लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में बड़ी संख्या में लोग डेंगू की चपेट में आ रहे हैं। वायरल इंफेक्शन की वजह से इस बार मरीजों में कई अलग-अलग तरह की समस्याएं भी देखने को मिल रही हैं। डेंगू के मरीजों के फेफड़े और पेट तक में पानी भर रहा है। जिससे मरीज को सांस लेने और खाने में समस्या हो रही है। हालांकि, दवा से ही मरीज ठीक हो जा रहे हैं।

पानी ज्यादा पीने से समस्या

केजीएमयू के एमएस डॉ। डी हिमांशु के मुताबिक डेंगू के मरीजों में कई तरह की समस्या देखने को मिल सकती हैं। जिसमें कैपिलरी लीक सिंड्रोम यानि पानी भरने की भी समस्या हो सकती है। इसमें लंग की झिल्ली और पेट में पानी भर जाता है। यह समस्या ज्यादातर उन लोगों में देखने को मिलती है जो हद से ज्यादा पानी पी लेते है। इसीलिए कहा जाता है कि डेंगू में मरीज को दो एमएल प्रति किलो प्रति घंटा के अनुसार लिक्विड का सेवन करना चाहिए, इसलिए बीमारी में कम या अधिक पानी पीने से बचना चाहिए। हालांकि, यह समस्या दो-तीन दिन में अपने आप ठीक हो जाती है। संस्थान मे इस तरह के कई मरीज आ रहे है। जिनको दवा से ही ठीक किया जा रहा है।

10 फीसद मरीजों में समस्या

राजधानी में नवंबर माह में ही 350 से अधिक डेंगू के मरीज आ चुके हैं। जिसमें बड़ी संख्या में मरीज अस्पतालों के डेंगू वार्ड में भर्ती हो रहे हैं। लोकबंधु अस्पताल के एमएस डॉ। अजय शंकर त्रिपाठी बताते है कि इस बार डेंगू के मरीजों के लंग्स और पेट तक में पानी भरने की समस्या देखने को मिल रही है। इस तरह के करीब 10 फीसद मामले देखने को मिल रहे है। क्योंकि वायरल फीवर में कई बार लीकेज हो जाता है। जिससे पेट में पानी भरने की समस्या होने लगती है।

डरने की जरूरत नहीं

डॉ। डी हिमांशु के अनुसार मामले इतने गंभीर नहीं है कि पानी निकालने की जरूरत पड़े। यह दवा या अपने आप सूख जा रहे है। अगर लोगों को डेंगू में सांस लेने में दिक्कत हो तो थोड़ा सर्तक हो जाये। और तुरंत ही अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

डेंगू में ज्यादा पानी पीने से लंग या पेट में पानी भरने की समस्या हो जाती है। ऐसे में अधिक पानी पीने से बचना चाहिए। हालांकि, यह समस्या अपने आप ठीक हो जाती है।

-डॉ। डी हिमांशु, एमएस केजीएमयू

डेंगू के डंक से 45 हुए बीमार

राजधानी में तमाम प्रयासों के बावजूद डेंगू के मामले सामने आने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को राजधानी के विभिन्न इलाकों में 45 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई। वहीं, लगभग 2412 घरों एवं आसपास मच्छरजनित स्थितियों का सर्वेक्षण किया गया और कुल 14 घरों में मच्छरजनित स्थितियां पाए जाने पर नोटिस जारी किया गया। जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में 45 डेंगू पॉजिटिव रोगी पाए गये। इसमें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के तहत अलीगंज में 3, टूडियागंज में 3, इंदिरानगर में 4, चंदरनगर में 4, ऐशबाग में 3, मलिहाबाद में 2, बीकेटी 2, एनके रोड में 3, सिल्वर जुबली में 3, रेडक्रास में 3, काकोरी में 2, माल में 3, गोसाईगंज में 2, चिनहट में 3, गुडंबा में 3, इटौंजा में 2 केस पाए गए। इसके अतिरिक्त नगर मलेरिया इकाई एवं जिला मलेरिया अधिकारी की टीमों द्वारा जनपद के विभिन्न स्थलों-भवनों का निरीक्षण किया गया तथा लार्वा रोधी रसायन का छिड़काव किया गया।