- ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में भरकर आए किसान, किया धरना-प्रदर्शन

- गंगानगर, लोहियानगर व वेदव्यासपुरी के किसानों का धरना

Meerut : किसानों का पारा मंगलवार को भी चढ़ा रहा। बढ़े प्रतिकर के समझौते को एमडीए की बोर्ड बैठक में स्वीकृत न कराने से गुस्साए किसानों ने मंगलवार को मेरठ विकास प्राधिकरण को 'डेरा डालो, घेरा डालो' नारे के साथ घेरा। सुबह से ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से आए किसानों ने पूरे परिसर को कब्जा लिया। एमडीए कार्यालय के मुख्य गेट पर महिलाएं धरने पर बैठीं, जबकि पार्क व परिसर में पुरुष। पूर्व घोषित किसान द्वारा आत्मदाह का मामला डीएम के फोन पर दिए गए आश्वासन के बाद टल गया।

एमडीए में गाड़ा तंबू

मंगलवार सुबह गंगानगर, वेदव्यासपुरी व लोहियानगर के किसान एमडीए पहुंचे। उन्होंने ट्रैक्टर-ट्रॉलियां आड़ी-तिरछी खड़ी करके रास्ते बंद कर दिए। उसके बाद एमडीए भवन के प्रवेश द्वार पर अनिश्चितकालीन धरना दिया। तीनों योजनाओं के किसान लंबे समय से बढ़े प्रतिकर की मांग को लेकर आंदोलित हैं। डीएम के हस्तक्षेप के बाद एमडीए ने तीनों योजनाओं के किसानों के साथ समझौते का प्रारूप तय कर लिया था, जिसे एमडीए बोर्ड से स्वीकृति दी जानी है। किसानों का आरोप है कि एमडीए के अफसर बार-बार बैठक की तिथि घोषित करते हैं और उसे टाल देते हैं।

अनिश्चितकालीन धरने का ऐलान

मंगलवार को किसानों ने एमडीए भवन के दोनों प्रवेश द्वारों पर कब्जा करके धरना शुरू कर दिया व ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को आड़ी तिरछी खड़ी करके रास्ते बंद कर दिए। इससे अफसर भी गाडि़यों से प्रवेश नहीं कर सके। ऐसे में उन्हें पैदल ही भवन तक जाना पड़ा। वहीं बड़ी संख्या में महिलाएं भी मौजूद रहीं। दिनभर किसानों ने विचार रखे और मांगों के समर्थन में अनिश्चितकालीन धरने का ऐलान किया। दोपहर में किसानों ने परिसर में ही तंबू लगा दिया और खाना बनाना शुरू कर दिया।

डीएम का फोन पर आश्वासन

गंगानगर किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष तेजपाल सिंह व महामंत्री हरविंद्र सिंह ने बताया कि बोर्ड के नामित सदस्य डॉ। राजेश दोपहर में मिले। उन्होंने चीफ इंजीनियर से वार्ता करायी। लेकिन उनके पास कोई प्रशासनिक ताकत न होने के चलते किसान नहीं माने। तहसील दिवस में गए डीएम पंकज यादव से बाद में चीफ इंजीनियर ने फोन पर वार्ता कराई। डीएम ने आश्वासन देते हुए बुधवार को सुबह वार्ता के लिए बुलाया है। कहा कि अगर वार्ता सकारात्मक नहीं रहती तो दोपहर में किसान शिवकुमार आत्मदाह करेगा।

बोर्ड बैठक करने की मांग

किसानों ने मांग की कि तत्काल बोर्ड बैठक की तिथि घोषित की जाए, एमडीए की ओर से संपत्तियों की बिक्री व नीलामी पर रोक लगायी जाए, ताकि किसानों को भूखंड मिल सके। इन दोनों मुद्दों पर लिखित में मिलने तक धरना जारी रहेगा। मंगलवार को भी एमडीए वीसी राजेश कुमार सिंह नहीं थे। इस दौरान तेजपाल सिंह, सत्यपाल सिंह, सिद्धार्थ शर्मा, हरविंद्र सिंह, चौ। अनिल, गजेंद्र, सुरेंद्र भड़ाना, पोपीन के साथ ही बड़ी संख्या में महिलाएं भी मौजूद रहीं।