एक्सप‌र्ट्स ने स्टूडेंट्स के चेहरे पर झलक रही उलझनों को बखूबी पढ़ा

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Meerut :Meerut : बात निकली है तो दूर तलक जाएगी। हुआ भी वही। वीआईटी प्रजेंट्स आई नेक्स्ट इंजीनियरिंग गेटवेज ख्0क्भ् के सेमिनार में डिफ्रेंट स्कूल्स के स्टूडेंट्स आए तो थे अपने करियर के प्रति तमाम क्वेरीज लेकर। उनके चेहरे उनकी उलझनों की कहानी बयां कर रहे थे। जो एक्सप‌र्ट्स ने पढ़ा भी। इसके बाद अपने टिप्स, सक्सेज मंत्रा और मोटिवेशनल स्पीच से एक्सप‌र्ट्स ने स्टूडेंट्स को सैटिसफाई करना शुरू किया तो उनके चेहरे पर कॉन्फिडेंस की हंसी से खिलखिला उठे।

आत्मविश्वास से संवारें करियर की राह

सरदार वल्लभ पाई पटेल एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉ। पुरुषोत्तम तोमर ने करियर के भंवर में फंसे स्टूडेंट्स को सोच-समझ कर अपने सब्जेक्ट का चुनाव करने की सलाह दी। उन्होंने बायोटेक फील्ड के तमाम ऐसे कोर्सेज गिनाए जिसमें स्टूडेंट्स सक्सेसफुल करियर बना सकते हैं। उन्होंने इंजीनियरिंग के खास स्ट्रीम बीटेक बायोटेक के बारे में बताया। इसके साथ ही क्लिनिकल माइक्रोबायोलॉजी, फूड टेक्नोलॉजी, बेवरेज, समेत अन्य फील्ड की ओर भी करियर बनाने की सलाह दी।

अंदर की इच्छा को पहचानें

बच्चे अपना लक्ष्य तो तय कर लेते हैं, लेकिन वे उसको हासिल नहीं कर पाते। सीईआरटी के फैकल्टी बाबर अहमद बच्चों के इस नाकामी को दूर करने के टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि केवल लक्ष्य तय करना ही जरूरी भर नहीं। पहले यह पता करें कि आपको इंट्रेस्ट किस सब्जेक्ट में है। अपनी अंतराआत्मा में झांकें। फिर उस सब्जेक्ट में अपने लक्ष्य को तय करें।

सही दिशा में करें कठिन परिश्रम

कई बच्चे ऐसे भी होते हैं कि जिन्हें हार्ड वर्क करने के बावजूद उनके हाथ सफलता नहीं लगती। फिजिक्स के एक्सपर्ट रवि बालियान ने ऐसे स्टूडेंट्स को बताया कि वे हार्ड वर्क तो कर रहे हैं, लेकिन उनकी दिशा सही नहीं है। उन्होंने स्टूडेंट्स को सही दिशा में हार्ड वर्क करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि किस सब्जेक्ट में आपको करियर बनाना है यह आपको तय करना है।

डर को निकाल कर बाहर फेंके

सीईआरटी के फैकल्टी दीपक रावत ने कहा कि स्टूडेंट्स के एम का मतलब नेम और फेम होता है। नेम और फेम को हासिल करना महज सपने देखने से नहीं होता। इसके लिए उन्होंने बच्चों के कानों में सक्सेज के मंत्र भी फूंका। उन्होंने बच्चों को टिप्स देते हुए कहा कि लक्ष्य हासिल करने के लिए सबसे पहले चाहिए कमिटमेंट। उसके बाद अपने आसपास पॉजीटिव एनवायरमेंट क्रिएट करो। हमेशा पॉजीटिव सोच रखो, निगेटिविटी को हावी मत होने दो। अंत में सबसे जरूरी इस डर को उखाड़ फेको कि वे कभी सफल नहीं हो सकते।

क्लास में टीचर की सुनें

मैथ्स के एक्सपर्ट विक्रांत जावला फेसबुक के जरिए सैकड़ों स्टूडेंट्स को टिप्स देते हैं। उनकी प्रॉब्लम्स को ऑन द स्पॉट क्लियर करते हैं। अपने आधे घंटे के सेमिनार में भी उन्होंने यही काम किया। उन्होंने मैथ्स के रहस्यों को बड़े ही आसानी के साथ हल करने की विधि बताई। यही नहीं उन्होंने बच्चों से फेस टू फेस इंट्रैक्ट करते हुए उस विधि की प्रैक्टिस भी कराई। उन्होंने बच्चों को टिप्स देते हुए कहा कि हमेशा क्लास में टीचर की सुना करें। नोट्स बनाने में अपना टाइम व्यस्त न करें। बल्कि ऑन दी स्पॉट टीचर से अपनी क्वेरी सॉल्व कराएं।

प्रभावपूर्ण इच्छा रखें

एसडी ब्वॉयज के प्रिंसिपल ब्रज भूषण बंसल ने बच्चों को टिप्स देते हुए कहा कि सबसे पहले वे अपने अंदर प्रभावपूर्ण इच्छा रखें। फिर उस इच्छा को पूरा करने के लिए साधन की तलाश करें। साधन अर्जित करने के बाद उस इच्छापूर्ति के लिए तैयारी में जुट जाएं।

पहले कॉन्फिडेंस पैदा करो

सेंट मैरीज की फैकल्टी रफत ने स्टूडेंट्स को कुछ भी करने और लक्ष्य हासिल करने से पहले कॉन्फिडेंस पैदा करने की सलाह दी। उन्होंने यूपी बोर्ड के स्टूडेंट्स को संबोधित करते हुए कहा कि वे दिमाग से तो बाकी बोर्ड के स्टूडेंट्स से बहुत बेहतर होते हैं, लेकिन जब बात प्रोफेशनल कोर्सेज को क्लियर करने आती है तो बाकी बोर्ड के स्टूडेंट्स अव्वल होते हैं। इसका प्रमुख कारण यूपी बोर्ड के स्टूडेंट्स में कॉन्फिडेंस की कमी है। उन्होंने कहा कि कॉन्फिडेंस के साथ अपने करियर की मुश्किलों को फेस करें।

रटने से नहीं समझने से ही याद रहेगा

आरजी पीजी कॉलेज की फैकल्टी शिवानी शर्मा ने केमिस्ट्री से न डरने की सलाह दी। उन्होंने स्टूडेंट्स से कहा कि वे जितना सब्जेक्ट से दूर भागेंगे वे उतना ही पिछड़ते जाएंगे। उन्होंने कहा कि रटने से केमिस्ट्री याद नहीं रहेगी। उसे समझ कर लिखकर याद करें। यही एक तरीका है। इसके लिए कोई शॉर्टकट नहीं। किसी भी सब्जेक्ट को जब डीपली स्टडी करोगे तभी वह समझ में आएगी और उसका बेसिक क्लियर होगा।