- विधान मंडल में संविधान के 126 वें संशोधन विधेयक का समर्थन संकल्प सर्वसम्मति से पारित

- योगी बोले, दलित व गरीबों के कल्याण के लिए बनी योजनाओं का विरोधी है विपक्ष

रुष्टयहृह्रङ्ख : विधान मंडल के एक दिवसीय विशेष सत्र में मंगलवार को संविधान के 126 वें संशोधन विधेयक का समर्थन संकल्प सर्वसम्मति से पारित किया गया, लेकिन सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच जमकर तकरार भी हुई। विपक्ष ने सरकार को घेरने की कोशिश की तो सीएम ने भी पलटवार किया। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दलित व गरीबों के कल्याण के लिए बनी योजनाओं का विरोधी विपक्ष मुंह दिखाने लायक भी नहीं रह गया है।

गरीब और दलित विरोध है विपक्ष

उन्होंने कहा कि सबका (सपा, बसपा व कांग्रेस) का रवैया हमेशा दलित और गरीब विरोधी रहा है। सीएम ने गरीबों के लिए आवास, शौचालय, बिजली कनेक्शन, ईधन गैस व आयुष्मान जैसी कल्याणकारी योजनाओं को गिनाया। उन्होंने बाबा साहब डॉ। आंबेडकर से संबंधित पांच स्थानों को 'पंच तीर्थ' के तौर पर विकसित कराने के बारे में विस्तार से बताया।

'लल्लू' ने किया विरोध

सदन में माहौल उस समय गरमा गया जब मुख्यमंत्री के संबोधन के बीच में कांग्रेस के अजय कुमार लल्लू ने विरोध करना आरंभ कर दिया। उनका आरोप था कि मुख्यमंत्री मूल विषय से हटकर सरकार की वाहवाही कर रहे हैं। कांग्रेस का साथ सपा बसपा ने देना आरंभ किया तो सत्ता पक्ष की ओर से भी शोरशराबा होने लगा। इस पर मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि विपक्ष को गरीबों व वंचितों के कल्याण की योजनाएं हजम नहीं होती है। उन्होंने विपक्ष में आपसी खींचतान पर भी तंज कसा। कहा कि बसपाकाल में बने स्मारकों के नाम सपा शासन में बदले और अनुसूचित वर्ग की छात्रवृति भी बंद करा दी थी। योगी ने विधानमंडल के तीनों विशेष सत्रों में विपक्ष के असहयोगात्मक रवैये को भी संसदीय मर्यादा के विरुद्ध बताया।

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आए थे हरी भजन को

नेता विरोधी दल रामगोविंद चौधरी ने भी सीएम योगी के संबोधन पर चुटकी ली। उन्होंने कहा कि संविधान के 126 वें संशोधन पर बोलने के बजाए मुख्यमंत्री विषय को भटकाते हुए इधर-उधर की बातें कर रहें है। मुख्यमंत्रीजी आए थे हरि भजन को ओटन लगे कपास। चौधरी के बोलते ही संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने मोर्चा संभाल लिया। दोनों के बीच करीब सात मिनट नोकझोंक चली और इस दौरान ही विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षितने सदन की कार्यवाही को आगे बढ़ा दिया।

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विधान परिषद में भी बनी सर्वसम्मति

विधान परिषद में भी मंगलवार को एक दिवसीय विशेष सत्र में संविधान के 126 वें संशोधन विधेयक पर संकल्प सर्वसम्मति से पारित किया गया। नेता सदन डॉ। दिनेश शर्मा ने संकल्प पेश किया और सभी दलों ने समर्थन किया।