- गंगा तीरे बसने लगी तंबुओं की नगरी

- सोमवार को श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ने की उम्मीद

Hastinapur : मखदूमपुर गंगा का घाट, बुग्गियों व ट्रैक्टर ट्रॉलियों से श्रद्धालुओं का आना लगातार जारी है। चारो ओर मां गंगा के जयकारे और गंगा की रेती पर आस्था का सैलाब चरम की ओर बढ़ रहा है। रेतीले मैदान में तंबुओं की नगरी का दृश्य नजर आने लगा है।

श्रद्धालुओं का रेला

मखदूमपुर गंगा घाट पर लगने वाले मेले में आज दूसरे दिन श्रद्धालुओं का बड़ी संख्या में पहुंचना प्रारंभ हो गया है। श्रद्धालु अपनी बुग्गियों पर सवार होकर मेले की ओर चल पड़े हैं। मेले के दूसरे दिन श्रद्धालुओं का रेला उमड़ने लगा है। मेले में दुकानदारों ने अपनी दुकान को सजाकर तैयार कर लिया और कुछ सजाने में लगे हैं। शनिवार की अपेक्षा मेले रविवार को मेले में काफी चहल पहल दिखाई दी। मेले में युवक कबड्डी, कुश्ती व रेत से खेलकर खूब मस्ती कर रहे है और बुजुर्ग लोग एकत्र होकर ताश खेलने में मशगूल हैं।

आज रहेगी भीड़

काíतक पूíणमा के अवसर पर लगने वाले मेले के तीसरे दिन भारी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। क्योंकि अधिकांश श्रद्धालु अपने घरों में देव उठानी एकादशी का पूजन कर ही मेले की ओर रूख करते हैं। इसलिए सोमवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं गंगा तट पहुंचने की संभावना है।

कैसे होगी सुरक्षा

मेले में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए मेले में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था, जिसमें 15 एसआई, दो महिला एसआई, 18 एचसीपी, 55 कांस्टेबल, 20 महिला कांस्टेबल, 10 यातायात पुलिस, एक गारद, दो फायर टैंक, दो घुड़सवार, दो प्लाटून पीएसी तैनात की गई थी। मेले में श्रद्धालुओं की संख्या तो बढ़ने लगी है, परंतु सुरक्षा के नाम पर दो एसआई, दो कांस्टेबल व एक महिला कांस्टेबल ही मेले में पहुंचे है। एक फायर टैंक भी शाम के समय मेले में पहुंचा।

शिविर का उद्घाटन

बजरंग दल के शिविर का उद्घाटन बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने शिविर तैयार कर लिया है, जिसका उद्घाटन सोमवार को भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर व नारियल फोड़ कर किया जाएगा। यह जानकारी बजरंग दल के वरिष्ठ पदाधिकारी सौरभ शर्मा ने दी।

प्रतिबंध के बाद भी मदिरापान

जहां पुलिस प्रशासन गंगा मेले शराब के सेवन पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध की बात कह रहा था और श्रद्धालुओं से भी अपेक्षा भी कर रहा था कि वे मेले में शराब का सेवन न करें। बावजूद इसके मेले में अंग्रेजी, देशी और कच्ची शराब का खूब सेवन किया जा रहा है।

गंदगी का कौन जिम्मेदार

गंगा घाट पर श्रद्धालुओं के आने जाने के लिए सर्कुलर रोड बनाई गई थी, जिसमें प्रतिबंधित घास टाटा टाईफा का प्रयोग किया गया था। परंतु गंगा का जलस्तर बढ़ा और वह रोड़ ध्वस्त हो गई। परंतु वहां पर पानी भरा हुआ है जिस कारण टाटा टाईफा घास गंगा नदी को प्रदूषित कर रही है। अब भारी तादात में पड़ी यह टाटा टाईफा घास गल रही है।