- यूपी बोर्ड परीक्षा में नकलमाफिया पर तीसरी नजर रखने का आदेश बना हवा-हवाई

- हर सेंटर पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए डीएम ने दिए थे सेंटर्स को निर्देश

Meerut : यूपी बोर्ड एग्जाम के लिए सेंटर्स पर सीसीटीवी लगाने की योजना फेल हो गई है। इसके लिए 20 दिसंबर और 31 जनवरी दो डेट दी गई थी। इसके फोटो भेजने के भी आदेश थे, लेकिन कहीं भी कैमरे नहीं लग पाए हैं। ऐसी लापरवाही के बाद सख्ती तो दूर की बात, उल्टे अब इस बात को ही विभाग भूले बैठा है और आलाधिकारी भी बजट का हवाला देकर पल्ला झाड़ रहे हैं।

140 बनाए गए हैं सेंटर

इस बार यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाओं के लिए शहर के 140 स्कूलों को सेंटर बनाया गया है। डीएम ने पहली बैठक में ही सेंटर्स पर सीसीटीवी लगाने के निर्देश दिए थे। कुछ दिन पहले डीआईओएस ने स्कूलों में कैमरे लगने का दावा भी डीएम से किया था, लेकिन जब इसका फोटो भेजने को कहा गया तो किसी भी फोटो व रिकॉर्ड विभाग से नहीं पहुंच पाया। इस पर सख्ती बरतने की वजह उल्टे डीआईओएस ने सेंटर्स को अब डेट बढ़ाकर 31 जनवरी तक का समय दे दिया गया था, लेकिन इसके बावजूद भी केवल दस ही स्कूलों में मुश्किल से कैमरे लग पाए हैं।

सरकारी स्कूल में चंदे की नौबत

सरकारी स्कूलों को विकास मद में कैमरे लगाने के लिए कहा गया है, जबकि स्कूलों को विकास में हर साल पांच से सात हजार रुपये मिलते हैं। ऐसे में शिक्षकों का कहना है कि हमें आपस में चंदा इकट्ठा कर कैमरे लगवाने पड़ेंगे। स्कूलों का यह भी कहना है कि केवल नामी व ऐसे स्कूलों में कैमरे लग पाए है, जिनके यहां खर्च का पैसा है। विभाग से इसके लिए कोई पैसा नहीं मिला है, ऐसे में कहां से कैमरे लगाए जाए। वही डीआईओएस श्रवण कुमार यादव का कहना है कि हमारी प्राथमिकता में 36 वित्तविहीन स्कूल हैं। उसके बाद सरकारी स्कूलों पर फोकस करेंगे। उनके मुताबिक स्कूलों को कोई पैसा नहीं दिया गया है। ऐसे में बिना पैसों के कैमरे लगवाना बहुत ही मुश्किल है।

नजर रखेंगे आठ सचल दस्ते

यूपी बोर्ड की परीक्षा पर नजर रखने के लिए विभाग के आठ सचल दस्ते तैयार हो गए है। इनमें सचल प्रभारी के रूप में आलाधिकारी को रखा गया है। इनके साथ एक सचल दस्ते में चार सदस्यों को भी शामिल किया गया है। आठ सचल दस्तों में 32 सदस्यों व आठ प्रभारी को रखा गया है। सचल दस्ता प्रभारी के रूप में डीआईओएस श्रवण कुमार यादव, एडीआईओएस बीके शर्मा, एडीआईओएस पीके मिश्रा, जीआईसी हस्तिनापुर प्रिंसिपल वीके सिंह, बीएसए मोहम्मद इकबाल , जीआईसी कपसाढ़ मेरठ प्रिंसिपल ओपी आर्य, जीआईसी मेरठ वाइस प्रिंसिपल रणवीर सिंह और जीएचसी इकवारा मेरठ के प्रिंसिपल निर्विकार आनंद आदि को शामिल किया गया है।