- डॉ। संजीत की मौत पर इंटर्न डॉक्टर्स ने रखी अपनी मांगें

- ईएमओ डॉ। सचिन कुमार के मामले से झाड़ा पल्ला, कहा ईएमओ और जेडी की रंजिश से रहेंगे दूर

- प्रिंसिपल और सीएमएस ने डीएम से की मुलाकात, ऋतु पुनिया करेंगी पूरे मामले की जांच

Meerut : इंटर्न डॉक्टर संजीत कुमार की मौत पर इंटर्न डॉक्टर्स ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है। इंटर्न ने साफ कर दिया है कि जब कॉलेज एडमिन उनकी मांगों को नहीं मानेंगे तब तक वो किसी भी हाल में भूख हड़ताल से नहीं हटेंगे। इंटर्न ने इस बात को भी साफ कर दिया है कि हम ईएमओ सचिन कुमार और जेडी के बीच की दुश्मनी का मोहरा भी नहीं बनेंगे। दूसरी ओर प्रिंसीपल और सीएमएस ने मंडल कमिश्नर और डीएम से मिलकर पूरे मामले को अवगत कराया। जिस पर डीएम ने कॉलेज की इंटरनल इंक्वायरी कमेटी के अंदर प्रशासनिक अधिकारी को भी शामिल कर दिया है।

भूख हड़ताल पर बैठे इंटर्न

बुधवार को इंटर्न डॉक्टर्स मेडिकल कॉलेज के प्रशासनिक भवन के सामने भूख हड़ताल में बैठ गए हैं। 100 ज्यादा इंटर्न पर धरने पर बैठ गए हैं। भूख हड़ताल पर बैठने वाले डॉक्टर्स में डॉ। सौरभ अहलावत, डॉ। मनोज सोनी, डॉ। विवेक कुमार, डॉ। शोभित त्यागी, डॉ। ऋषिकेश सिंह शामिल हो गए हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि जब उनकी मांगों नहीं माना जाएगा तब तक भूख हड़ताल जारी रहेगी।

ये हैं इंटर्न की मांगें

- डॉ। तुंगवीर सिंह आर्या विभागाध्यक्ष मेडिसिन डिपार्टमेंट को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया जाए। एमसीआई इंडिया के द्वारा डॉ। आर्या की डिग्री को निलंबित कर दिया जाए।

- 11/12 फरवरी की रात इमरजेंसी में मेडिसिन, सर्जरी, और रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट के जिन-जिन जेआर और एसआर की ड्यूटी थी उनका कॉलेज से निष्कासन किया जाए। एमसीआई इंडिया से डिग्री रद्द कराई जाए।

- एनजेबी/इंटर्न ब्वॉयज हॉस्टल का नाम संजीत के नाम पर किया जाए।

- डॉ। संजीत के परिजनों को मुआवजा दिया जाए।

- डॉ। संजीत की मौत के जिम्मेदार लोग लिखित में संजीत के परिजनों से माफी मांगे।

हम कोई मोहरा नहीं हैं

डॉ। संजीत के साथियों इंटर्न डॉक्टर्स ने साफ कर दिया है कि अभी तक जेआर और एसआर के बीच मोहरा ही बनते आए हैं। हम साफ कर देना चाहते हैं कि हमारा मुख्य उद्देश्य संजीत की मौत को इंसाफ दिलाना है। ईएमओ और जेआर के बीच की पुरानी रंजिश से हमारा कोई लेनादेना नहीं है। न ही हम इस रंजिश का मोहरा बनना चाहते हैं। बीच में जेआर ने हमें कांफिडेंस में लेने की कोशिश की थी। लेकिन जब हमें लगा कि उनका मोटो सिर्फ ईएमओ को हटाने का है। संजीत के मौत से उनका कोई लेना देना नहीं तो हम फिर अलग हो गए।

डीएम/कमिश्नर से मिले प्रिंसिपल

दूसरी ओर प्रिंसिपल डॉ। केके गुप्ता, सीएमएस सुभाष सिंह दो सीनियर डॉक्टर्स ने डीएम/कमिश्नर ने मुलाकात की ओर कॉलेज की पूरी स्थिति के बारे में बताया। कमिश्नर ने डीएम को इस मामले में एक प्रशासनिक अधिकारी को जांच करने के लिए बोला। जिसके बाद डीएम की ओर से कॉलेज की इंटरनल इंक्वायरी कमेटी में ऋतु पुनिया को शामिल कर लिया है।

इंटर्न से मिले प्रिंसिपल

डीएम/कमिश्नर से मुलाकात करने के बाद प्रिंसिपल और सीएमएस ने भूख हडताल पर बैठे बच्चों से मुलाकात की और उनकी मांगों का पत्र लिया। डॉ। केके गुप्ता ने बताया कि उनकी कुछ मांगों को हमने जायज माना है कि कुछ मांगें उनके बस में नहीं है। शासन लेवल का मसला है। जिस पर वो हां करने की स्थिति में नहीं है। सीनियर्स की ओर इंटर्न डॉक्टर्स को काफी समझाने की कोशिश की है। लेकिन खबर लिखे जाने तक कोई समझौता नहीं हो सका है।

वर्जन

हमारी ओर से कॉलेज की इंटरनल इंक्वायरी कमेटी में एसडीएम ऋतु पुनिया को शामिल करा दिया है। जांच में वो भी शामिल होगी। मौत पर निष्पक्ष जांच की जाएगी।

- पंकज यादव, डीएम

डीएम/कमिश्नर से मुलाकात में स्थिति को स्पष्ट कर दिया गया है। उसके बाद मैंने इंटर्न से मुलाकात की है। हमारी ओर से काफी समझाने की कोशिश भी की गई है।

- डॉ। केके गुप्ता, प्रिंसिपल, मेडिकल कॉलेज