- गिरोह की सपा के युवा नेता से हैं नजदीकियां

- गिरोह की पूल पार्टियों में नेता भी करता था शिरकत, फेसबुक पर अपलोड हैं फोटो

Meerut : छात्रा को ड्रग्स देकर सामूहिक दुष्कर्म करने के मामले में जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है रोज चौकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। जहां मंगलवार को पीडि़ता के बयान के आधार पर एक और आरोपी और पांच लड़कियों के ग्रुप का खुलासा हुआ तो दूसरी तरफ इस पूरे मामले में एक युवा सपा नेता का भी नाम सामने आ रहा है। हालांकि उस नेता का सीधे तौर पर दुष्कर्म की घटना से कोई नाता नहीं है, लेकिन जो पूल पार्टियां ऑर्गनाइज की जाती थीं, वह उनमें शामिल रहता था। पीडि़ता ने खुद उसकी पहचान की है। यही नहीं उस युवा नेता के पिता भी सपा नेता हैं। अब इस केस में आरोपियों के सत्ता पक्ष की नजदीकियां होने के चलते पुलिस भी फूंक-फूंक कर कदम रख रही है और कई जगहों पर अपने कदम भी पीछे हटा ले जा रही है।

नेता के साथ के खूब होती थी बैठक

पीडि़ता ने अपने बयान में पहले ही आरोप लगाया था कि ड्रग्स देकर लड़कियों की आबरू से खिलवाड़ करने वाले लड़कों के गिरोह का कई नेताओं के साथ नजदीकियां हैं। वे जो पूल पार्टी ऑर्गनाइज करते थे, उनमें नेता भी बड़े शौक से शिरकत करते थे। पीडि़ता ने अपने बयान में जिस युवा नेता का जिक्र किया था वह सत्तापक्ष का है। यही नहीं उसके पिता भी उसी पार्टी के नेता हैं। ऐसे में वह तमाम पार्टी के नेताओं के साथ प्रोग्राम में शिरकत कर चुका है, जिसकी फोटो उसने बाकायदा फेसबुक अकाउंट पर सार्वजनिक कर रखी हैं। कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर और सपा के कई नेताओं के साथ आरोपी के बैनर बने हुए हैं। यही नहीं कैबिनेट मंत्री के बेटे नवाजिश के साथ भी उसने फोटो अपलोड कर रखी हैं। जो पार्टियों में ली गई थीं। पीडि़ता यह पहले साफ कर चुकी है कि उसके साथ हुए घिनौने हादसे में उस युवा नेता कोई हाथ नहीं है, लेकिन आरोपियों के गिरोह की उनकी नजदीकियां बहुत हैं। वहीं आरोपियों के फेसबुक वॉल से फोटो डिलीट होते जा रहे हैं और पुलिस अपनी जांच में तेजी नहीं ला पा रही है।

अरीब की कोर्ट में पेशी

पीडि़ता के 164 के बयान के बाद पुलिस ने आरोपियों की धाराएं बढ़ा दी थीं, जिसके चलते बुधवार को इस मामले में पकड़ा गया पहला आरोपी अरीब को पुलिस ने एडीजे 10 की कोर्ट में पेश किया। अरीब ने फिर इस मामले में कोई हाथ नहीं होने की बात कही। उसने कहा कि उसकी लड़की से पहले दोस्ती रही है बाद में उस पीडि़ता की दोस्ती दूसरों के साथ हुई। उसके बाद वह उनके साथ ही ज्यादा घूमती थी। घटना वाले दिन मौके पर वह नहीं था। उसने यहां तक कहा कि पुलिस उसका डीएनए, ब्लड की जांच करा सकती है। पेशी के बाद मेडिकल थाना पुलिस ने उसको अपनी कस्टडी में ले लिया।

पुलिस के हाथ से दूर आरोपी

वहीं बाकी आरोपी सिद्धार्थ और साकिब को पकड़ने के लिए पुलिस टीम ने बुधवार को भी कई जगहों पर दबिश दी। उनके घर पर भी गए, लेकिन वह बंद मिला। मेडिकल थानाध्यक्ष बचन सिंह सिरोही ने बताया कि तीन के अलावा अभी कोई भी हाथ नहीं लगा है। वहीं सोमवार को पकड़े गए दो आरोपी शुभम और शशांक के ब्लड सैंपल को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जा रहा है। एसएसपी दिनेश चंद्र दूबे ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ धाराएं बढ़ा दी हैं। सैंपल की रिपोर्ट के बाद ही स्थिति की सत्यता का पता चलेगा।