मेरठ ब्यूरो। दिल्ली-एनसीआर के लीडिंग अस्पतालों में शामिल मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल ने गुरुवार को मेरठ स्थित मैक्स मेड सेंटर में मल्टी स्पेशलिटी ओपीडी सेवा शुरू की है। इस ओपीडी में अलग-अलग बीमारियों के मरीज दिखा सकेंगे, खासकर वैस्कुलर सर्जरी, न्यूरो व स्पाइनल सर्जरी और कार्डियोलॉजी के मरीज यहां आकर डॉक्टरों को दिखा सकेंगे। इस ओपीडी के शुरू होने से मेरठ व आसपास के क्षेत्र के लोगों को काफी राहत मिलेगी और उन्हें किसी समस्या की शुरुआत में ही डॉक्टर को दिखाने के लिए मेट्रो शहरों की तरफ नहीं जाना पड़ेगा।

तकनीकी एडवांसमेंट में है अहम रोल

ओपीडी लांच के मौके पर मैक्स हॉस्पिटल पटपडग़ंज में कार्डियोलॉजी के सीनियर डायरेक्टर डॉक्टर परनीष अरोड़ा ने कहा कि इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी में तकनीकी एडवांसमेंट में काफी अहम रोल अदा किया है। इससे न सिर्फ अच्छा इलाज मिलता है, बल्कि मरीज की क्वालिटी ऑफ लाइफ में इसका असर नजर आता है। शानदार तकनी और एक्सपर्टीज के साथ हमने जटिल से जटिल सर्जरी में भी 90 फीसदी का सक्सेस रेट हासिल किया है। मैक्स हॉस्पिटल पटपडग़ंज में हम इंटरवेंशनल और मेडिकल मैनेजमेंट दोनों तरह के कॉम्प्लेक्स कार्डियक मामलों का इलाज करते हैं।

24 घंटे मिलती है सुविधा

अस्पताल में 24 घंटे कार्डियक से जुड़ी हेल्थ फैसिलिटी उपलब्ध रहती हैं जो इसे एक बेहतर कार्डियक सेंटर के रूप में स्थापित करता है। मैक्स हॉस्पिटल पटपडग़ंज में वैस्कुलर सर्जरी के सीनियर कंसल्टेंट डॉ। संतोष तिवारी ने कहा, जिन मामलों में पुरानी डायबिटीज डायबिटीक फुट का कारण बन जाती हो वैसे मामलों में जल्दी हस्तक्षेप काफी अहम होता है और इसके कारण विच्छेदन की जरूरत से बचा जा सकता है। जिंदगी को बेहतर बनाया जा सकता है। वैरिकाज़ नसों से जुड़े मामलों में, रेडियो फ्र क्वेंसी एब्लेशन (आरएफए) और लेजर एब्लेशन (ईवीएलटी) जैसी नॉन-इनवेसिव प्रक्रियाएं मरीजों के इलाज के लिए लेटेस्ट और सबसे प्रभावी ट्रीटमेंट है।ऑर्थो स्पाइन सर्जरी के एसोसिएट डायरेक्टर डॉ।भूपेंद्र प्रताप भारती ने कहा, रीढ़ की की-होल सर्जरी काफी सटीक और बेहतर होती है। मिनिमली इनवेसिव तकनीक की सहायता से हम अब रीढ़ के प्रभावित हिस्से को आसपास के टिशू को बिना नुकसान पहुंचाए ठीक करने में सक्षम हैं। इसका अच्छा नतीजा ये होता है कि ऑपरेशन के बाद दर्द कम होता है, अस्पताल में कम वक्त रहना पड़ता है और मरीज की तेजी से रिकवरी होती है। ये प्रक्रियाएं हमें शानदार सटीकता के साथ रीढ़ की हड्डी के मुश्किल मामलों को भी सही तरह से हैंडल करने में सक्षम बनाती हैं।