हार के बाद 'अराजकता' पर उतरे समर्थक

- गढ़ रोड पर लगाया जाम, पुलिस पर किया पथराव, तोड़े वाहन

-प्रत्याशी ने मतगणना में गड़बड़ी कराने का आरोप लगाया

-बसों की सवारियों को बाहर निकालकर की मारपीट

-हालात संभालने के लिए पुलिस ने किया लाठीचार्ज

Meerut : जिला पंचायत की वार्ड-25 में निर्दलीय प्रत्याशी समीदा बेगम के हार जाने के बाद उनके समर्थकों ने गढ़ रोड स्थित गोकुलपुर मेन रोड पर अराजकता का नंगा नाच किया। वार्ड-25 में कृष्णादेवी ने जीत हासिल की, जिसमें समीदा बेगम दूसरे नंबर पर रहीं थी। गिनती में गड़बड़ी कराने का आरोप लगाते हुए गुस्साए समर्थकों ने सड़क जाम कर बस, कार, ट्रक में तोड़फोड़ कर दी। जाम की सूचना पर पहुंची पुलिस ने बल प्रयोग किया तो गुस्साई भीड़ ने पुलिस की गाड़ी और जाम में फंसे वाहनों में पथराव कर दिया। भीड़ से बचकर पुलिस उल्टे पांव भाग निकली। गुस्साई भीड़ ने बसों में से सवारियों को खींचा और सड़क पर गिराकर पीटा तो पुलिस से उपद्रवियों पर लाठीचार्ज किया।

हार के बाद हो-हल्ला

जिला पंचायत वार्ड-25 में गांव कमालपुर निवासी समीदा बेगम पत्नी जान मोहम्मद ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था। इसी वार्ड से पूर्व जिला पंचायत सदस्य दिनेश चौहान की मां कृष्णादेवी चुनाव लड़ी थी। कृष्णादेवी बसपा समर्थित थीं। मतगणना मऊखास इंटर कालेज में हुई थी। समीदा बेगम को करीब 4300 वोट और कृष्णादेवी को करीब 6200 वोट मिले थे। जान मोहम्मद का आरोप है कि रविवार रात तीन बजे तक वह 1720 वोट से आगे चल रहे थे, मगर आधा घंटे बाद हसनपुर गांव खुला तो उसकी तीन पेटियों में से निकले बेलट पेपर के ऊपर पीठासीन अधिकारी के हस्ताक्षर मौजूद नहीं था। उसने मतों के साथ हेरफेर का आरोप लगाया। इसकी शिकायत मौजूद अधिकारी से की, मगर किसी ने नहीं सुनी। तब समर्थकों ने सड़क जाम की।

दस किलोमीटर तक लगा जाम

जाम गोकुलपुर में लगा था, मगर उसमें फंसे वाहनों की कतार, एक ओर तो तेजगढ़ी चौराहे तक थी, और दूसरी ओर गढ़ रोड पर मऊखास में सीओ किठौर दफ्तर से भी आगे निकल चुकी थी। बसों में बैठे परेशान यात्री अपना सामान लेकर उतरे और पैदल ही जाम वाली जगह को पार करने लगे।

दुम दबाकर दौड़ी पुलिस

जाम की सूचना पर शुरुआत में मेडिकल और नौचंदी एसओ मौके पर पहुंचे थे और पुलिस ने लाठी फटकारकर भीड़ को खदेड़ना चाहा। तभी गुस्साई भीड़ ने पुलिस पर जबरदस्त पथराव कर दिया, जिससे मेडिकल और नौचंदी की गाडि़यों के शीशे टूट गए। वहीं कई बसें, ट्रकों में भीड तोड़फोड़ कर दी। अपने को घिरता देख दोनों थानों की पुलिस मौके से भागी और काली नदी को पार करके दम लिया।