-शासन के आदेश के बाद हरकत में आया ड्रग विभाग

-कई स्थानों पर छापेमारी कर लिए संदिग्ध दवाइयों के नमूने

-व्यापारियों ने बिना वजह परेशान करने का लगाया आरोप

Meerut: ड्रग विभाग के लगातार तीसरे दिन छापेमारी अभियान से दवा कारोबारियों के होश उड़े हुए हैं। पहले दो दिन खैर नगर स्थित होल सेलर और शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज, छीपी टैंक, लालकुर्ती सहित दर्जनों रिटेलर दवा कारोबारियों के यहां जाकर दवाई के रख-रखाव की जांच व संदिग्ध दवाई के नमूने भरे गए, जिसमें टीम को देखकर कई मेडिकल स्टोर संचालक दुकान का शटर डालकर निकल लिए। ड्रग टीम का कहना है कि अब नकली दवाई बेचने वालों को नहीं बक्शा जाएगा।

29 सैंपल लिए

लालकुर्ती, छीपी टैंक, मेडिकल कॉलेज, मेट्रो प्लाजा, बागपत रोड, बेगम पुल स्थित करीब 15 दुकानों से संदिग्ध दवाई कारोबारियों की दुकान से 29 नमूने लिए गए, जिन्हें जांच के लिए लखनऊ भेजा जा चुका है।

अब तक 71 नमूने भेजे

बुधवार को 17, गुरुवार को 25 और शुक्रवार 29 नमूने लिए गए। तीन दिनों में अब तक कुल 71 नमूने जांच के लिए भेजे जा चुके हैं। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अगले 15 दिनों में जांच रिपोर्ट आने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

इन दवाइयों पर खास नजर

सहायक आयुक्त औषधि जीडी गौड़ ने बताया कि कफ सीरप, पेन किलर ब्रू फेन, कॉडिन, आयुरवेरा सीरप इन दवाइयों में सबसे ज्यादा फर्जीवाड़ा चलता है। इन्हीं दवाइयों पर नामचीन कंपनी का रेपर लगाकर बेचने की शिकायत है। शहर भर से इन्हीं दवाइयों के सैंपल लिए गए हैं। जल्द ही रिपोर्ट आएगी। जिसके आधार पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

ये रही टीम

जीडी गौड़ सहायक आयुक्त हेडक्वार्टर लखनऊ, अपर निदेशक एके जैन, मेरठ ड्रग इंस्पेक्टर संदीप कुमार, गाजियाबाद, बागपत, इटावा, अमरोहा के ड्रग निरीक्षक सहित विभाग का स्टाफ शामिल रहा।

तीन दिन से लगातार छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें अब तक 71 नमूने लेकर जांच के लिए लखनऊ भेजे जा चुके हैं। शनिवार को चुनाव के चलते छापेमारी नहीं होगी। लखनऊ से रिपोर्ट आने पर कार्रवाई निश्चित है।

संदीप कुमार, ड्रग निरीक्षक मेरठ