लखनऊ (ब्यूरो)। बीबीडी थाना क्षेत्र से अगवा कर गैस एजेंसी कर्मी ब्रजेश वर्मा की हत्या उसकी पत्नी ने अपने प्रेमी और उसके हिस्ट्रीशीटर दोस्त के साथ मिल करवाई थी। हत्या के लिए 50 हजार रुपये की सुपारी दी गई थी। जिसमें पहली किस्त के रूप में 10 हजार रुपये दे दिए थे और बाकी की रकम खुद कमाकर देने का वादा किया था। सोमवार को पुलिस ने हत्यारोपियों के साथ हत्या की साजिश में शामिल पत्नी को गिरफ्तार कर लिया।

सात मार्च को बाराबंकी में मिला था शव

एडीसीपी पूर्वी सैय्यद अली अब्बास ने बताया कि मूलरूप से बाराबंकी रामसनेहीघाट निवासी ब्रजेश वर्मा की पत्नी सुमन वर्मा ने उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। इसके आधार पर पुलिस ब्रजेश की तलाश कर रही थी। इसी बीच गोमती नदी में सात मार्च को उसका शव मिला। उसके बाद कॉल डिटले और साक्ष्यों के आधार पर हत्या में शामिल उसकी पत्नी सुमन वर्मा, उसके मित्र अनुज और हिस्ट्रीशीटर मनोज कुमार को गिरफ्तार किया गया।

आंखों से सामने प्रेमिका को पीटता था

पूछताछ में हत्यारोपी अनुज ने बताया कि वह ब्रजेश के साथ गैस एजेंसी में काम करता था। ब्रजेश के घर आने-जाने के दौरान उसके उसकी पत्नी सुमन वर्मा से संबंध बन गए। ब्रजेश रोज नशे में सुमन के साथ मारपीट करता था। इससे आहत होकर उसने सुमन के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई, फिर हिस्ट्रीशीटर दोस्त मनोज के साथ घटना को अंजाम दिया।

10 हजार में हत्या के लिए हुआ तैयार

अनुज ने बताया कि सुमन ने रोज की मारपीट से तंग होकर ब्रजेश की हत्या करने की बात कही। जिसके बाद हत्या के लिए उसने अपने हिस्ट्रीशीटर दोस्त मनोज कुमार से संपर्क किया। उसने हत्या के लिए 50 हजार रुपये की मांग की। सौदा तय होने के बाद पहली किस्त के रूप में उसे 10 हजार रुपये दिए गए, बाकी रकम काम होने के बाद देने की बात तय हुई। इसके बाद तीन मार्च को वे ब्रजेश को बाइक से लेकर घूमने के बहाने निकले। बीबीडी से चल कर रास्ते में एक जगह तीनों ने शराब पी। फिर बाराबंकी के सतरिख में ले जाकर गला काटकर उसकी हत्या कर शव को गोमती नदी में फेंक दिया।

कॉल डिटेल से हुआ घटना का खुलासा

पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज होने के बाद ब्रजेश और उसकी पत्नी सुमन की कॉल डिटेल खंगाली। जिसमें सामने आया कि अनुज और सुमन के बीच तीन मार्च को कई बार बात हुई। सुमन को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिसके बाद घटना का खुलासा हुआ।