2014 आईपीएल से पहले आए थे मेरठ, एसएस कंपनी के छह बल्ले लेकर गए थे

कारीगरों से की थी लंबी बात, 40-40 ग्राम कम कराया था बल्लों को वेट

Meerut। 15 अगस्त को एकाएक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का फैसला लेकर महेंद्र सिंह धोनी ने साफ-साफ संदेश दिया कि वह अब युवाओं के लिए रास्ता नहीं रोकेंगे। मगर धोनी के इस फैसले से जिन भारतीय क्रिकेट फैंस को बड़ा झटका लगा, उनमें मेरठ स्पो‌र्ट्स इंड‌र्स्टी के लोग भी शामिल है। एसएस कंपनी के मालिक जतिन सरीन का कहना है कि वह अब क्रिकेट में धोनी के हेलीकॉप्टर शॉट को बहुत याद करेंगे। वहीं एसएफ कंपनी के मालिक अनिल सरीन का कहना है कि धोनी कई बल्लों का ट्रायल लेते और फिर उन्हें एक या दो बल्ले पसंद आया करते थे।

मेरठ के बल्ले पहली पसंद

एसएस कंपनी के मालिक जतिन सरीन बताते हैं कि धोनी को मेरठ के बल्ले बहुत पसंद थे। धोनी अपने क्रिकेट करियर के दौरान 2011 से 2014 के बीच कई बार मेरठ आए। जतिन ने बताया कि अमूमन धोनी 1300 ग्राम वजन के बल्ले से खेलते हैं। मगर छह साल पहले 2014 में आईपीएल से पहले मेरठ आकर धोनी ने छह बल्ले पसंद किए। जिसके बाद धोनी फैक्ट्री में बल्ले बनाने वाले कारीगरों से रूबरू हुए और बल्लों का वेट 40-40 ग्राम कम कराया। एसएफ कंपनी के मालिक अनिल सरीन ने बताया कि उन्होंने 2014 में धोनी ने एसएफ से भी बल्लों की डिमांड की थी।

मेरठ से बनवाए ग्लब्स

महेंद्र सिंह धौनी के बलिदान बैज वाले विकेट कीपिंग ग्लब्स भी और कहीं नहीं बल्कि मेरठ से ही बनवाए थे। जतिन बताते हैं कि धोनी ने विश्व कप से पहले मेरठ की एसएस कंपनी स्पो‌र्ट्स कंपनी से विशेष तौर पर हरे रंग के साथ सेना का बलिदान बैज लगे दस्ताने भी बनवाए थे।

पीके ने ट्वीट पर दी बधाई

महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास के फैसले से मेरठ निवासी पूर्व भारतीय गेंदबाज प्रवीण कुमार यानी पीके भी खासे चौंक गए। हालांकि प्रवीण कुमार ने महेंद्र सिंह धोनी को उनके इस निर्णय पर बड़े ही अनोखे अंदाज में बधाई भी दी। प्रवीण कुमार ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर एक पुरानी तस्वीर टविीट की। जिसमें सुरेश रैना, प्रवीण कुमार, महेंद्र सिंह धोनी व एक अन्य खिलाड़ी मस्ती में उछलते नजर आ रहे हैं। साथ ही प्रवीण ने लिखा कि क्रिकेट में एक युग का अंत हुआ लेकिन सात नंबर जर्सी हमेशा हमारे मान-सम्मान का प्रतीक रहेगी।