अरे भई अपने पीके के घर पर नन्ही परी ने जन्म लिया है, जिसका नाम साया रखा गया है। ये साया ही है जिसने पीके की जिंदगी बदल दी है। पिछले महीने 20 मार्च को पीके और सपना माता-पिता बनने का सपना पूरा हुआ।  

पीके का गुडलक

प्रवीण कुमार 6 फरवरी को कॉरपोरेट टूर्नामेंट के दौरान दूसरी टीम के खिलाड़ी से अभद्र व्यवहार करने के कारण कंट्रोवर्सी में फंसे थे और उन पर बैन लगाया गया था। लेकिन पिछले महीने बीसीसीआई ने उन पर से बैन हटा दिया और सैय्यद मुश्ताक अली टी-20 ट्रॉफी में पीके को खेलने का मौका मिला। इसके बाद अब पीके आईपीएल में भी अपनी टीम पंजाब किंग्स इलेविन के लिए शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। पीके अपनी स्विंग के बलबूते अपनी टीम को शुरुआती ओवर्स में ही सफलता दिलाने में कामयाबी हासिल कर रहे हैं। यही नहीं मैचों के दौरान पीके का इकोनॉमी रेट भी बहुत कम है।

पीके का डबल लक

पीके के लिए पहले सपना लक्की साबित हुई। आईपीएल के हर मैच में सपना पीके का मैदान में रहकर हौसला अफजाई करती नजर आती थी। ये पहला मौका है जब सपना पीके के साथ आईपीएल में नहीं है। इस बार पीके का डबल लक उसका साथ दे रहा है। सपना और उनकी बेटी साया मेरठ में रहकर ही पीके का हौसला बढ़ा रही हैं। अगर पीके का लक यूं ही साथ रहा, तो जल्द ही जून में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी में हम पीके को एक बार फिर देश का प्रतिनिधित्व करते हुए देख सकेंगे।

"पीके और सपना को पिछले महीने 20 मार्च को माता-पिता बनने का गौरव मिला। उनके बेटी हुई है, जिसका नाम साया रखा है."

- विनय कुमार, प्रवीण के भाई