- संजीत मेडिकल कॉलेज में वालीबॉल टीम का था कैप्टन
- आखिरी बार हापुड़ को हराकर जीती थी चैंपियनशिप
- साथियों ने बताया कि कई स्पोर्ट्स में था माहिर
Meerut : मृतक डॉ। संजीत की मौत को इंसाफ दिलाने के लिए उनके साथी धरने बैठे हैं। आखिर क्यों संजीत को लेकर इंटर्न हायतौबा मचा रहे हैं। सिर्फ इसलिए कि वो उनका साथी था। या कोई और बात भी थी। जब उसके करीबी दोस्तों से बात की गई तो काफी ऐसी बातें सामने आई जिससे अभी तक सभी लोग अनजान थे। कुछ ऐसी बातें जो संजीत को पूरे कॉलेज में उसे अलग कर देती थी।
वालीबॉल टीम का कैप्टन था
उन्हीं के साथी डॉ। मो। शबीह अजीज ने बताया कि संजीत मेडिकल कॉलेज की वालीबॉल टीम का कैप्टन था। वास्तव में उन्हीं ने हम सभी को वालीबॉल खेलना सिखाया था। उसी के प्रयासों की वजह टीम बनी थी। इसलिए सभी प्लेयर्स ने उसे सर्वसम्मति से कैप्टन भी बना लिया था। वालीबॉल को लेकर पूरे कॉलेज में संजीत काफी पॉपुलर था।
चार बार बने चैंपियन
इंटर्न डॉक्टर अरुण कुमार ने बताया कि संजीत की वजह से वालीबॉल के इंट्रा और इंटर कॉलेज वालीबॉल चैंपियनशिप में चार बार टीम चैंपियन रही। टीम को चैंपियन बनाने में संजीत का काफी बड़ा हाथ था। संजीत के प्रतिनिधित्व में आखिरी बार टीम नवंबर-क्भ् में इंटर कॉलेज चैंपियनशिप में हापुड़ को फाइनल में हराया था।
बेहतर एथलीट थे
सिर्फ वालीबॉल ही नहीं बल्कि कई खेलों में उसे काफी महारत थी। डिस्कस थ्रो, थ्रो बॉल, हाई जंप, लांग जंप, और भी कई स्पोर्ट्स में उसने कई प्राइज जीते थे। इंटर्न डॉक्टर प्रांकुर वर्मा ने बताया उसकी स्पोर्ट्स को लेकर काफी गहरी जानकारी थी। पढ़ाई के बाद अगर वो किसी टॉपिक पर बात करना पसंद करता था तो सिर्फ स्पोर्ट्स था।