लखनऊ (ब्यूरो)। होटल लेवाना में लगी आग के बाद एलडीए की ओर से होटलों पर तो शिकंजा कसने का काम शुरू कर दिया गया है लेकिन एक हकीकत यह भी है कि एलडीए के 60 फीसदी अपार्टमेंट ऐसे हैैं, जहां फायर सिस्टम अधूरे हैैं। आवंटियों की ओर से उक्त समस्या को दूर करने के लिए एलडीए प्रशासन से कई बार कंपलेन भी की गई लेकिन अभी तक स्थिति जस की तस बनी हुई है। आवंटियों की मांग है कि जल्द से जल्द एलडीए की ओर से इस दिशा में कदम उठाए जाएं, जिससे उन्हें राहत मिल सके।

एजेंसियों की जिम्मेदारी

अपार्टमेंट का निर्माण कराने वाली एजेंसियों की ओर से फायर सिस्टम तो लगा दिए गए हैैं लेकिन अभी तक ये सिस्टम पूरी तरह क्रियाशील नहीं हैैं। यह समस्या लंबे समय से बनी हुई है। फायर सिस्टम के प्रॉपर काम न करने की वजह से आवंटी हर पल डरे रहते हैैं। होटल लेवाना में हुए अग्निकांड के बाद से उनका डर बढ़ गया है। उनका कहना है कि अगर अपार्टमेंट में आग लगी तो हालात भयावह हो सकते हैैं।

50 के करीब अपार्टमेंट शहर में

एलडीए के करीब 50 अपार्टमेंट शहर में बने हैैं। ये जानकीपुरम विस्तार, कानपुर रोड, अलीगंज और गोमतीनगर विस्तार में मौजूद हैैं। सबसे अधिक अपार्टमेंट गोमतीनगर विस्तार एरिया में हैैं। यहां करीब 20 से अधिक अपार्टमेंट हैैं। ये अपार्टमेंट तीन फ्लोर से लेकर 14 फ्लोर तक के हैैं। इनकी कीमत 25 लाख से लेकर 1 एक करोड़ रुपए तक है।

फायर सिस्टम पर सवाल

इन सभी अपार्टमेंट्स में फायर सिस्टम लगे तो हैैं लेकिन अधूरे हैैं। जनेश्वर एंक्लेव की बात की जाए तो यहां फायर सिक्योरिटी सिस्टम का अभी तक ट्रायल तक नहीं हुआ है। इसको लेकर कई बार एलडीए में कंपलेन की जा चुकी है लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया। स्मृति अपार्टमेंट में फायर फाइटिंग सिस्टम धूल फांक रहे हैैं। पूरे कैंपस में फायर पैनल खुले हुए हैैं। इसी तरह सृष्टि अपार्टमेंट में फायर फाइटिंग उपकरण तो लगे हैैं लेकिन अभी तक इन्हें चलाकर नहीं देखा गया है। कानपुर रोड स्थित अपार्टमेंट्स में भी यही समस्या देखने को मिल रही है। इसी तरह गोमतीनगर विस्तार के भी लगभग सभी अपार्टमेंट्स में फायर सिस्टम पर सवालिया निशान उठ रहे हैैं। इसको लेकर लखनऊ जनकल्याण महासमिति की ओर से एलडीए वीसी को पत्र भी लिखा गया है और तत्काल फायर सिस्टम दुरुस्त कराए जाने की मांग की गई है।

कोई मॉनीटरिंग सिस्टम नहीं

हैरानी की बात तो यह है कि इसको लेकर एलडीए की ओर से कोई भी मॉनीटरिंग सिस्टम तक नहीं बनाया गया है, जिसके माध्यम से अपार्टमेंट्स में लगे फायर फाइटिंग सिस्टम की जांच की जा सके। उदासीनता बरते जाने के कारण फायर फाइटिंग सिस्टम शोपीस बनते जा रहे हैैं।

बोले आवंटी

अपार्टमेंट में फायर फाइटिंग उपकरण तो लगे हैैं लेकिन उन्हें अभी तक चलाकर नहीं देखा गया है। जिसकी वजह से आग लगने की स्थिति में हालात भयावह हो सकते हैैं।

-अनुपम गुप्ता, सदस्य, सृष्टि अपार्टमेंट रेजिडेंट वेलफेयर एसो.

अपने अपार्टमेंट की बात करूं तो यहां फायर फाइटिंग सिस्टम की स्थिति चिंताजनक है। अपार्टमेंट में फायर फाइटिंग उपकरणों की कोई भी प्रॉपर व्यवस्था नहीं है। पूरे कैंपस में फायर पैनल खोलकर सी टावर में रखे हुए हैैं।

-विकास सिंह, नामित प्रेसीडेंट, स्मृति रेजिडेंट एसोसिएशन

फायर सिक्योरिटी सिस्टम के ट्रायल के लिए कई बार एलडीए प्रशासन से मांग की जा चुकी है लेकिन अभी इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया है। फायर सुरक्षा से जुड़े उपकरण न होने से आवंटी दहशत में रहते हैैं।

-प्रशांत गुप्ता, आवंटी, जनेश्वर एंक्लेव, जानकीपुरम विस्तार

गोमतीनगर विस्तार में बने दो दर्जन अपार्टमेंट्स को पुलिस द्वारा नोटिस भेजा गया है और फायर एनओसी के संबंध में जानकारी मांगी गई है। जबकि स्थिति यह है कि एलडीए ने अपूर्ण फायर सिस्टम को पूरा करके आज तक आरडब्ल्यूए को फायर सिस्टम ट्रांसफर नहीं किया है। एक बार फिर से एलडीए को पत्र लिखकर सिस्टम दुरुस्त कराए जाने की मांग की गई है।

-उमाशंकर दुबे, अध्यक्ष, लखनऊ जनकल्याण महासमिति