लखनऊ (ब्यूरो) । रेलवे बोर्ड के 90 रूट में आरडीएसओ और आरएलडीए ने नार्थ-वेस्ट कारिडोर का चयन किया है। इसमें ट्रेन को दिल्ली से अहमदाबाद के बीच दौड़ाकर ट्रायल होगा। बता दें कि रेलवे बोर्ड ने 200 किमी। की रफ्तार से चलने वाली पहली ट्रेन के लिए दिल्ली-आगरा रूट को हरी झंडी दी है। यह सबसे छोटा ट्रैक है जिसपर रेलवे को ट्रैक बिछाकर ट्रेन चलाना सबसे आसान होगा। आरडीएसओ और आरएलडीए इस परियोजना से जुड़े सभी बिंदुओं पर रिपोर्ट तैयार कर रेलवे बोर्ड को देंगे।

दिल्ली से आगरा रूट पर पहली ट्रेन 2024 में

आरडीएसओ अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली से आगरा रूट पर पहली ट्रेन 2024 तक चलेगी। पूरी परियोजना को अमलीजामा पहनाने में तीन साल का वक्त लगेगा। इसमें यात्री डिब्बे, ट्रैक निर्माण, इलेक्ट्रिक इंजन आदि तमाम बिंदुओं पर अध्ययन किया जाएगा। 2022 में रिपोर्ट सौंपने के बाद परियोजना के लिए बजट का आवंटन होगा।

2500 किमी लंबे ट्रैक पर होगा ट्रायल
नार्थ-वेस्ट रूट पर दिल्ली से अहमदाबाद के बीच 5761 किलोमीटर के रूट को टेस्ट ट्रैक में बदला जाएगा। इसमें से 2500 किमी। लंबे ट्रैक पर ट्रेन की रफ्तार को परखा जाएगा। इसमें टेस्ट ट्रैक दिल्ली से हरियाणा, पंजाब, राजस्थान के रास्ते अहमदाबाद तक बिछाया जाएगा।


कपूरथला में होगा कोच डिजाइन
कपूरथला रेल कोच फैक्ट्री में 200 किमी प्रति घंटा की स्पीड की क्षमता सहने वाले कोच तैयार होंगे। आरडीएसओ इसका डिजाइन तैयार करेगा। कपूरथला के इंजीनियर को कोच तैयार करने के लिए निर्देश दे दिए गए हैं।


किस रूट पर ट्रेन दौड़ानी है इसका फैसला हो गया है। 200 किलोमीटर की रफ्तार से ट्रेन चलाने के लिए डेडीकेटेड टेस्ट ट्रैक बनाया जाएगा। ट्रायल के बाद मार्च में रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को भेजी जाएगी। इसके बाद परियोजना के लिए बजट आवंटित होगा।

संजीव भुटानी, महानिदेशक, आरडीएसओ