- शाहिद मंजूर ने कहा किसानों को मुआवजा दिलवाना मेरी जिम्मेदारी
- गर्मी के कारण किसानों की हालात बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती
- मुख्य अभियंता के कमरे में हुई नोकझोंक
- पुलिस ने किसानों के नाम पूछ भरे मुचलके
Meerut : श्रम एवं सेवायोजन मंत्री शाहिद मंजूर के आश्वासन पर एमडीए में किसानों ने धरना समाप्त कर दिया। शाहिद मंजूर ने कहा कि किसानों को मुआवजा दिलवाना मेरी जिम्मेदारी है। उधर गुरुवार को किसानों का धरना शाम चार बजे तक जारी रहा। किसानों ने दोपहर में एमडीए पार्क में भट्ठी जलवा कढ़ी-चावल बनवाए और खाए। वहीं एमडीए वीसी द्वारा यह कहने पर कि किसानों का एमडीए पर कुछ भी बकाया नहीं है, पर किसान भड़क उठे। मुख्य अभियंता से तीखी नोकझोंक हुई।
सीएम से करेंगे बात
शाहिद मंजूर दोपहर साढ़े तीन बजे एमडीए स्थित किसानों के धरने पर पहुंचे। इससे पहले किसान शाहिद मंजूर से मिलने सर्किट हाउस गए थे, लेकिन शाहिद मंजूर धरना स्थल पर ही पहुंच गए। मंत्री ने कहा कि इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया जाएगा। सीएम अखिलेश यादव से भी बात की जाएगी। वहां से आने के बाद किसानों को एक-एक पैसा दिलवाया जाएगा। पैसा दिलवाना अब मेरी जिम्मेदारी है।
ट्रैक्टर ट्रॉली में पहुंची महिलाएं
गुरुवार सुबह दस बजे ही महिलाओं का एमडीए में पहुंचना शुरू हो गया था। ट्रैक्टर ट्रॉली से महिलाएं एमडीए में चल रहे धरने पर पहुंची।
नहीं जला चूल्हा
गुरुवार को एमडीए ऑफिस में चूल्हा नहीं जला। एमडीए पार्क में ही किसानों ने कढ़ी चावल बनाकर खाए गए। चूल्हा एमडीए की गैलरी में रखा रहा।
गर्मी से हालात बिगड़ी
दोपहर 12 बजे करीब दो लोगों की हालात गर्मी के कारण बिगड़ गई। उनको तत्काल साकेत स्थित धनवंतरी अस्पताल में भर्ती कराया गया। दो महिलाएं भी बेहोश हो गईं। उनको भी उपचार दिलाया गया।
बिजली और पानी किया बंद
किसानों ने एमडीए ऑफिस के मुख्य द्वार पर दरी बिछाकर बैठे हुए थे। किसानों ने एमडीए से बिजली का कनेक्शन ले रखा था। गुरुवार को एमडीए ने कनेक्शन बंद कर दिया और पानी भी बंद कर दिया।
मंत्री जी धरना स्थल पर आए थे। उन्होंने आश्वासन दिया है किसानों का जो समझौता हुआ है उसको पूरा कराया जाएगा। इसीलिए धरना स्थागित कर दिया गया है।
-हरविंद्र सिंह, महामंत्री संयुक्त किसान संघर्ष समिति
किसानों का इस प्रकार से धरना देना उचित नहीं है। किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल आकर बात करता। मामले को बैठकर सुलझाया जा सकता है।
-राजेश कुमार वीसी मेरठ विकास प्राधिकरण