दीक्षांत परेड समारोह में 188 रिक्रूट ने पहनी पुलिस की वर्दी

सत्यनिष्ठा के साथ काम करने की दिलाई एडीजी ने शपथ

पिता के पैर छूकर लिया रिक्रूट ने लिया आशीर्वाद

एडीजी ने कही, नौकरी के लिए सब कुछ त्यागने की बात

Meerut। कोहरे की लिपटी हुई चादर के बीच जोश, जुनून-जज्बा, आंखों में चमक और दिल में कुछ कर दिखाने का जज्बा पुलिस लाइन के मैदान में 188 पुलिस रिक्रूट में देखने को मिला। मौका था दीक्षांत समारोह 2019 परेड का। तेज हवाओं के बीच जहां एक ओर ठंड से कंपकपी छूट रही थी तो वहीं पुलिस कर्मियों ने सत्यनिष्ठा की शपथ ली। इस दौरान एडीजी ने रिक्रूट को संबोधित करते हुए कहा कि नाम, नमक और निशान पुलिस में बहुत मायने रखते है। आप को पुलिस विभाग में नाम ऊंचाईयों पर ले जाने का मौका मिलेगा, नमक से मतलब जिस विभाग का नमक खा रहे हो, इसके लिए ईमानदारी और सत्यनिष्ठा के साथ काम किया जाए वहीं पुलिस का जो निशान मिला हुआ है, इसका हमेशा ध्यान रखना है। इस दौरान परेड के बाद सलामी भी एडीजी को पुलिसकर्मियों के द्वारा दी गई।

मोबाइल में कैद की तस्वीर

पुलिस लाइन में दीक्षांत समारोह के दौरान पुलिस में भर्ती हुए कांस्टेबल के परिजन भी आए हुए थे। वह सभी तस्वीर अपने मोबाइल में कैद कर रहे थे। तालियां बजाकर ठंड में अपने बच्चों का उत्साहवर्धन भी परिजन कर रहे थे। गोलू ने अपने मां-बाप के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। गोलू ने कहा कि मां-बाप के आशीर्वाद की वजह से पुलिस की नौकरी मिली है, जिसको वह ध्यान में रखते हुए नौकरी करेंगे।

पुलिसकर्मियों को किया गया सम्मानित

इनको किया गया सम्मानित

पदादि प्रशिक्षण राजेश कुमार

शस्त्र प्रशिक्षण विपिन कुमार

फील्ड क्राफ्ट शिवींकु सांगवान

भीड़ नियंत्रण रोहित यादव

यूएसी अभिकल रौसा

योगा रोहित कुमार

यातायात आशिष कुमार बालियान

आतंकवाद निमाई पंडित

विशिष्ठ तलाशी आशिष कुमार बालियान

शारीरिक प्रशिक्षण मोहित कुमार

प्रथम समूह विशाल चौहान

द्वितीय समूह योगेश

तृतीय समूह हिमांशु कुमार

चतुर्थ समूह निशिकांत गौरव

पंचम समूह धर्मेश कुमार

षष्टम समूह आशिष स्वामी

सप्तम समूह मुकेश कुमार

अष्टम समूह नितिन तोमर

मैं शपथ लेता हूं कि

मैं शपथ लेता हूं कि मैं भारत तथा कानून द्वारा संस्थापित भारतीय संविधान के प्रति, विश्वास एवं सच्ची राष्ट्र भक्ति का परिचय दूंगा। एक पुलिस के कर्तव्य एवं उत्तरदायित्व को समझकर जैसा कि मुझे समझाया गया है। मैं यह भी शपथ ग्रहण करता हूं कि मैं इन कर्तव्यों एवं उत्तरदायित्वों को अपने ऊपर लेने में सहमत होता हूं और अपने कर्तव्यों का पालन, शक्ति, चैतन्यता, परिश्रम एवं निष्पक्षता के साथ करूंगा। जनता से सच्चाई एवं शिष्टाचार के साथ व्यवहार करूंगा। इसमे ईश्वर मेरी सहायता करें।