-पाइप लाइन की सफाई के नाम पर नालों में बह रहा गंगाजल

-जल निगम ने गंगाजल की टेस्टिंग

Meerut : गंगाजल को लेकर महापौर की शिकायत को शासन ने गंभीरता से लिया है। जल निगम से शासन रिपोर्ट मांगी है। उधर पाइप लाइन की सफाई की नाम पर गंगाजल को नाले में फिर से बहाया गया। जल निगम ने गंगाजल की टेस्टिंग की है।

मेयर जिद पर अड़े

मेयर की जिद के कारण दो दिन से 62 हजार लोगों का गंगाजल 5 क्यूसेक शुक्रवार को फिर से बहाया गया। उधर महापौर अपने जिद पर अड़ गए हैं कि बिना उनके अनुमति के गंगाजल लोगों को नहीं दिया जाएगा। गंगाजल की टेस्टिंग को खुद परखा जाएगा। उसके बाद ही गंगाजल की सप्लाई लोगों को दी जाएगी।

टेस्टिंग की रिपोर्ट आएगी आज

शुक्रवार को जल निगम द्वारा भोला की झाल स्थित ट्रीटमेंट प्लांट पर गंगाजल की दोबारा से टेस्टिंग की गई। इसकी रिपोर्ट शनिवार को आएगी। इसके बाद ही पता चल पाएगा कि गंगाजल कितना शुद्ध है।

गंगाजल से हो रही लाइन की सफाई

जल निगम की माने तो गंगाजल बिल्कुल शुद्ध है। उसकी टेस्टिंग रिपोर्ट ओके है। लेकिन नगर निगम ने ही अपनी पानी की लाइन को दो साल से साफ नहीं कराया है। इसका ठीकरा जल निगम पर बेवजह फोड़ा जा रहा है। जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है।

शासन ने गंगाजल की रिपोर्ट मांगी है। उसकी दोबारा से टेस्टिंग की गई है। इसकी रिपोर्ट शनिवार को आ जाएगी। रिपोर्ट आने के बाद शासन को भेज दी जाएगी। पाइप लाइन की सफाई के लिए गंगाजल का नालों में बहाया गया है।

हेतराम सिंह, अधिशासी अभियंता जल निगम