ड्यूटी देख आया बुखार

- Duty कटवाने को तरह-तरह के जुगाड़ लगा रहे हैं कर्मचारी

- lady constables को सताने लगी बच्चों की चिंता

- अब तक 70 पुलिसकर्मियों ने लगाई leave application

- प्रभारी कार्मिक के पास रोजाना आ रही हैं सैकड़ों ड्डश्चश्चद्यद्बष्ड्डह्लद्बश्रठ्ठ

आई एक्सक्लूसिव

Meerut: विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान में लगी ड्यूटी को कटवाने के लिए कर्मचारी तरह-तरह की जुगाड़ लगा रहे हैं तो पुलिसकर्मी ड्यूटी से अपना नाम हटवाने के लिए रास्ते खोज रहे हैं। प्रभारी कार्मिक का जिम्मा देख रहे सीडीओ के पास रोजाना सैकड़ों एप्लीकेशन ड्यूटी कटवाने के लिए आ रही हैं तो वहंी पुलिस लाइंस स्थित चुनाव सेल में महिला पुलिसकर्मियों की 70 से अधिक अर्जियां पहुंच चुकी हैं। हालांकि कई ऐसे भी कर्मचारी हैं जिनकी मांग जायज है, प्रशासन ऐसी अर्जियों पर विचार कर रहा है।

करनी है देखभाल

महिला कांस्टेबल को चुनाव के दौरान ही अपने बच्चों के देखभाल की चिंता सताने लगी। चुनाव शांतिपूर्ण कराने के लिए पुलिस की जरूरत है, ऐसे में आलाधिकारियों को छुट्टी देने के लिए जमकर माथापच्ची करनी पड़ रही है। मतदान से पूर्व ही लगभग 20 महिला पुलिसकर्मी पहले ही मातृत्व अवकाश पर हैं। वहीं, करीब 10 ने हाल-फिलहाल में ही चाइल्ड केयर लीव ले डाली है। जनपद में वैसे ही महिला कांस्टेबलों की कमी है। ऐसे में 70 महिलाओं को और अवकाश पर भेजा पुलिस के लिए टेढ़ी-खीर है। वहीं जिला प्रशासन की ओर से जारी महिलाओं की लिस्ट में से कई महिलाएं मेटरनिटी लीव पर हैं तो कई नवजात शिशु के चलते ड्यूटी में असमर्थता जता रही हैं।

प्रशासन में भी बुरा हाल

जनपद में 2,451 बूथ के लिये 2,696 मतदान दल बनाए गए हैं। कुल 11,156 विभिन्न विभागों के कर्मचारियों की तैनाती 11 फरवरी को होने वाले मतदान के मद्देनजर लगाई गई है। प्रभारी कार्मिक सीडीओ विशाख जी ने बताया कि रोजाना सैकड़ों अर्जियां ड्यूटी कटवाने को लेकर आ रही हैं।

लग रहे हैं आरोप

ड्यूटी कटवाने को लेकर चक्कर काट रहे कुछ कर्मचारियों का आरोप है कि जानबूझकर प्रशासन उनके साथ नाइंसाफी कर रहा है। महिलाओं का कहना है कि संवेदनशील बूथों पर ड्यूटी लगा दी है। आबकारी विभाग के कर्मचारी शासन के निर्देशों का हवाला देकर रियायत चाहते हैं। महिला शिक्षक विभिन्न कारणों से ड्यूटी में असमर्थता जता रही हैं।

ड्यूटी की चिंता

प्रदेश में सात चरणों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। अपने जिले में पहले चरण में ही चुनाव है। शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए पुलिस तैयारियों में जुटी है। फोर्स हर चरण के मतदान के बाद अगले चरण वाले जिलों में चला जाएगा। लंबी ड्यूटी के चलते कई पुलिसकर्मियों ने अपनी बीमारी, बेटी के विवाह या आवश्यक कार्य का हवाला देकर बाहर जाने वाली फोर्स से नाम हटाने के लिए अर्जी दी है।

पहुंचना होगा विक्टोरिया पार्क

बुधवार को सीडीओ ने ड्यूटी में रियायत के लिए आए सभी आवेदनों को छंटवाया और उनमें से स्वाभाविक आवेदकों को 10 फरवरी को विक्टोरिया पार्क पहुंचने के निर्देश दिए हैं। सीडीओ का कहना है कि विक्टोरिया पार्क में पोलिंग पार्टियों का गठन किया जाएगा, जहां आरओ के निर्देशन में 'एक्ट्रा कर्मचारी' की तैनाती कर जेन्यून को ड्यूटी से मुक्ति दी जाएगी।

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मतदान ड्यूटी पर लगे सभी कर्मचारियों को ड्यूटी के स्पष्ट निर्देश हैं। फिलहाल सैकड़ों आवेदन पड़े हुए हैं, जिनपर विचार कर पाना संभव नहीं है। बावजूद इसके जिस भी कर्मचारी की आवश्यकता पुष्ट हो जा रही है उसे ड्यूटी से राहत दी जा रही है।

-विशाख जी, सीडीओ/प्रभारी कार्मिक

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70 महिला कर्मचारियों ने चुनाव ड्यूटी से राहत मांगी है। बच्चों की बीमारी, शिक्षा आदि को हवाला देकर छुट्टी मांगी गई है। पुलिसकर्मियों की कमी से विभाग पहले ही जूझ रहा है। हालांकि जेन्यून केस में ड्यूटी से राहत भी दी जा रही है।

-एसके सिंह, एसपी देहात/नोडल अधिकारी चुनाव