-सफाई कर्मचारियों को जनवरी माह का नहीं मिला वेतन
-कर्मचारियों ने प्रशासन को दी तीन दिन की मोहलत
Meerut:
नगर निगम में वेतन न मिलने से गुस्साए सफाई कर्मचारियों ने जमकर उत्पात मचाया। आक्रोशित सफाई कर्मियों ने शहर के मुख्य मार्गो व मेन चौराहों पर गंदगी व कूड़ा डालकर नाराजगी का इजहार किया। एक दिन के हड़ताल पर उतरे निगम कर्मियों ने प्रशासन को तीन दिन की मोहलत देते हुए आंदोलन की चेतावनी दे डाली।
क्या है मामला
नगर निगम के सफाई कर्मचारियों का आरोप है कि उनका जनवरी माह का वेतन रोक लिया गया है। वेतन रोके जाने से उनके घरों में जहां चूल्हे ठंडे पड़ गए हैं, वहीं बच्चों की समय पर फीस न जाने कारण बढ़ाई बंद हो गई है। कर्मचारी नेता पंकज चंडालिया ने बताया कि निगम व प्रशासनिक अफसरों से गुहार लगाने के बाद जब कोई वाजिब परिणाम नहीं निकला तो सफाई कर्मचारियों ने बुधवार को एक दिवसीय हड़ताल कर दी। इस दौरान गुस्साए कर्मचारियों ने सड़कों व मुख्य चौराहों पर कूड़ा व गंदगी फेंकी।
शहर में मची दुर्गध
बुधवार को शहर की सड़कें कूड़े से भरी नजर आई। सड़कों पर फैली गंदगी व जानवरों के शवों से उठती दुर्गध ने शहरवासियों का सांस लेना तक मुहाल कर दिया। वहीं दूसरी ओर सड़कों पर जमा हुए कूड़े के ढ़ेर से पूरा ट्रेफिक जाम सा नजर आया। सबसे बड़ी परेशानी तो सुबह स्कूल जाने वाले बच्चों को उठानी पड़ी।
यहां मची दुर्गध
बुढ़ाना गेट, बच्चा पार्क, ईव्ज चौराहा, हापुड अड्डा, बेगमपुल, भैंसाली बस अड्डा, गढ़ रोड, सूरज कुंड चौराहा, घंटाघर आदि
सभी निगमों में सफाई कर्मियों को वेतन दे दिया गया है, फिर मेरठ में वेतन क्यों रोका गया। इस संबंध में अफसरों से बात भी की गई लेकिन कोई परिणाम देखने को नहीं मिला। अब प्रशासन को तीन दिन का समय दिया गया है। यदि वेतन नहीं मिलता तो आंदोलन होगा।
कैलाश चंदोला, सफाई मजदूर संघ, नगर निगम
नए नगर आयुक्त के आने के बाद सफाई कर्मचारियों की समस्या का निस्तारण कराया जाएगा। शहर का सारा कूड़ा दोपहर बाद उठवा दिया गया था।
कुलभूषण वाष्र्णेय, चीफ इंजीनियर नगर निगम