- पुलिस ने असलाह सप्लाई करने वाले गिरोह के दो मेंबर पकड़े

- कबाड़ में पुर्जे मंगवाकर बनाते थे चमकदार अवैध हथियार

Meerut: वेस्ट यूपी और एनसीआर में कुख्यात बदमाशों को असलहा मुहैया कराने वाले गिरोह के दो बदमाशों को पुलिस ने दबोचा है। पुलिस इनसे पूछताछ में जुटी है। गैंग का सरगना फरार बताया जा रहा है।

8 पिस्टल दो रिवॉल्वर

एसपी सिटी ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि बदमाश स्क्रैप में हथियारों के कलपुर्जे लेकर आ रहे हैं, जिन्हें असेंबल और फिनिशिंग कर बदमाशों को सप्लाई किया जाना है। क्राइम ब्रांच और परतापुर थाना पुलिस ने परतापुर रोड स्थित शताब्दीनगर से दो बदमाशों को दबोचा। आरोपियों की पहचान परवेज उर्फ फर्रो पुत्र खलील निवासी सब्जीवाली गली सराय वहलीन, कोतवाली और कय्यूम निवासी नूरनगर स्टेशन लिसाड़ी गांव के रूप में हुई। पुलिस ने इनके पास से 32 बोर की आठ पिस्टल और दो रिवॉल्वर बरामद की है। इनके गैंग का सरगना जहीरूद्दीन निवासी सराय वहलीन कोतवाली फरार बताया जा रहा है।

एक असलाह पर 300 रुपए

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनका काम कलपुर्जो को असेंबल करना और फिर बाद में उनकी पॉलिशिंग करना है। इसके लिए उन्हें एक असलाह के बदले 300 रुपए मिलते हैं। बाद में इन्हीं हथियारों को 30 से 50 हजार रुपये में बेचा जाता था। गिरोह का सरगना जहीरूद्दीन ही ऑर्डर लेकर आता था और अधिकांश बदमाशों के शूटर्स ही हथियार लेने आते थे। कई बार इन दोनों ने भी सप्लाई किया है।

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4 अपै्रल को भी पकड़े गए थे

जोनल क्राइम ब्रांच की टीम ने गत चार अप्रैल को भी हथियार सप्लाई करने वाले गिरोह के दो बदमाशों को पकड़ा था, जिनकी पहचान शकील निवासी बुनकर नगर एवं जुल्फकार निवासी चमन कालोनी लिसाड़ीगेट बताई गई थी। इनके पास से छह विदेशी पिस्टल और एक डबल बैरल तमंचा बरामद किया गया था। इस दौरान कय्यूम फरार हो गया था। जो बुधवार को पकड़ा गया, तब गिरोह का सरगना नसीम निवासी गाजियाबाद बताया गया था।

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कुख्यात गिरोह हैं इसके ग्राहक

इस गिरोह से हथियार खरीदने वाले पश्चिमी यूपी में उधम काटने वाले कुख्यात बदमाशों को गिरोह हैं। पुलिस की शुरुआती जांच में यह पता चला है कि गिरोह का सरगना जहीरूद्दीन ने योगेश भदौड़ा, उधम सिंह, मुकीम काला, मोनू अछरौंडा, हसीन मोटा, राहुल खट्टा गिरोह के सदस्यों को हथियार बेचे। इस गिरोह ने मेरठ समेत एनसीआर, हापुड़, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर में बड़े पैमाने पर बदमाशों को हथियार सप्लाई किए हैं। पुलिस इस बात की जानकारी जुटाने में लगी है कि भावना हत्याकांड में शूटर्स ने जिन हथियारों को इस्तेमाल किया था वे भी इनके द्वारा तो सप्लाई नहीं किए गए।