- एक बाल बंदी सुबह होते ही स्वयं वापस लौट आया, तीन का सुराग नहीं

- जिलाधिकारी ने बैठाई जांच, नगर मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में बनेगी टीम

Meerut: मेरठ में बाल बंदियों के फरार होने का सिलसिला नया नहीं है। सोमवार की रात भी बाल सुधार गृह की खिड़की तोड़कर चार बाल बंदी फरार हो गए। सूचना से आलाधिकारियों में खलबली मच गई। प्रोबेशन अधिकारी सहित थाना नौचंदी इंस्पेक्टर मय फोर्स के मौके पर पहुंचे। मंगलवार की सुबह को एक किशोर वापस लौट आया। जबकि तीन का पता लगाने में पुलिस सफल नहीं हो पाई। बार- बार बाल बंदी फरार होने की घटना को देखते हुए जिलाधिकारी ने सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में मामले की जांच करने के निर्देश दिए हैं।

सुरक्षाकर्मियों को दिया चकमा

बाल संप्रेक्षण गृह में सोमवार की रात सुनील व रामवीर दो सुरक्षाकर्मी तैनात थे। सुरक्षाकर्मियों के होश उस समय उड़ गए जब उन्हें चार बाल बंदी फरार होने की खबर मिली। सूचना मिलने पर जिला प्रोबेशन अधिकारी पुष्पेन्द्र कुमार व नौचंदी थाना अध्यक्ष हरशरण शर्मा मौके पर पहुंचे। उनके सामने ही एक बाल बंदी स्वयं ही वापस लौट आया। लेकिन तीन फरार बाल बंदियों का अब तक कोई पता नहीं चल सका है।

कैसे काट दिए सरिये

सोमवार की रात फरार हुए बाल बंदी संप्रेक्षण गृह के सेकंड फ्लोर में लगी खिड़की के सरिये काटकर फरार हुए हैं। इससे पता लगता है कि सुधार गृह की सुरक्षा किस तरीके से हो रही है। बाल अपराधियों के पास अंदर ही सरिया काटने की आरी से लेकर अन्य औजार रहते हैं। लेकिन प्रशासन ने कभी गृह की तलाशी लेने की जरूरत नहीं समझ़ी। जिसके चलते आए दिन बाल बंदी फरार होते रहते हैं।

जांच सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपी

जिलाधिकारी पंकज यादव ने आए दिन फरार हो रहे बाल बंदियों की समस्या को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच नगर मजिस्ट्रेट केशव कुमार को सौंपी है।

वर्जन

एक बंदी सुबह लौट आया है। शेष तीन बंदियों का पता अभी तक नहीं चल सका है। उन्हे खोजने की पुरजोर कोशिश की जा रही है।

- स्वर्णजीत कौर, सीओ, सिविल लाइन

मामले की मजिस्ट्रेटी जांच सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपी गई है। घटना देर रात सवा दो बजे की है। जिनमें से एक बरामद कर लिया गया है।

- पुष्पेंद्र कुमार, जिला प्रोबेशन अधिकारी, मेरठ