- कई दिन से था बैंक व सहकारी समिति के कर्ज को लेकर चल रहा था घर में क्लेश

Sardhna : कर्ज को लेकर घर में चल रहे क्लेश से परेशान किसान ने शुक्रवार को सिंडिकेट बैंक की शाखा में जहर खा लिया। हालत बिगड़ने पर उसे पहले नगर के नर्सिंग होम में बाद में एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। शाम के समय उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। हालांकि शाखा प्रबंधक किसान के बैंक में जहर खाने की बात से साफ इनकार कर रहे हैं।

यह है मामला

महादेव गांव निवासी धर्मवीर पुत्र रामस्वरूप (58) खेतीबाड़ी करते थे। उनका एक पुत्र आदेश है, जो शादीशुदा है। बताया गया कि धर्मवीर पर सिंडिकेट बैंक व सहकारी समिति महादेव का कर्ज था। जिसके लिए सिंडिकेट बैंक के अधिकारी उन पर लगातार दबाव बना रहे थे। बैंक का करीब साढ़े 4 लाख व सहकारी समिति का करीब एक लाख बकाया था। इसके चलते घर में भी क्लेश चल रहा था। इसके चलते वह काफी दिनों से परेशान चल रहे थे। शुक्रवार दोपहर वह नगर स्थित सिंडिकेट बैंक शाखा में पहुंचे। कुछ ही देर में उनकी हालत बिगड़ गई। बैंक में मौजूद महादेव के ग्रामीणों ने उन्हें निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया। चिकित्सक के मुताबिक धर्मवीर के मुंह से सल्फास की दुर्गंध आ रही थी। गंभीर हालत देखते हुए उन्हें मेरठ रेफर कर दिया गया। मेरठ के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में शुक्रवार शाम उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की तैयारी कर रही थी। परिजनों का कहना है कि बैंक अधिकारियों के दबाव के चलते धर्मवीर ने जहर खाया। इंस्पेक्टर मेहर सिंह ने कहा कि तहरीर मिलने पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

इन्होंने कहा :-

घटना के दौरान मैं बैंक में नहीं था। सिक्योरिटी गार्ड के अनुसार एक ग्रामीण को बैंक में चक्कर आया था। बैंक में मौजूद उनके गांव के लोग उन्हें अस्पताल ले गए थे। बैंक में जहर खाने जैसी कोई बात नहीं है।

देबोजीत भादुड़ी, शाखा प्रबंधक सिंडीकेट बैंक सरधना।