल गया।

डेट 4 जुलाई 2017

ट्रॉमा में कराया भर्ती

ठाकुरगंज की जफरिया कॉलोनी निवासी जाहिद हुसैन का बेटा फाजिल अपनी बहन फरजीना, सामिया और लाइबा के साथ इमामबाड़ा आया था। फाजिल अपने मोबाइल फोन से सेल्फी लेने लगा। सेल्फी खींचते समय उसका चश्मा नीचे गिर गया। चश्मा पकड़ने की कोशिश में वह असंतुलित हो गया और नीचे गिर पड़ा। खून से लथपथ फाजिल को उठाकर ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया।