- पुलिस ने तीन युवकों को किया गिरफ्तार, चौथा फरार

- फायरिंग और 9 एमएम के बुलेट का राज खड़ा कर रहे कई सवाल

LUCKNOW : बंथरा में गुरुवार रात गोली मारकर की गई कारपेंटर अमरेश की हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने मामले में मृतक के गांव के 3 युवकों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से 315 बोर के दो तमंचे, दो जिंदा कारतूस और एक खोखा बरामद किया है। पुलिस हत्या की वजह पैसे के लेनदेन को बता रही है।

पुलिस का कहना पैसों के लेन-देन में हुई हत्या

मामले में पुलिस ने शुक्रवार को गांव के अमन उर्फ मुस्ताक, आकाश गौतम और गोलू उर्फ राजकुमार को हिरासत में ले लिया था। पुलिस ने शनिवार को तीनों के पास से 315 बोर के दो तमंचे, दो जिंदा कारतूस और एक खोखा बरामद करने का दावा करते हुए उन्हें जेल भेज दिया। पुलिस की मानें तो घटना का मुख्य आरोपी पंकज फरार है। पुलिस का कहना है कि अमरेश का गांव के पंकज रावत से पैसे के लेनदेन का विवाद था, जिसको लेकर ही पंकज ने अमरेश को गोली मारी है। पुलिस ने तीनों युवकों को कमलापुर से सिसेंडी रोड पर जालिम खेड़ा खड़ंजा तिराहे से शनिवार सुबह करीब 9.15 बजे गिरफ्तार करने का दावा किया है।

फायरिंग की गुत्थी खड़े कर रही सवाल

पीजीआई में दवा व्यापारी के साथ हुई लूट के मामले को लेकर गुरुवार रात पीजीआई और बंथरा पुलिस के अलावा क्राइम ब्रांच की टीम माती गांव पहुंची थी। ग्रामीणों की मानें तो उस दौरान मृतक अमरेश सहित गांव के कुछ युवक गांव के बाहर प्राथमिक विद्यालय के पीछे आग जला कर तापने के साथ वहां शराब पी रहे थे, जहां पुलिस की 9 गाडि़यां पहुंचते ही सभी लोग भागने लगे। इस दौरान पुलिस द्वारा उन पर फायरिंग भी की गई। हालांकि पुलिस फायरिंग की बात से साफ इंकार कर रही है।

9 एमएम के कारतूस का राज दफन

पोस्टमार्टम के बाद शनिवार को गांव पहुंचे अमरेश के शव का पुलिस की मौजूदगी में अंतिम संस्कार कर दिया गया। घटना से ग्रामीणों में दहशत है। कोई भी खुलकर कुछ बोलने को तैयार नहीं है, लेकिन ग्रामीणों में इतनी जरूर चर्चा है कि शुक्रवार को घटनास्थल पर 9 एमएम जैसा एक जिंदा कारतूस मिला था, जिसे मृतक के भाई सनी ने पुलिस के सुपुर्द कर दिया। वहीं पुलिस इससे इंकार कर रही है।