- सुल्तानपुर के डॉक्टर के साथ गोमती नगर का एक डॉक्टर भी पुलिस के राडार पर

- सफेदपोश माफिया के शारदा अपार्टमेंट में हुआ था शूटर गिरधारी का इलाज

- विशाल नाम के युवक से हो रही थी वाट्सएप कॉल पर बात

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LUCKNOW :

अजीत सिंह हत्याकांड में हर दिन नए खुलासे हो रहे है। गैंगवार में घायल शूटर गिरधारी को सफेदपोश माफिया के गोमती नगर विस्तार स्थित शारदा अपार्टमेंट में रखा गया था। गोमती नगर के एक डॉक्टर से प्राथमिक इलाज के लिए उसे सुल्तानपुर एक कार से भेजा गया था। जहां डॉक्टर एके सिंह के हॉस्पिटल में गिरधारी का इलाज चला और तीन दिन तक उसे वहीं एडमिट रखा गया था।

शारदा अपार्टमेंट में फ‌र्स्ट एड

गैंगवार में अजीत सिंह के साथी की गोली चलने से शूटर गिरधारी घायल हो गया था। वारदात के बाद उसे साथियों के साथ लाल कार से विभूतिखंड स्थित रोहताश अपार्टमेंट में छोड़ा गया था। इसके बाद उसे दूसरी कार गोमती नगर विस्तार स्थित शारदा अपार्टमेंट के एक फ्लैट में पहुंचा गया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक यह फ्लैट पूर्वाचल के सफेदपोश माफिया का है और वहां उसका गुर्गा विशाल रहता है। इसी फ्लैट पर घायल गिरधारी व प्रदीप कबूतरा का गोमती नगर के एक डॉक्टर से प्राथमिक इलाज भी कराया गया था।

तीन दिन तक भर्ती था हॉस्पिटल में

गोमती नगर के डॉक्टर ने गोली लगने की जानकारी मिलने पर इलाज करने से इंकार कर दिया था। इसके बाद घायल शूटर को कार से सुल्तानपुर पहुंचाया गया जहां डॉक्टर एके सिंह के हॉस्पिटल में उसका इलाज किया गया। डॉ। एके सिंह मूलरूप से आजमगढ़ के रहने वाले हैं और उनका सुल्तानपुर में प्राइवेट हॉस्पिटल है। सूत्रों के मुताबिक घायल शूटर को तीन दिन तक वहां एडमिट भी रखा गया और उसका इलाज चलता रहा। ठीक होने पर उसे वहां से सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया।

हर पल की अपडेट ले रहा था सफेदपोश

जिस फ्लैट पर शूटरों ने घायल होने के बाद शरण ली थी वह पूर्वाचल के सफेदपोश माफिया का फ्लैट है। उसका गुर्गा विशाल सिंह वहां रहता है। घटना के बाद से लेकर शूटर के इलाज और उसके सुल्तानपुर भेजने तक माफिया लगातार विशाल सिंह से वाट्सएप कॉल के जरिए संपर्क में था। माना जा रहा है कि शूटर गिरधारी के गैंगवार में दो गोलियां लगी थी।

जेल तक पहुंची एफआईआर कॉपी

सूत्रों के मुताबिक अजीत सिंह के मर्डर के बाद दर्ज कराई गई नामजद एफआईआर की काफी आजमगढ़ जेल तक पहुंचाई गई। आजमगढ़ जेल में कुंटू सिंह बंद है। इस केस में वह भी नामजद आरोपी है। उसके हत्या की एफआईआर की काफी आजमगढ़ जेल तक पहुंचाई गई।

कोर्ट में डाली सरेंडर एप्लीकेशन

अजीत सिंह मर्डर केस में नामजद आरोपी गिरधारी की मुश्किलें बढ़ती जा रही थी। चारों तरफ से घिरा होने पर गिरधानी शर्मा उर्फ कन्हैया विश्वकर्मा उर्फ डॉक्टर लखनऊ के सीजेएम कोर्ट में सरेंडर एप्लीकेशन डाली थी। सीजेएम कोर्ट ने लखनऊ पुलिस से इसकी रिपोर्ट भी मांगी थी। हालांकि एक लाख का इनामी इसके पीछे लखनऊ पुलिस का ध्यान भटकाना चाहता था। बनारस से लेकर आजमगढ़ तक कई अपराधिक वारदात को अंजाम देने वाले एक लाख का इनामी गिरधारी की बनारस पुलिस के साथ-साथ एसटीएफ, लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट जमकर तलाश कर रही थी। सभी तरह से घिरता देख गिरधारी ने यह पाशा फेंका।

दिल्ली में 9 एमएम पिस्टल के साथ गिरफ्तारी

एक तरह लखनऊ कमिश्नरेट के साथ-साथ कई जिलों की पुलिस गिरधारी की तलाश कर रही थी। वहीं कोर्ट में सरेंडर एप्लीकेशन डालकर सबका ध्यान भटकाने वाला गिरधारी दिल्ली फरार हो गया। सोमवार देर शाम उसके दिल्ली में 9 एमएम पिस्टल के साथ पकड़े जाने की चर्चा रही। दिल्ली के उत्तरी जिला पुलिस शाहबाद डेयरी इलाके से उसकी गिरफ्तारी चर्चा रही, हालांकि पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने देर रात तक इसकी पुष्टि नहीं की।