- हापुड़ स्टैंड तक लगी वाहनों की कतार, व्यापारियों से उलझे राहगीर

- बेगमपुल पर जगत सिनेमा के एक घंटे के जाम ने निकाला पसीना

Meerut : बेगमपुल पर नो-एंट्री समय में अंदर भारी वाहनों की एंट्री पर व्यापारियों ने जगत सिनेमा के सामने जाम लगा दिया। दुकानों के आगे अवैध पार्किंग में खड़े वाहन, ई-रिक्शा, ऑटो को हटाने व बिना परमिट के चल रही सिटी बसों के बंद करवाने की मांग की गई। करीब एक घंटे तक लगे जाम ने लोगों का पसीना निकाल दिया। हालांकि जाम में फंसे राहगीर व्यापारियों पर ही बरस गए और उन्हें जमकर खरी-खोटी सुनाई। जाम लगाने वाले कई व्यापारियों को पीटने की कोशिश की गई। अपनी फजीहत होता देख मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों से एक दुकान में जाकर व्यापारियों ने बातचीत की। नो-एंट्री समय में भारी वाहनों की एंट्री बंद करने के आश्वासन पर जाम खुल गया।

समय सीमा निर्धारित हो

आउटर क्षेत्र से महानगर में अंदर प्रवेश करने और न करने का ट्रैफिक पुलिस की ओर से समय निर्धारित है। शहर में नो-एंट्री का समय सुबह 6 से रात 10 बजे तक है। गुरुवार को सदर और बेगमपुल के व्यापारियों ने यह कहते हुए जाम लगा दिया कि नो-एंट्री समय में भारी वाहन ट्रैफिक पुलिस की मर्जी से आते हैं, जिसके कारण कई बार भीड़ में बेगमपुल पर सड़क हादसे हो चुके हैं। जगत सिनेमा के सामने बांस के डंडों से भरे रिक्शा और बाइकों को सड़क पर आड़ा तिरछा खड़ा कर जाम लगा दिया। पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की गई। हंगामा, जाम और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी का नेतृत्व सदर के व्यापारी नेता सुनील दुआ ने किया। इस बीच कैंट एएसपी, सीओ ट्रैफिक, सदर इंस्पेक्टर, एसएसआइ पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और व्यापारियों को समझाया।

भीड़ ने सुनाई खरी-खोटी

व्यापारी जब पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर जाम लगा रहे थे, तब जाम में फंसी भीड़ ने व्यापारियों को आड़े हाथों ले लिया। भीड़ ने व्यापारियों को खरी-खोटी सुनाते हुए कहा कि अपने मामूली से स्वार्थ के लिए तुम सैकड़ों की भीड़ को जाम में फंसा रहे हो, ऐसे में पुलिस को तुम्हीं पर कार्रवाई करनी चाहिए। कई व्यापारियों से भीड़ ने खींचतान की तो मौके पर पुलिस ने अलग किया।

नो-एंट्री के समय में भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाई जाएगी। दुकानों के आगे खड़े वाहन, चाहे वह ग्राहक के हो अथवा दुकानदार के सभी को हटवाकर जाम मुक्त कराया जाएगा। जाम लगाने वालों को चिह्नित कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

-सिद्धार्थ मीणा, एएसपी कैंट।