- पूर्व छात्र संघ के पदाधिकारी करने लगे हैं, छात्रों के बैकग्राउंड का सत्यापन

- कर रहे हैं पदाधिकारी सभी कॉलेजों में पिछले रिकार्ड को इकट्ठा

- इस बार अक्टूबर के दूसरे सप्ताह चुनाव होने की जताई जा रही है उम्मीद

आई स्पेशल

swati.bhatia@inext.co.in

Meerut : कैम्पस और कॉलेजों में राजनीति का माहौल भले ही अभी न गरमाया हो, लेकिन पार्टियों के पूर्व पदाधिकारियों ने अंदर ही अंदर चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। किसे अपना उम्मीदवार बनाया जाए इस पर मंथन शुरू हो गया है। इसके लिए वह कॉलेजों व यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले स्टूडेंट का बैकग्राउंड चेक करने में जुट गए हैं। कॉलेज अटैंड करने के बाद शाम को चाय पर चर्चा और टेबिल मीटिंग करनी शुरू कर दी है।

नए स्टूडेंट्स पर फोकस

अक्टूबर के दूसरे सप्ताह स्टूडेंट यूनियन इलेक्शन होने की उम्मीद है। ऐसे में स्टूडेंट लीडर चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं। इस बार वो अपने कैंडिडेट्स को तलाशने से पहले वोटर की संख्या बढ़ाने पर भी फोकस कर रहे हैं। खासकर ग‌र्ल्स कॉलेजों में इस बार फ‌र्स्ट इयर में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट की पूर्व पदाधिकारी मदद करने में और उनसे जान पहचान बनाने में जुटे हुए हैं, ताकि वह आगे उनसे वोट की उम्मीद रख सकें। आरजी पीजी कॉलेज की अध्यक्ष स्वाति ने बताया कि वह नए एडमिशन वाले स्टूडेंट में अपनी पार्टी का प्रचार कर रही हैं, ताकि बाद में उन्हें वोट मांगने में दिक्कत न हो। वहीं कनोहर लाल की शोभा ने बताया कि वह अपनी निर्दलीय चुनाव लड़ना चाहती है। इसलिए कॉलेज में नए स्टूडेंट से अपनी जान पहचान बना रही है।

रिकार्ड कर रहे हैं चेक

चुनाव में लिए किसे उतारा जाए इसके लिए स्टूडेंट्स लीडर स्टूडेंट्स के बैकग्राउंड व रिकार्ड पहले ही चेक कर रहे हैं। ताकि नॉमिनेशन में कोई परेशानी न हो। चेक किया जा रहा है कि स्टूडेंट पर कोई केस तो नहीं है, कहीं वो अपराधी तो नहीं रहा है। इसके अलावा बैक में नाम तो नहीं है और फेल पास का भी निरीक्षण किया जा रहा है।

चल रहे हैं सदस्यता अभियान

कॉलेजों के बाहर एबीवीपी ने सदस्यता अभियान शुरू कर दिया है। पुराने पदाधिकारी इस बार एबीवीपी के नए सदस्य बनाने में पहले से ही जुट गए हैं। जिसके लिए वह फॉर्म भरवा रहे हैं और अभी तक एक हजार से अधिक नए मेंबर बन चुके हैं।

आंकड़े किए जा रहे तैयार

शहीद मंगल पांडे व इस्माईल कॉलेज की स्टूडेंट लीडर्स ने तो ग्रामीण क्षेत्र में कौन से इलाके से अधिक ग‌र्ल्स आती हैं, उनके आंकड़े तैयार कर रही हैं। ताकि उन्हीं इलाकों में ज्यादा कैंपेन चलाया जा सके।

ऐसे हो रही है तैयारी

इस बार हमने एक हजार से अधिक नए मेंबर बनाए हैं। हम उस गांव पर फोकस कर रहे हैं जहां की ग‌र्ल्स जागरुक नहीं हैं। हम उन्हें जागरुक कर रहे हैं। इसके अलावा अपने कॉलेज से ऐसी लिस्ट तलाश रहे हैं, जिनमें उनके नाम आएंगे जिनकी न तो बैक आई न ही फेल है और न ही उनका नाम किसी मुकदमे में है।

प्रीति गौड़, अध्यक्ष, शहीद मंगल पांडे

अंदर ही अंदर सभी लोग अपने प्रचार में जुट गए हैं, हमने भी उन लोगों के नाम तलाशने शुरू कर दिए हैं, जिनका नाम हम नामांकन कराने के लिए भेजने वाले हैं। इसके लिए हर कॉलेज से रिकार्ड इकट्ठा किया जा रहा है।

एश्वर्या चौधरी, प्रभारी ग‌र्ल्स कालेज, सपा छात्रा सभा

हमारे संगठन ने इस बार मेरठ महानगर में 20 हजार की सदस्यता का लक्ष्य रखा है। इसके अलावा हमने इस बार ऑनलाइन सदस्यता रिकार्ड रखने का फैसला लिया है। इसके साथ ही हम रिकार्ड भी चेक कर रहे हैं, जिसमें एज, अटेंडेंस परसेंटेज, बैक और कोई मुकदमा दर्ज तो नहीं है।

आयुष पंवार, छात्र नेता, एबीवीपी

हमने क्लासेज के बाद शाम का दो घंटे का समय फिक्स कर रखा है, जिसमें हम लोग पुराने स्टूडेंट के रिकार्ड चेक कर रहे हैं। इसके साथ ही ग्रुप में डिस्कशन भी शुरू कर दिया है। हम लोग अभी से पूरी रणनीति तैयार करने में जुट गए हैं।

मनीष सिंह, प्रदेश अध्यक्ष, छात्र युवा संघर्ष समिति

छात्र पढ़ेंगे नारी सशक्तिकरण

- जीआईसी की लाइब्रेरी में भेजी जा रही हैं किताबें

-राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा मिशन के तहत उपलब्ध होंगी शिक्षाप्रद किताबें

Meerut : जीआईसी के स्टूडेंट्स अब सिलेबस से हटकर शिक्षा के अधिकार, महिला सशक्तिकरण, बाल ज्ञानकोश मानव उत्पत्ति, पर्यावरण शिक्षा आदि जैसे विषयों में पूरी नॉलेज रख सकेंगे। स्टूडेंट के लिए रमसा के तहत किताबें लाइबे्ररी में रखी जा रहीं हैं। रमसा में यह किताबें पहुंच चुकी है और स्कूलों में भी भेजने की पूरी तैयारी चल रही है।

बढ़ेगी नॉलेज

इन किताबों में महिला सशक्तिकरण पर एक किताब भेजी जा रही हैं, जिसमें स्टूडेंट महिला सशक्तिकरण क्या है, उसमें आने वाली बाधाएं, आज के युग की नारी, स्त्री विमर्श, महिला आरक्षण की बाधाएं, कई देशों में रह चुकी महिला राष्ट्रपति व व्यापार में महिलाओं के अवसर व चुनौतियों जैसे विषयों का जिक्र किया गया है। वहीं शिक्षा का अधिकार बुक में शिक्षा का अर्थ व उद्देश्य, शिक्षा का अधिकार, विभिन्न राज्यों में शिक्षा का अधिकार, भारत में शिक्षा समितियां, वर्धा शिक्षा योजना 1937, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986, पंचवर्षीय योजनाओं में शिक्षा व भारत में शिक्षा का भविष्य जैसे चैप्टर्स दिए हुए हैं।

मानव उत्पति की खोज पढें़गे

लाइब्रेरी में स्टूडेंट के पढ़ने के लिए बाल ज्ञान कोश व मानव उत्पत्ति व विकास बुक लगाई गई है, जिसमें पृथ्वी पर प्रारम्भिक जीवन, जीव उत्पत्ति की खोज, जीवों का वर्गीकरण स्थल पर जीवन, चा‌र्ल्स डारविन द्वारा मानव उत्पति की खोज जैसे विषय दिए हुए है। इसके आलावा स्टूडेंट को पढ़ाने के लिए शिक्षा का विकास, पर्यावरण शिक्षा, एकता का बल, हितोपदेश की कहानियां, अनमोल वच एवं आदर्श व्यक्तित्व एवं पंचतंत्र की कहानियां जैसी किताबों में विभिन्न नॉलेज के साथ ही शिक्षा भी लेंगे।

नौवीं से इंटर तक होगी पढ़ाई

यह बुक्स मेरठ में फिलहाल 18 गर्वमेंट स्कूलों में भेजी जा रही हैं। इनमें छह इंटर स्तर के जीआईसी में बुक्स के दो सेट व हाईस्कूल लेवल पर जीएचएस में एक सेट भेजा जा रहा है। सेट में पंद्रह बुक्स हैं। इनमें सिलेबस की विज्ञान, हिंदी, इंग्लिश, मैथ्स आदि की भी बुक्स सेट में मौजूद हैं। यह बुक्स जीआईसी की लाइब्रेरी में रखी जाएंगी। स्टूडेंट को उनके फ्री पीरियड में लाइब्रेरी में यह बुक्स पढ़ने को दी जाएगी।

इस तरह की रोचक व नॉलेज देने वाली बुक्स स्टूडेंट को पढ़ने को दी जा रही है, यह काफी अच्छी बात हैं। इससे स्टूडेंट काफी विषयों को लेकर अवेयर होंगे।

श्रवण कुमार यादव, डीआईओएस

एक लाख बच्चों का तौला वजन

फोटो-

- उप्र सरकार के निर्देशन में मनाया गया मेरठ समेत प्रदेश में वजन दिवस

- कुपोषित एवं अतिकुपोषित बच्चों की तैयार होगी सूची

मेरठ: उत्तर प्रदेश सरकार की शून्य से पांच वर्ष के बच्चो के मध्य कुपोषण दूर करने की महत्वाकांक्षी योजना राज्य पोषण मिशन के अंतर्गत सोमवार को मेरठ में वजन दिवस के अवसर पर करीब एक लाख बच्चों का वजन लिया गया। पूरे प्रदेश में वजन दिवस का आयोजन आंगनबाड़ी केन्द्रों पर किया गया किया गया।

चार चरणों में पूरा होगा अभियान

मुख्य विकास अधिकारी नवनीत सिंह चहल, जिला कार्यक्रम अधिकारी ज्ञान प्रकाश, जनहित फाउंडेशन की डारेक्टर अनीता राणा, नवच्योति की सचिव संगीता श्रीवास्तव ने मेरठ के घोसीपुर आंगनबाड़ी केंद्र का सोमवार को निरीक्षण किया और बच्चो का वजन कराया। सीडीओ चहल ने बताया कि मेरठ समेत पूरे प्रदेश में वजन दिवस का आयोजन आंगनबाड़ी केंद्रों पर किया गया जा रहा है। यह अभियान चार चरणों में चलाया जाएगा।

600 पर्यवेक्षक तैनात

अभियान को सफल बनाने के लिए मेरठ में 39 सेक्टर प्रभारी और 600 पर्यवेक्षकों की तैनाती की गयी है। मेरठ के आंगनबाड़ी केंद्रों पर सोमवार को करीब एक लाख बच्चों का वजन कराया गया। अभियान के समापन के बाद कुपोषित व अतिकुपोषित बच्चों को चिह्नित किया जाएगा और इन बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में रख कर इनका इलाज किया जाएगा।

चित्रों में दर्शाए लोक कला के आयाम

मेरठ: आरजी पीजी कॉलेज के चित्रकला विभाग में सोमवार को एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान मुख्य रूप से आर्ट विजन एंड एक्सप्रेशन विषय पर सात दिवसीय कार्यशाला की शुरुआत हुई। कार्यशाला में ग‌र्ल्स को एक सप्ताह तक विशेषज्ञों द्वारा कला की बारीकियों की जानकारी प्रदान की जाएगी। कार्यशाला का शुभारंभ कॉलेज प्रिंसिपल डॉ। सीमा जैन ने दीप प्रज्ज्वलन कर की। इसके बाद ग‌र्ल्स ने कलाकृतियों की विभिन्न बारीकियों के बारे में जाना। मेरठ कॉलेज के चित्रकला विभागाध्यक्ष डॉ। ऊषा किरन ने ग‌र्ल्स को विश्व के प्रमुख संग्रहालयों के बारे में बताया। वहीं नोएडा से आए कलाकार दुर्जन सिंह ने व्यक्ति के जीने की कला को चित्रों के माध्यम से प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। डॉ। राजेंद्र नाइक ने नाइफ से तेल रंगों से सुंदर प्रकृति चित्रण का निर्माण किया। प्रदर्शनी का संचालन चित्रकला विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ। अर्चना रानी ने किया। कार्यक्रम में डॉ। पूनम लता सिंह। डॉ। नाजिमा, डॉ। अर्चना आदि मौजूद रहीं।

सीसीएसयू का रिजल्ट घोषित

मेरठ: सीसीएस यूनीवर्सिटी की ओर से एमए प्राइवेट द्वितीय वर्ष, बीएससी प्रथम वर्ष, एलएलएम प्रथम वर्ष, बीएससी कृषि तृतीय, पंचम सेमेस्टर, एमएससी गृह विज्ञान प्रथम, तृतीय सेमेस्टर, बीए, बीएससी, बीकाम अंतिम वर्ष, एलएलबी द्वितीय व तृतीय वर्ष, एमकाम द्वितीय वर्ष प्राइवेट, विषम सेमेस्टर दिसंबर 2014 की बीबीए, बीसीए प्रथम, तृतीय सेमेस्टर, बीए, एलएलबी प्रथम, तृतीय, पंचम, सप्तम, नवम सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम जारी कर दिया गया है। संबंधित छात्र-छात्राएं मंगलवार को विवि की वेबसाइट पर रिजल्ट देख सकते हैं। सीसीएसयू ने रिजल्ट के साथ मार्कशीट भी तैयार करा दिया है। संबंधित कॉलेज कॉलेज में कंप्यूटर सेंटर के पास परीक्षा परिणाम प्रकोष्ठ से मार्कशीट प्राप्त कर सकते हैं।

उपेंद्र के शतक से यूपीसीए की बड़ी जीत

- यूपीसीए ए ने मुजफ्फरनगर डीसीए को 174 रन से दी मात

- एमडीसीए ने उत्तराखंड को 43 रन से हराया

Meerut : सातवां ऑल इंडिया वैभव मेमोरियल अंडर-19 क्रिकेट टूर्नामेंट में यूपीसीए-ए के कप्तान उपेंद्र की शतकीय पारी की बदौलत मुजफ्फरनगर के खिलाफ एक बड़ी जीत हासिल की। जिसके लिए मैन ऑफ द मैच भी चुना गया। वहीं दूसरे मुकाबले में एमडीसीए की टीम उत्तराखंड को हराकर 43 रन से जीत दर्ज की।

उपेंद्र का शतक

यूपीसीए-ए ने टॉस जीता और पहले बैटिंग की। निर्धारित 45 ओवर में 314 रन का पहाड़ स्कोर खड़ा किया। उपेंद्र ने कप्तानी पारी खेलते हुए 9 चौकों और 2 छक्कों की बदौलत 105 रन बनाए। शिवम ने 45, राहुल ने 84 और कार्तिकेय 40 ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। वहीं दूसरी ओर रजत ने दो, शुभम और वाजिद ने एक-एक विकेट लिया। जवाब में मुजफ्फरनगर डीसीए की टीम 9 विकेट के नुकसान पर 140 ही बना सकी। रजत ने सबसे अधिक 42 रन बनाए। वहीं जुहेब, मुकेश और कार्तिकेय ने 2-2 विकेट हासिल किए।

एमडीसीए की जीत

टॉस एमडीसीए ने जीता और पहले बैटिंग की। एमडीसीए ने निर्धारित ओवर में 228 रन का स्कोर खड़ा किया। आकाश रावत ने सबसे अधिक 61 रन का स्कोर खड़ा किया। विजय ने 34 और विकास ने 31 रन का स्कोर खड़ा किया। वहीं जवाब में उत्तराखंड की टीम 44 ओवर में 185 रन के स्कोर पर ऑलआउट हो गई। मो। कामिल ने 3, मो। असीम और अंकुर ने दो-दो विकेट लिए।

केएल रहा ओपन रोलर स्केटिंग चैम्पियन

मेरठ- अमेचर रोलर स्केटिंग एसोसिएशन ऑफ गाजियाबाद द्वारा छह सितम्बर को अमेचर गाजियाबाद डिस्ट्रिक ओपन रोलर स्केटिंग चैम्पियनशिप हुई थी। चैम्पियनशिप साहिबाबाद के खेतान पब्लिक स्कूल में हुई थी। चैम्पियनशिप में दिल्ली, मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा आदि के स्कूलों ने भाग लिया। जिसमें 650 प्रतिभागियों ने भाग लिया था। इनमें मेरठ के केएल इंटरनेशनल स्कूल की स्केटिंग टीम ने नौ स्वर्ण पदक, 11 रजत व तीन कांस्य पदकों के साथ ओवरऑल चैम्पियनशिप ट्रॉफी जीती है। इस अवसर पर प्रिंसिपल सुधांशु शेखर ने सभी विजेताओं को शुभकामनाएं दी एवं उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

फोटो- केएल

मेरठ को दी जाएगी पर्यटन स्थल की पहचान

- सूबे में 36 जिलों को पर्यटन के लिहाज से किया जाना है विकसित, मेरठ किया गया शामिल

- पर्यटन प्रोत्साहन परिषद की गई स्थापना, होंगे 17 सदस्य

- अगले हफ्ते फिर होगी पर्यटन को सुधारने की बैठक

Meerut : जिले में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए अधिकारियों ने काम करना शुरू कर दिया है। अधिकारियों के अनुसार इसके लिए जनपद के छिपे अनछिपे पर्यटन स्थलों को विकसित कर जनपद को एक पर्यटन स्थल के रूप में पहचान दिलाई जाएगी। जनपद में पर्यटन के संबंध में सर्किट्स को आईडेंटीफाई उन्हें डेवलप करने का पूरा प्रारूप बनाया जाएगा। गौरतलब है कि शुक्रवार को डीएम पंकज यादव टूरिज्म के लिए बनाई गई पर्यटन प्रोत्साहन परिषद की पहली बैठक की थी। अब अगली बैठक अगले हफ्ते आयोजित होगी।

36 जिलों में मेरठ भी शामिल

बैठक में पंकज यादव ने बताया कि शासन ने राज्य में पर्यटन की संभावनाओं को देखते हुए राज्य पर्यटन प्रोत्साहन परिषद का गठन राज्य स्तर पर किया है, जिसके अध्यक्ष मुख्यमंत्री हैं। जिला स्तर पर जिला पर्यटन प्रोत्साहन परिषद का गठन करने के लिए राज्य के 36 जनपदों का चयन हुआ, जिसमें मेरठ को भी शामिल किया गया है।

परिषद होगी रजिस्टर्ड

डीएम ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि मेरठ में पर्यटन स्थलों को विकसित कर जनपद में पर्यटन बढ़ाया जाएगा और जिले को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। डीएम ने क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी को जिला पर्यटन प्रोत्साहन परिषद का रजिस्ट्रेशन सोसाइटी एक्ट के तहत कराने के निर्देश जारी किए हैं। साथ इस संबंध में बायलॉज बनाकर अगली बैठक में रखने का आदेश दिया।

बनाई जाएगी वेबसाइट

मेरठ टूरिज्म को लेकर एक वेबसाइट भी बनाई जाएगी। जिसमें मेरठ के सभी पर्यटन स्थलों का हिस्ट्री और पूरी जानकारी उपलब्ध होगी। साथ ही इस वेबसाइट को मेरठ डिस्ट्रिक्ट वेबसाइट से भी कनेक्ट किया जाएगा। वहीं सोशल मीडिया पर मेरठ टूरिज्म का पेज बनाकर इसे बढ़ावा दिया जाएगा। इसके लिए जिले में टूरिज्म से रिलेटिड टूरिज्म इनफॉर्मेशन सेंटर की भी स्थापित की जाएगी।

ये होगा परिषद का काम

- नैसर्गिक ऐतिहासिक तथा सांस्कृतिक धरोहरों का संरक्षण।

- पर्यटन स्थलों का पर्यटन विकास करना।

- पर्यटन विकास के लिए प्रचलित नीतियों का इंप्लीमेंट करना।

- परियोजनाओं एवं कार्यक्रमों का प्रस्ताव वित्तीय व्यवस्था के लिए शासन को भेजना।

- क्षेत्र में माइस (मीटिंग इनसेन्टिव, कान्फ्रेंस एग्जीविशन) गतिविधियों का आयोजन करना।

- पर्यटन के विभिन्न आयामों आवास, खान-पान ट्रेवल एजेन्सी, संस्कृति तथा मनोरंजन को प्रोत्साहन देना।

- पर्यटन के संबंध में सरकारी, गैरसरकारी व निजी सहभागियों के मध्य समन्वय स्थापित करना।

राधा गोविन्द पब्लिक स्कूल के बच्चों ने मनाया नंदोत्सव

Meerut : राधा गोविंद इंजीनियरिंग कॉलेज कैंपस स्थित आस्था ध्यान केन्द्र मे भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर जन्माष्टमी के अगले दिन राधा गोविन्द पब्लिक स्कूल के स्टूडेंट्स ने नंदोत्सव पर रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। समारोह का शुभांरम्भ स्कूल के चैयरमेन योगेश त्यागी ने किया। स्कूल की वाइस प्रिंसीपल विनिता गुप्ता ने कार्यक्रम मे आये सभी अभिभावको को अभिनंदन किया। इस कार्यक्रम नंदोत्सव की शुरुआत बच्चों ने नटवर नागर गोविन्दा भजों मन गोविन्दा गाकर की। इसके बाद बच्चों द्वारा कई रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति दी।

दंगों के मामले में मेरठ अव्वल

- आगरा के बाद मेरठ दंगों के मामले में दूसरे नंबर पर

- एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार हो चुके हैं 161 दंगे

- मेरठ में कम्यूनल दंगों की संख्या हो चुकी है आठ

Meerut : सूबे में दंगों के मामले में मेरठ पहले से ही बदनाम हैं। अगर बात पिछले एक महीने की करें तो मेरठ जिले में तीन दंगे हो चुके हैं। खिर्वा में जो हुआ उसके जख्म अभी भी दिलों में ताजा हैं। दो दिन पहले लालकुर्ती में जो हुआ वो भी लोग भूले नहीं है। तीसरा, हसनपुर में जो सोमवार को हुआ इसी में आगे की कड़ी है। तमाम व्यवस्थाओं के बाद भी मेरठ अपनी पहचान से दंगों का दंश नहीं मिटा पा रहा है। अगर पूरे सुबे की बात करें तो मेरठ का स्थान आगरा के बाद दूसरा है।

एनसीआरबी रिपोर्ट में मेरठ

अगर यूपी में मेरठ की बात करें तो दंगों के मामलों में आगरा के बाद मेरठ दूसरे स्थान पर है। एनसीआरबी रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2014 में 161 दंगे हुए जबकि आगरा में ये फिगर 242 रही। उसके बाद कानपुर 97, सूबे की राजधानी लखनऊ 73, गाजियाबाद 37, वाराणसी 34, इलाहाबाद में 23 दंगे हुए। इन दंगों को रोकने में डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन पूरी तरह से नाकाम साबित हुआ है।

देश में चौथे स्थान यूपी

अगर देश की बात करें तो सूबे के हालात कुछ ज्यादा ही दिखाई दे रहे हैं। पूरे देश में कुल दंगों में यूपी की भागेदारी 10 फीसदी के आसपास है। अगर एनसीआरबी की रिपोर्ट की मानें तो यूपी में 6438 दंगे हुए थे। जबकि सबसे ऊपर नंबर बिहार का है। पिछले बिहार में 13,566 दंगे हुए थे। जबकि महाराष्ट्र में 7760, कर्नाटक में 6520, केरल में 5820, वेस्ट बंगाल में 5345 दंगे हुए। पूरे देश की बात करें तो 66,042 दंगे दर्ज किए गए।

सूबे के जिलों में दंगे

जिला दंगे

आगरा 242

मेरठ 161

कानपुर 97

लखनऊ 73

गाजियाबाद 37

वाराणसी 34

इलाहाबाद 23

देश में दंगों की स्थिति

राज्य दंगे

बिहार 13,566

महाराष्ट्र 7760,

कर्नाटक 6520

यूपी 6438

केरल 5820

वेस्ट बंगाल 5345

देश 66,042

हमारी ओर से पूरे रेंज में शांति बनाए रखने का पूरा प्रयास होता है। लेकिन कुछ शरारती तत्व पूरा माहौल बिगाड़ने का काम करते हैं। जिससे आम लोग भड़क जाते हैं। अब ऐसे लोगों को चिह्नित किया जाएगा जो लोगों को भड़काने का काम कर रहे हैं।

- रमित शर्मा, डीआईजी, मेरठ रेंज

शालिनी हत्याकांड प्रकरण: नौ दिन चले अढ़ाई कोस

-अब तक सिर्फ गैर जमानती वारंट ला सकी पुलिस, आवास का नहीं लिया सर्व वारंट

-विशाल और बीना आर्य को पकड़ने में पुलिस तंत्र पूरी तरह से नाकाम

रूद्गद्गह्मह्वह्ल : डॉक्टर शालिनी आर्य की मौत में नामजद हत्यारोपी पति को गिरफ्तार करने में पुलिस पीठ दिखा रही हैं। नौ दिन का लंबा समय बीतने के बाद अभी तक गैर जमानती वारंट तक ही पहुंच पाई हैं, पुलिस ने अभी तक विशाल आर्य के घर का सर्च करने के लिए अदालत से वारंट भी नहीं कराया है, जिस प्रकार कार्रवाई हो रही है, उससे साफ है कि पुलिस खुद मामले को टाल रही है। परिवार के लोगों ने अफसरों से मिलकर डॉक्टर की गिरफ्तारी की मांग की।

आला अफसर नहीं दे रहे तवज्जो

वारदात को लेकर परिजन एसएसपी से लेकर आईजी तक मिल चुके हैं, इसके बाद भी डॉक्टर की गिरफ्तारी नहीं हुई, जबकि परिवार के लोगों ने दूसरे दिन ही गढ़ रोड जाम कर दिया था। परिवार के लोगों का दावा है कि पुलिस को डॉक्टर विशाल आर्य की जानकारी है, उससे पकड़ नहीं रही है, दिल्ली के बाद उसकी लोकेशन आगरा में मिली है, इससे साफ है कि विशाल आर्य बिसरा रिपोर्ट को बदलवाने के लिए आगरा लैब में कोई जद्दोजहद तो नहीं कर रहे हैं, जिसे लेकर शालिनी के परिजनों में रोष है।

गुमराह कर रही पुलिस

शालिनी के परिजनों का का कहना है कि पुलिस उन्हें लगातार गुमराह कर रही है। क्योंकि अभी तक पुलिस ने डॉक्टर को शह देने वाले सौरभ और विक्रम को भी नहीं पकड़ा है। पुलिस से उन दोनों को पकड़ने की मांग की तो तर्क दिया कि शहर छोड़कर चले गए, जबकि विक्रम हाल में भी अपने

आरोपी डॉक्टर और उनकी मां को पकड़ने के लिए टीम लगाई हुई है, जल्द ही उसे पकड़ लिया जाएगा। अदालत से विशाल के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी करा लिया है, उसके बाद कुर्की की कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।

गजेंद्र पाल यादव

इंस्पेक्टर, थाना सदर

घर पर मौजूद है।

डॉक्टर विशाल के आगरा में छिपे होने की भनक लगी थी। लेकिन जिस लोकेशन पर डॉक्टर विशाल का होना बताया जा रहा था, वह सही नहीं निकली। आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है।

दिनेश चंद्र दुबे

एसएसपी, मेरठ

बिजली के सैकड़ों बिल बिना बांटे चले कर्मचारी

वर्तमान बिजली के सैकड़ों बिल बिना बांटे चले कर्मचारी

- एक ही घर में पड़े मिले सवा दो सौ बिजली के बिल

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मोदीपुरम: पावर कॉरपोरेशन भले को बिलों की उगाही से सरोकार है बिल उपभोक्ताओं तक पहुंच रहे हैं कि नहीं इससे कोई लेना देना नहीं है। भराला गांव में सैकड़ों की संख्या में अगस्त माह के बिल एक घर में छोड़ कर कर्मचारी चले गए। ग्रामीणों ने बताया कि कई बार तो दुकानों और खोमचे वालों के यहां बिल रख कर कर्मचारी चले जाते हैं। रामवीर सिंह ने बताया कि बिल बांटने वाला कर्मचारी सतपाल सिंह के घेर बिल छोड़ कर चला गया।

यह है मामला

उनके घेर से सवा दो सौ बिल पड़े मिले। ग्रामीणों को बिलों के बारे में सूचना मिली वह आक्रोशित हो कर मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों का कहना था कि बिल भी बकाया राशि जोड़ कर भेजे गए हैं जबकि वह पूर्व के बिलों का भुगतान कर चुके हैं। एसडीओ अनिल कुमार ने बताया कि बिल वितरण का कार्य विभाग के कर्मचारी कर रहे हैं अगर इतने सारे बिल एक ही स्थान पर छोड़े गए हैं तो यह गंभीर बात है।

एमपीएस में हुआ हंगामा, प्रिंसिपल को दी धमकी

- मेरठ पब्लिक स्कूल में चल रहा है पांच सितंबर से स्टूडेंट्स में विवाद

- दो पक्षों में हुई थी मारपीट, मामले में स्कूल द्वारा 20 स्टूडेंट को रेस्टीकेट करने की तैयारी चल रही है

- सोमवार को फिर से हुआ हंगामा, स्कूल ने बुलाया पुलिस को।

Meerut। मेरठ पब्लिक स्कूल में आपसी बहस के चलते इंटर क्लास के दो पक्षों में पांच सितंबर को झगड़ा हुआ था। मामले में स्कूल ने 20 स्टूडेंट्स को रेस्टीकेट करने की तैयारी की है। मामले में स्टूडेंट व उनके पेरेंट्स ने स्कूल में हंगामा भी किया और मौके पर सदर थाना पुलिस भी स्कूल पहुंची।

दवाब में किया जा रहा है रेस्टीकेट

सूत्रों की मानें तो स्कूल प्रिंसिपल को सोमवार को कुछ स्टूडेंट व उनके प्रियजनों ने मारने की धमकी देकर दूसरे पक्ष के 20 स्टूडेंट को रेस्टिकेट करने के लिए पे्रशर बनाया है, जिसके चलते स्कूल ने कुछ स्टूडेंट को रेस्टिकेट भी कर दिया है और कुछ को करने की तैयारी है। उधर अपने रेस्टिकेट होने की खबर को सुनकर स्टूडेंट और उनके पेरेंट्स भी भड़क गए और हंगामा भी किया। इस दौरान स्कूल की ओर से सदर थाने से पुलिस को बुलाया गया ताकि किसी भी तरह का झगड़ा या विवाद न बढ़े।

पहले से चल रहा था विवाद

ऐसा बताया जा रहा है स्कूल में पढ़ने वाले इंटर के स्टूडेंट जुनेर, फरमान और उसके भाई और उनके साथियों का पिछले पंद्रह दिन से शिवांश व साहिल और उनके अन्य साथियों के साथ विवाद चल रहा था। पांच सितंबर को वह टीचर्स डे की तैयारी के लिए स्कूल से बाहर सामान लेने जा रहे थे तो आपस में दोनों पक्षों में झगड़ा हुआ था। ऐसा बताया जा रहा है इस मामले में पहले भी दोनों पक्षों में छोटी मोटी अनबन होती रही है, लेकिन टीचर्स ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया। जिसके चलता अब मामला आपसी मारपीट में उतर आया था। बताया जा रहा है कि अब सोमवार को एक पक्ष के पे्रशर बनाने पर प्रिंसिपल ने दूसरे पक्ष के 20 स्टूडेंट को रेस्टिकेट करने का फैसला लिया है।

ऐसा कुछ नहीं है स्कूल में पुलिस आई थी, पेरेंट्स व स्टूडेंट को समझा दिया गया है। जल्दी ही मामला सुलझ जाएगा।

संजीव अग्रवाल, प्रिंसिपल

इस मामले में दो दिन पहले एफआईआर दर्ज हुई थी। स्कूल में कुछ पेरेंट्स इसलिए पहुंचे थे कि विवाद न हो जाए। पुलिस भी इसीलिए स्कूल गई थी कोई विवाद न हो।

गजेंद्र यादव, इंस्पेक्टर

सीसीएसयू में पीएचडी की प्रवेश परीक्षा जल्द

मेरठ: सीसीएस यूनीवर्सिटी सहित प्रदेश के अन्य यूनीवर्सिटीज से पीएचडी करने के लिए कई साल से इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों के इंतजार की घड़ी खत्म होने वाली है। सीसीएसयू पीएचडी की प्रवेश प्रक्रिया शुरु करने जा रहा है। इसके लिए जल्द ही प्रवेश को लेकर अधिसूचना जारी की जाएगी। सोमवार को कुलपति प्रो। एनके तनेजा ने पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया को लेकर प्रतिकुलपति प्रो। एचएस सिंह और अन्य शिक्षकों से चर्चा की है। जिसमें यूनीवर्सिटी स्तर पर पीएचडी की प्रवेश प्रक्रिया शुरु किए जाने के लिए कहा गया है। उम्मीद है कि इस महीने में पीएचडी की प्रवेश प्रक्रिया को लेकर विज्ञापन जारी कर दिए जाएंगे।