- नगमा के नॉमीनेशन में कलेक्ट्रेट पर हाई प्रोफाइल ड्रामा

- काफी जद्दोजहद के बाद भी नहीं हो सका नगमा का नॉमीनेशन

- कांग्रेसियों ने लगाया सपाईयों पर खलल डालने आरोप

- पुलिस पर सरकार के कहने पर डंडे बरसाने का आरोप

Meerut : शुक्रवार को बॉलीवुड अदाकारा नगमा का नॉमिनेशन नहीं हो सका। अलबत्ता नॉमिनेशन के नाम पर कलेक्ट्रेट पर हाई प्रोफाइल ड्रामा जरूर हुआ। आरोप है कि पुलिस ने पार्टी के महानगर अध्यक्ष को अंदर नहीं आने दिया, जिनके के पास नॉमिनेशन पेपर्स थे। उनके साथ बद्सलूकी की गई। कांग्रेस नेताओं ने इस सारे प्रकरण को सपा सरकार की साजिश बताया।

कैसे शुरू हुआ हंगामा?

जैसे ही नगमा कलेक्ट्रेट में पहुंची तो उन्हें देखने के लिए पूरा कलेक्ट्रेट उमड़ पड़ा। हालात बिगड़ते देख एसपी सिटी ओमप्रकाश ने पब्लिक पर लाठियां फटकारनी शुरू कर दी, जिसकी लपेट में कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष सलीम भारती भी आ गए। इसके बाद वो कहां गए, किसी भी पता नहीं चला। सूचना मिली कि सलीम भारती को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है।

एसपी सिटी ने खोया आपा

कुछ वकील भी एसपी सिटी के लाठीचार्ज का शिकार हुए। इस पर वकीलों में रोष फैल गया। वकीलों का गुस्सा देख एसपी सिटी को अपने कदम पीछे खींचने पड़े। जब नॉमिनेशन कराने आए कांग्रेसी नेताओं को नॉमिनेशन रूम के बाहर की घटना के बारे में पता चला तो उन्होंने रिटर्निग ऑफिसर कार्यालय के बाहर हंगामा किया। पूर्व विधायक राजेंद्र शर्मा, हापुड़ विधायक गजराज सिंह, मनोज त्यागी आदि ने पुलिस अधिकारियों को काफी खरी खोटी सुनाई गई। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के निर्देश पर कांग्रेस की राह में रोड़े अटकाए जा रहे हैं।

नहीं हो पाया नॉमिनेशन

नॉमिनेशन भरने का समय दोपहर फ् बजे का था। रिटर्निग अफसर ने क्भ् मिनट का एक्स्ट्रा टाइम दिया और फिर शनिवार को नॉमिनेशन फाइल करने के लिए कहा गया। इसके बाद नगमा भीड़ को चीरते हुए अपने कार्यालय की ओर निकल गई।

मेरे पहुंचने से पहले से ही सलीम भारती मौजूद थे, लेकिन डॉक्यूमेंट्स में डीएम से कुछ फॉर्मेलिटी बाकी रह गई थी, जिसे पूरा कराने को वह डीएम के पास गए थे। बाद में पुलिस के लाठीचार्ज से भीड़ तितर बितर हो गई ओर सलीम को अंदर नहीं आने दिया गया। पुलिस की इस तरह की कार्रवाई काफी निंदनीय है। मैं इसका विरोध करती हूं।

- नगमा, कांग्रेस प्रत्याशी

हम इस घटना की निंदा करते हैं। पार्टी जिलाध्यक्ष के साथ काफी दु‌र्व्यवहार किया गया है, जो काफी अशोभनीय है। एसपी सिटी को इस तरह की कार्रवाई करना शोभा नहीं देता है।

- राजेंद्र शर्मा, पूर्व विधायक

पुलिस ने सपा नेता के इशारे पर काम किया और कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज किया। पुलिस ने अभद्रता कर मुझे नामिनेशन के कागजात लाने से जबरन रोका। इसकी शिकायत चुनाव आयुक्त से की जाएगी।

- सलीम भारती, महानगर अध्यक्ष कांग्रेस

पुलिस ने नामांकन केंद्र पर व्यवस्था बनाने के लिए भीड़ को हटाया। पुलिस पर लगाए गए आरोप निराधार है।

- ओपी सिंह, एसपी सिटी

प्री प्लांड तो नहीं था

कुछ लोग इस पूरे घटनाक्रम को प्री प्लांड बता रहे हैं। विपक्षी पार्टियों की माने तो कांग्रेस की ओर से ये पूरा मामला प्री प्लांड था। जब भी कोई नॉमिनेशन के लिए जाता है तो पूरी तैयारी के साथ जाता है। भारी भीड़ और उपद्रव को रोकने के लिए पुलिस कार्रवाई तो करेगी ही। अपनी गलतियों को छिपाने के लिए पूरा मामला पुलिस और प्रशासन पर मढ़ना उचित नहीं है।

आज होगा नॉमिनेशन

भले ही इस हाई प्रोफाइल ड्रामे के बीच नगमा का नॉमिनेशन न हो सका हो, लेकिन शनिवार को वो सुबह क्क् बजे तक अपना नॉमिनेशन फाइल कर देंगी। गौरतलब ये भी है कि सपा के कैंडीडेट भी अपना नॉमिनेशन फाइल करेंगे।

और लौट गए राजबब्बर

उम्मीद की जा रही थी कि राजबब्बर खुद नगमा के साथ नॉमिनेशन फाइल करने के लिए जाएंगे, लेकिन वो रोड शो के साथ नगमा के साथ कलेक्ट्रेट तक आए लेकिन अंदर नहीं गए।