- परिजनों के मुताबिक चर्च घूमने के दौरान ही बिगड़ गई थी हालत

- उल्टी, दस्त और बुखार आने के बाद कुछ ही देर में दम तोड़ा

Sardhana : ख्क्वीं सदी में इस तरह की बात पर अधिकतर लोग भले ही विश्वास न करें, मगर मोहल्ला आजाद नगर में इस खबर की चर्चा जोरों पर है। ऐतिहासिक चर्च घूमने के दौरान एक किशोरी ने कब्र पर पैर रख कर फोटो खिंचवाई। इसी दौरान उसकी हालत बिगड़ गई। घर ले जाने पर बुखार और हैजा के लक्षण दिखने के बाद कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई। जिससे परिजनों में कोहराम मच गया। गमगीन माहौल में शव सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया।

चर्च घूमने गई थी

मोहल्ला आजाद नगर निवासी महबूब का परिवार 8 वर्ष से दिल्ली में रह रहा है। शनिवार को मोहल्ला आजाद नगर में उनकी रिश्तेदारी में शादी थी। जिसमें परिवार के लोग शामिल होने आए थे। इसी दौरान अन्य परिजनों के साथ महबूब की क्भ् वर्षीय पुत्री निशा चर्च घूमने आई थी। निशा ने चर्च में एक कब्र पर पैर रखकर फोटो खिंचवाई। इसी दौरान उसकी हालत बिगड़ गई। परिजन आनन-फानन में उसे घर ले गए। तब तक निशा को काफी तेज बुखार आ गया। उल्टी व दस्त भी होने लगे। परिजन उसे उपचार के लिए लेकर गए, मगर इसके बाद भी उसकी तबियत में कोई सुधार नहीं आया। देखते ही देखते कुछ घंटे में निशा ने दम तोड़ दिया। जिससे परिजनों में कोहराम मच गया। क्षेत्र में चर्चा फैल गई कि निशा की मौत कब्र पर पैर रखकर फोटो खिंचवाने की वजह से हुई है। मगर परिजन इस बात की पुष्टि नहीं कर रहे हैं, उनका कहना है कि निशा की मौत बुखार और उल्टी, दस्त से हुई है।

चर्च की इमारत में कई कब्र हैं, जो वॉकिंग जोन में हैं। जिन पर सभी लोग पैर रखकर चलते हैं। किशोरी की मृत्यु किसी और कारण से ही हुई होगी। कब्र पर पैर रखने से उसकी मृत्यु हुई है, ये लोगों का अंधविश्वास हो सकता है।

- फादर जॉन मेंडोंसा, चर्च पल्ली पुरोहित।