नदीम मेवाती से जुड़े पुलिसकर्मियों पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई

गुरुवार को विधायक और सांसद ने पीडि़त परिवार को न्याय का दिया भरोसा

Meerut : भावनपुर में अब्दुल्लापुर में शिव मंदिर कमेटी के उपाध्यक्ष (पुजारी) कांति प्रसाद की हत्या ने सियासी रंग लेना शुरू कर दिया है। भाजपा के सांसद और कैंट विधायक ने हिस्ट्रीशीटर नदीम मेवाती को मेरठ का विकास दुबे बताया है। उन्होंने कहा कि नदीम का थाने से लेकर चौकी तक तैनात पुलिसकर्मियों में सांठ-गांठ हैं। उसकी शह पर ही अनस ने कांति प्रसाद की हत्या की है।

क्या है मामला

भावनपुर के अब्दुलापुर बाजार में शिव मंदिर की दुकानों में कांति प्रसाद प्रसाद बेचते थे। साथ ही मंदिर की साफ-सफाई के साथ-साथ कमेटी में उपाध्यक्ष भी थे। सोमवार को कांति प्रसाद गंगानगर से बिजली का बिल जमाकर वापस लौट रहे थे। ग्लोबल सिटी के समीप गांव के ही अनस कांति प्रसाद के भगवा पटके पर धार्मिक टिप्पणी की। विरोध करने पर उनकी पीट-पीट कर हत्या कर दी। मामला सांप्रदायिक रूप न ले, पुलिस ने तत्काल ही आरोपित अनस को पकड़ लिया। उसे धार्मिक टिप्पणी करने और हत्या के मामले में जेल भेज दिया। उसके बाद अनस के परिवार ने कांति प्रसाद के घर पर पहुंचकर मुकदमा वापस लेने के लिए जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने उनके खिलाफ भी दूसरा मुकदमा दर्ज कर लिया। अभी तक पुलिस धमकी देने वाले आरोपितों को पकड़ नहीं पाई।

मेवाती को बचा रही पुलिस

सत्ता पक्ष के सांसद राजेंद्र अग्रवाल और विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल का कहना है कि नदीम मेवाती को पुलिस क्यों बचा रही है? सांसद का कहना है कि उससे पहले भी नदीम मेवाती के बारे में शिकायत कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि मामला सांप्रदायिक है, पर नदीम मेवाती अपने मजहब के लोगों पर भी जुल्म करता आ रहा है। उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने बताया कि आरोपितों पर कार्रवाई के लिए अब्दुल्लापुर चौराहे पर जाम लगाने वाले प्रदर्शनकारियों पर डंडा चलाने वाले दारोगा पर अभी तक कार्रवाई नहीं हुई है। उसके बारे में भी एसएसपी से बातचीत की जाएगी।

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उधर, कैंट विधायक ने पीडि़त परिवार को आर्थिक सहायता दिलाने का भरोसा दिया है। उन्होंने कहा कि नदीम मेवाती को भी पकड़कर जेल में डाला जाएगा। विधायक ने नदीम मेवाती से जुड़े पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई की मांग की। उनका कहना है कि नदीम मेवाती भी मेरठ का विकास दुबे है। चौकी से लेकर थाने तक पुलिसकर्मियों में नदीम की पैठ है।

नदीम की भूमिका की जांच कर रही है पुलिस : हिस्ट्रीशीटर नदीम मेवाती के खिलाफ अभी तक पुलिस की तरफ से कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है। धमकी देने वाले मुकदमे में नदीम मेवाती का जिक्र जरूर किया है। सीओ सदर देहात का कहना है कि नदीम मेवाती के मामले में शामिल होने की जांच की जा रही है। यही कारण है कि अभी तक नदीम मेवाती को पकड़ा नहीं गया है। जांच में नदीम के शामिल होने की पुष्टि होने के बाद उसकी गिरफ्तारी कर ली जाएगी।

भावनपुर पुलिस को कांति प्रसाद हत्याकांड में कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं। नदीम मेवाती की भूमिका की जांच कर कार्रवाई की जा रही है। साथ ही परिवार को धमकी देने वालों पर दूसरा मुकदमा दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी को दबिश दी जा रही है। गांव में किसी भी प्रकार का तनाव नहीं है। उसके बाद भी एहतियात के तौर पर पुलिस लगा दी गई है।

- अजय साहनी, एसएसपी।