- क्यूआर कोड से लैस होंगी बोर्ड की मार्कशीट

- हाईस्कूल और इंटर की मार्कशीट में होगा स्पेशल कोड

- बोर्ड ने सर्टिफिकेट में गड़बड़ी रोकने को उठाया कदम

Meerut : सीबीएसई द्वारा हाईस्कूल व इंटर के सर्टिफिकेट में फर्जीवाड़ा नहीं किया जा सकेगा.बोर्ड ने सर्टिफिकेट्स को हाइली सिक्योर कर दिया है। साथ ही सर्टिफिकेट को मोबाइल पर भी वेरिफाई करने की आसान सुविधा कर दी है। इसके लिए बोर्ड हर सर्टिफिकेट पर ग्लोबल डॉक्यूमेंट टाइप आईडेंटिफायर उपलब्ध कराएगा। कोड के जरिए संस्थान ऑनलाइन माध्यम से भर्ती या एग्जाम के वक्त सर्टिफिकेट की जांच मोबाइल से भी कर सकेंगे।

बोर्ड ने की है पहल

सीबीएसई ने हाईस्कूल और इंटर के डॉक्यूमेंट्स को हाईटेक बनाने के लिए नई पहल की है। पहल के तहत एग्जाम क्वालिफाइंग कैंडिडेट्स को दिए जाने वाले सर्टिफिकेट्स पर खास क्यूआर (क्विक रिस्पांस) कोड दिया जाएगा। कोड में स्टूडेंट्स की पूरी जानकारी समाहित होगी। जीटीबी के प्रिंसिपल कपिल सूद ने बताया कि एकेडमिक, एग्जाम या फिर भर्ती प्रक्रिया के तहत स्टूडेंट्स की मार्कशीट्स और डॉक्यूमेंट्स वेरिफाई किए जाते हैं। इस प्रक्रिया में काफी वक्त भी लगता है। सर्टिफिकेट्स पर अगर इस तरह के हाई सिक्योरिटी कोड्स होंगे तो इनमें न तो छेड़छाड़ संभव होगी और न ही इनकी वैधता पर कोई संदेह होगा।

क्यूआर कोड वाली मार्कशीट्स

सीबीएसई मार्कशीट्स को इसी साल से क्यूआर कोड से लैस करेगी। जो कैंडिडेट्स इस साल हाईस्कूल व इंटर बोर्ड एग्जाम में शामिल हुए थे, उन्हें यह सर्टिफिकेट्स प्रदान किए जाएंगे। बोर्ड अधिकारियों के मुताबिक हाईस्कूल में सीसीई गे्रड सर्टिफिकेट और इंटर में पास सर्टिफिकेट में क्यूआर कोड दिया जाएगा। जिसकी वैधता किसी भी मोबाइल फोन के क्यूआर कोड रीडर के जरिए जांचा जा सकेगा।

ऐसे कर सकेंगे वेरिफाई

- मोबाइल पर कोई भी क्यूआर कोड स्कैनर एप्लीकेशन को डाउनलोड करें।

- बोर्ड सर्टिफिकेट के बाए भाग के ऊपर स्थित क्यूआर कोड को स्कैन करें।

- स्कैनिंग के बाद जेनरेट हुए लिंक पर क्लिक करें।

- मोबाइल पर आई जानकारियों को सर्टिफिकेट की जानकारी से मिलान करें।

हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड सर्टिफिकेट्स पर क्यूआर कोड की नई पहल भी इन्हीं में से एक है। बोर्ड का मकसद है कि सर्टिफिकेट में गड़बडि़यों पर लगाम लगाई जा सके।

डॉ। पूनम देवदत्त, सीबीएसई काउंसलर