- बिना इजाजत के अकाउंट ने स्टेडियम के रुपयों का किया था इस्तेमाल

- सिटी मजिस्ट्रेट की टीम ने जांच के बाद अनियमितताएं आई सामने

- आरएसओ ने स्पो‌र्ट्स डायरेक्टर को कार्रवाई के लिए लिखा लेटर

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Meerut : स्टेडियम में वित्तीय अनियमितताओं में फंसे अकाउंटेंट प्रदीप गोयल पर शिकंजा और भी ज्यादा कड़ा हो गया है। सील अलमारी को खोलने और दस्तावेजों को स्टडी करने के बाद काफी अनियमितताएं सामने आई हैं। प्रदीप गोयल ने सिर्फ स्टेडियम का रुपया अपने निजी कार्यो में यूज किया है बल्कि कैश मेमो में भी काफी लापरवाही बरती है। जिसके तहत आरएसओ ने स्पो‌र्ट्स डायरेक्टर को कार्रवाई की संस्तुति कर दी है। गौरतलब है कि अकाउंट्स सेक्शन के अलमारी की सील जांच कमेटी के सदस्य सिटी मजिस्ट्रेट, कोषाधिकारी और आरएसओ की मौजूदगी में 27 जनवरी को खोली गई थी।

अपने पास रखा सरकारी रुपया

दस्तावेजों को टटोलने के बाद जो सामने आई है उसमें सबसे अहम ये है कि प्रदीप गोयल ने सरकारी रुपया अपने पास रखा जिसकी जानकारी किसी को नहीं दी। नवंबर माह के कैशबुक में 16 नवंबर तक 77,100 रुपए हैं। लेकिन धनराशि अलमारी में नहीं मिली। न ही प्रदीप गोयल ने रुपया जमा कराने के बारे में अपने सीनियर्स को जानकारी दी। समिति के पूछने पर प्रदीप ने बताया कि उन्होंने राशि को जमा करा दिया है। जिसकी रसीद वो एक जनवरी को देंगे। उसके बाद प्रदीप ने एक जनवरी को अवकाश प्रार्थना पत्र भेज दिया। आरएसओ ने विशेष पत्रवाहक को रसीद लेने के लिए प्रदीप के घर भेजा। प्रदीप ने 77,100 रुपए 31 दिसंबर की रसीद की फोटो कॉपी। जिसमें न तो आरएसओ के साइन थे और स्टैंप थी।

कैशबुक में भी गड़बड़ी

वहीं कैशबुक में भी काफी गड़बड़ी देखने को मिली है। आरएसओ द्वारा भेजे गए लेटर अनुसार प्रदीप को गोयल को पूर्व में भी बताया गया था कैशबुक में सभी धनराशि की पर्सनल एंट्री भी करें। लेकिन चेतावनी देने के बाद भी एंट्री नहीं की गई। जिससे पता नहीं पा रहा है किसे कितना रुपया दिया गया है।

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चेंजिंग रूम को ही बना दिया था घर

- जिम्नास्टिक कोच का छह माह पहले ही हो गया ट्रांसफर

- अभी तक नहीं किया चेंजिंग रूम कम घर को खाली

- आरएसओ ने कोच को जारी किया नोटिस

Meerut : जहां एक ओर प्रदीप गोयल पर तलवार लटकी हुई है। वहीं आरएसओ की ओर से जिम्नास्टिक कोच को भी नोटिस जारी कर दिया गया है। ताज्जुब की बात तो ये है कि कोच का ट्रांसफर छह माह पहले दूसरे जिले में हो चुका है, लेकिन कोच द्वारा हॉल के चेंजिंग रूम को आवास बना दिया था। जिसे खाली करने के लिए नोटिस जारी किया है। वहीं मंगलवार खिलाडि़यों के पेरेंट्स ने खस्ता हॉल के लिए आरएसओ को शिकायत भी दी है।

हो रही है कठिनाई

आरएसओ ने बताया कि हॉल में जो आवास बना है उससे बालक बालिकाओं को चेंज करने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं कोच के द्वारा स्वीमिंग पूल के मीटर से बिजली का प्रयोग किया जा रहा है। जिसकी वजह से स्वीमिंग पूल के बिजली का बिल पौने तीन लाख रुपए आ गया है।

हो चुका है ट्रांसफर

वहीं, जिम्नास्टिक कोच अभिषेक कुमार यादव का ट्रांसफर छह माह पहले झांसी हो चुका है। उसके बाद भी उन्होंने अपना कमरा खाली नहीं है। वहीं आरएसओ से मंगलवार को जिम्नास्टिक खिलाडि़यों के पेरेंट्स मिलने के लिए आए थे। उन्होंने चेंजिंग रूम और हॉल को ठीक कराने की बात की। जिस पर आरएसओ ने उनसे लिखित में शिकायत की डिमांड की है।