-बेगमपुल दिया धरना, उपद्रवियों ने प्रदर्शन के दौरान राहगीरों को बनाया निशाना

-हरियाणा सरकार की बर्खास्तगी और फाय¨रग के दोषियों की गिरफ्तारी की मांग

-बेगमपुल पर घंटों जाम, पुतला फूंका, मानव श्रृंखला बनाई

-जाट आरक्षण समिति ने तेजगढ़ी चौक पर हरियाणा सरकार की निकाली शवयात्रा

Meerut : हरियाणा में आरक्षण की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे जाट समुदाय पर पुलिस फाय¨रग तथा तीन लोगों की मौत व दर्जनों के घायल होने से मेरठ के जाट समाज में भी उबाल आ गया है। जाटों ने आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया। आंदोलनकारियों की मौत से आक्रोशित मेरठ विवि तथा कालेज के सैकड़ों छात्र शनिवार को विरोध में सड़क पर उतर आए। बेगमपुल पर चक्का जाम किया। घटना की न्यायिक जांच की मांग की। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने राहगीरों ने निशाना बनाकर मारपीट की।

बेगमपुल जाम, फूंका पुतला

सीसीएस यूनीवर्सिटी, मेरठ कालेज, डीएन और एनएएस समेत कई कालेजों के सैकड़ों छात्र शनिवार को दोपहर करीब 12 बजे मेरठ कालेज के शताब्दी द्वार पर एकत्र हुए। वहां से जुलूस के रूप में दयानंद नर्सिग होम से होते हुए बेगमपुल पर पहुंचे। बेगमपुल पहुंचकर चक्का जाम किया। साथ ही मानव श्रखंला बनाई। विरोध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला भी फूंका। मांग की कि हरियाणा की घटना की न्यायिक जांच कराई जाए। साथ ही पुलिस फाय¨रग में मारे गए लोगों को शहीद का दर्जा दिया जाए। दोषी अफसरों की तुरंत बर्खास्तगी की जाए। आरक्षण की मांग शीघ्र पूरी की जाए।

जाम रहे रास्ते, घंटों फंसे रहे वाहन

करीब एक घंटे तक सैकड़ों छात्र एवं युवा रालोद कार्यकर्ता संयुक्त रूप से बेगमपुल पर डटे रहे। इसके बाद मेरठ कालेज वापस आकर हरियाणा के मुख्यमंत्री का पुतला भी फूंका। चक्का जाम व प्रदर्शन में मेरठ कालेज के छात्रसंघ अध्यक्ष अंकित मलिक, महामंत्री अनुराग चौधरी आदि शामिल रहे। अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति कार्यकर्ता शनिवार को शास्त्रीनगर स्थित तेजगढ़ी चौक पर एकत्र हुए और कहा कि पूरे देश का जाट हरियाणा राज्य के जाटों के साथ खड़ा है। वहीं दूसरी ओर जाट आरक्षण को लेकर भाकियू ने भी रविवार को मेरठ करनाल हाईवे एक घंटे जाम करने की घोषणा की है। जिलाध्यक्ष हरेंद्र जानी व महासचिव सतवीर जंगेठी ने बताया कि रविवार को सुबह 11 से दोपहर 12 बजे तक दबथुवा में हाईवे को जाम किया जाएगा।

बेगमपुल पर जाम, बदसलूकी

बेगमपुल पर छात्रों के चक्का जाम से कुछ ही देर में भीषण जाम लग गया। इससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। तमाम वाहन स्वामी व अन्य लोग छात्रों की बदसलूकी का भी शिकार हुए। छात्रों ने डंडों के बल पर किसी को भी जाम के दौरान नहीं निकलने दिया। इस कारण उनकी छात्रों की कई बार भिंडत भी हुई। मारपीट भी की गई। मौके पर ही मौजूद पुलिस मूक दर्शक बनी रही। सीओ अपनी गाड़ी से तक न उतरे। जाम में सबसे अधिक परेशानी स्कूली छात्र-छात्राओं को हुई।