लखनऊ (ब्यूरो)। सिस्टम का सीवरेज अभियान के मद्देनजर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से ट्विटर पोल सर्वे किया गया। जिसमें सैकड़ों लोगों ने जुड़कर बदहाल सीवरेज सिस्टम के जिम्मेदार कारणों को लेकर अपनी राय दी। करीब 43 प्रतिशत लोगों ने माना है कि बदहाल सीवरेज सिस्टम के लिए अनियोजित प्लानिंग जिम्मेदार है। वहीं 38 प्रतिशत लोगों ने मॉनीटरिंग सिस्टम के अभाव और 19 प्रतिशत लोगों ने कहाकि सिस्टम को जनता से कोई मतलब ही नहीं है।

ये पूछा गया था सवाल

राजधानी में सीवरेज सिस्टम और नालों की स्थिति बदहाल है और जनता परेशान है। वहीं सीवरेज सिस्टम प्रोजेक्ट बनने से लोगों की उम्मीदें बंधी तो कहीं जनता को आज भी इस सुविधा का इंतजार है। आपकी नजरों में क्या है, इस बदहाल सिस्टम के क्या कारण हैैं।

लोगों ने रखी अपनी राय

अनियोजित प्लानिंग-43 प्रतिशत

मॉनीटरिंग सिस्टम का अभाव-38 प्रतिशत

जनता से कोई मतलब नहीं-19 प्रतिशत

43 प्रतिशत जनता की राय

अनियोजित प्लानिंग

ज्यादातर लोगों ने माना है कि सीवरेज सिस्टम बिछाने के लिए प्रॉपर प्लानिंग नहीं की जाती है। जिससे जनता को इस सुविधा का लाभ नहीं मिल पाता है। सीवरेज सिस्टम बिछाने के लिए अगर पहले से ही प्लानिंग की जाए और जनता का भी फीडबैक लिया जाए तो स्थिति बेहतर हो सकती है। ज्यादातर इलाकों में बिना प्लानिंग के ही सीवरेज लाइन बिछा दी गई है। पोल में शामिल लोगों की राय है कि कहीं भी सीवरेज लाइन बिछाई जाए तो पहले से प्रॉपर सर्वे कराया जाए फिर प्लानिंग के अनुसार सीवरेज लाइन बिछाकर जनता को समय से सीवरेज कनेक्शन भी दिए जाएं।

38 प्रतिशत जनता की राय

मॉनीटरिंग सिस्टम का अभाव

38 प्रतिशत जनता की राय है कि कहीं न कहीं मॉनीटरिंग सिस्टम का अभाव है। जहां सीवरेज लाइन बिछाई जाती है, वहां पर मॉनीटरिंग सिस्टम डेवलप नहीं किया जाता है। जिससे संबंधित लोग अपनी मर्जी से सीवरेज लाइन को बेतरतीब ढंग से डाल देते हैैं। अगर मॉनीटरिंग सिस्टम डेवलप किया जाए तो जनता को राहत मिलेगी। लोगों की यह भी राय है कि मॉनीटरिंग सिस्टम को कई लेवल पर डेवलप किया जाए। काम शुरू होने से लेकर समाप्ति तक और कनेक्शन दिए जाने तक हर कदम पर मॉनीटरिंग लेवल को डेवलप किया जाए। जिससे कहीं लापरवाही मिले तो उस कार्य को दुरुस्त कराया जा सके।

19 प्रतिशत जनता की राय

जनता से कोई मतलब नहीं

19 प्रतिशत लोगों की राय है कि जिम्मेदारों की ओर से जनता की सुविधा को लेकर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है। राजधानी में कई ऐसे इलाके हैैं, जहां अभी सीवरेज कनेक्शन तक नहीं दिए गए हैैं। जनता से कोई मतलब न होने की वजह से जरूरत के हिसाब से सीवरेज लाइन नहीं बिछाई जाती है। परिणामस्वरूप जनता को इस सुविधा का लाभ नहीं मिल पाता है। ऐसे में पहले तो यही प्रयास किया जाना चाहिए कि जनता की जरूरत को ध्यान में रखते हुए सीवरेज प्रोजेक्ट का खाका तैयार किया जाए।

ये कदम भी उठाए जाएं

1-निगम में शामिल नए एरियाज में सीवरेज लाइन जल्द बिछाई जाए

2-जहां सीवरेज लाइन बिछी, वहां पर शत प्रतिशत कनेक्शन दिए जाएं

3-कनेक्शन दिए जाने के बाद जनता का फीडबैक लिया जाए

4-सीवरेज सिस्टम के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया जाए

5-शिकायत मिलने पर तत्काल एक्शन लिया जाए