पुरानी बिल्डिंग तोड़कर बनाई जाएगी नई बिल्डिंग
20 दिनों में बिल्डिंग को खाली करने के आदेश दिए गए है।
Meerut । भैंसाली डिपो की एक बार फिर कायाकल्प करने की रोडवेज ने योजना बनाई है। इसके तहत इस बार डिपो परिसर में बनी सालों पुरानी बिल्डिंग को तोड़कर रोडवेज नई बिल्डिंग बनाएगा। अगले बीस दिनों में बिल्डिंग को खाली करने के आदेश दिए गए है। वहीं आरएम ने बिल्डिंग तोड़ने का आदेश जारी कर दिया है। हालांकि अभी कुछ माह पहले ही इस पूरी बिल्डिंग की लाखों रुपए के बजट से मरम्मत की गई थी। अब इस आदेश के आने के बाद रोडवेज के कर्मचारी संगठनों ने विरोध करना शुरु कर दिया है।
अपडेट होगा पुराना कार्यालय
रोडवेज परिसर में बनी इस पुरानी बिल्डिंग में एआरएम कार्यालय से लेकर स्टाफ के बैठने का कमरा, ईटीएम चार्जिग रूम, टाइमकीपर कक्ष, कर्मचारी यूनियन का कार्यालय आदि कमरे बने हुए हैं। रोडवेज ने इस पूरी बिल्डिंग की जर्जर हालत को सुधारने के लिए योजना बनाई है। इससे पहले करीब छह माह पहले पांच करोड़ की लागत से भैंसाली डिपो परिसर का नवीनीकरण किया गया था। जिसमें यात्री शेडों के साथ साथ पूरे बस अड्डे का लेवल ऊंचा किया गया था। जिससे ये पुरानी बिल्डिंग नीची हो गई थी और बरसात में इसमें पानी भरना शुरु हो गया था। इसलिए रोडवेज इस भवन का कायाकल्प करने जा रहा है। इसके लिए मुख्यालय से अनुमति मांगी गई थी जिसकी अनुमति मिलने के बाद आरएम ने आदेश जारी कर दिया है।
बढेगी प्लेटफार्मो की संख्या
अभी तक भैंसाली बस डिपो में 18 प्लेटफार्म बने हुए हैं। इस पुरानी बिल्डिंग के आए नए प्लेटफार्म बनाए जाएंगे जिससे यात्रियों को सुविधा मिलेगी। इस जगह पर करीब 12 नए प्लेटफार्म बनेंगे। मेरठ डिपो की बसों का इन प्लेटफार्म से संचालन होगा।
यह भवन काफी पुराना है और जर्जर हालत में है। पूरा बस डिपो का नवीनीकरण किया जाना है इस क्रम में परिसर का हो चुका है अब भवन के लिए अनुमति मांगी गई थी। जिसे स्वीकृत किया जा चुका है।
- नीरज सक्सेना, आरएम