मेरठ (ब्यूरो)। शादियों और त्योहारों के सीजन की शुरुआत होते ही एक बार फिर प्याज का बाजार गर्म हो चुका है। स्थिति यह है कि हर साल की तरह इस साल भी प्याज मुंह के स्वाद के साथ ही रसोई का बजट बिगाडऩे लगी है। मौसम और पैदावार में देरी के साथ बाजार की मनमानी के चलते पिछले तीन दिनों से प्याज के बाजार में उछाल जारी है। हालांकि शहर की सबसे बड़ी और प्रमुख नवीन सब्जी मंडी में प्याज की आवक और रेट में कमी आ गई है लेकिन फुटकर बाजार में रेट बढ़े हुए हैैं।

तीन तरह के प्याज
गत सप्ताह प्याज की फुटकर कीमतें शहर के सभी इलाकों में एक साथ बढऩा शुरु हुई थी। जिसके चलते सोमवार तक प्याज का दाम 60 रुपये तक पहुंच गया था। वहीं शुक्रवार तक प्याज का दाम शहर के सभी आम इलाकों जिसमें लालकुर्ती, भूमियापुल, खत्ता रोड, माधवपुरम, गोला कुंआ, फूलबाग, हापुड़ रोड, मोहनपुरी, कैलाश पुरी, जयदेवीनगर आदि में 60-70 रुपये किलो में प्याज बिक रहा है, जबकि साकेत, शास्त्रीनगर, ब्रहमपुरी, बुढ़ाना गेट, सरस्वती लोक, पल्लवपुरम, रोहटा, शताब्दी नगर, जागृति विहार जैसे पॉश इलाकों में यह 80-85 रुपये किलो में मिल रहा है। जबकि नवीन सब्जी थोक मंडी में प्याज की कीमत 55- 60 रुपये प्रति किलो है। यानि शहर के विभिन्न इलाकों के हिसाब से प्याज के दाम भी अलग अलग चल रहे हैं।

बारिश से प्याज खराब
नवीन सब्जी मंडी में मुख्य रूप से प्याज अलवर, पुणे और नासिक से आता है। महाराष्ट्र में नर्सरी समय से पहले और यूपी में देर से लगाई जाती है, यही वजह है कि वहां पैदावार जल्दी और यहां देर से होती है। सितंबर के अंतिम दिनों में महाराष्ट्र में प्याज की खोदाई का समय था। वहां उसी वक्त आंधी-पानी से प्याज खराब हो गया। साथ ही महाराष्ट्र के कई सिंडीकेटों ने मुनाफाखोरी के लिए किसानों का प्याज पहले ही खरीद कर भंडारण कर लिया है। नासिक, अहमदनगर में छोटे आढ़ती के पास प्याज नहीं बचा। वहीं महाराष्ट्र में प्याज की एन53 प्रजाति लगाई जाती है। इसमें सामान्य दिनों में बीमारियां कम लगती हैं, लेकिन यह बारिश का बोझ नहीं सहन कर पाती। इसके अलावा कर्नाटक व राजस्थान से भी प्याज आता है।

नए प्याज की आवक पर गिरेंगी कीमतें
हालांकि एक सप्ताह प्याज के दाम बढऩे के बाद अब शुक्रवार से सब्जी मंडी में प्याज की आवक बढऩा शुरु हो गई है। नवीन सब्जी मंडी में दो दिन पहले तक 15 ट्रक आ रहे थे, जो अब 20-25 हो गए हैं। यहां प्याज की कीमत 50 से 60 रुपये किलो तक है। इस वक्त अलवर और नासिक से प्याज आ रहा है। राजस्थान और कर्नाटक से दिसंबर से नए प्याज की आवक बढऩा शुरू होगी तो कीमतें गिरेंगी।

प्याज के दाम
अक्टूबर माह में - 30 से 35 रुपए प्रति किलो
नवंबर माह में- 80 से 85 रुपए प्रति किलो

प्याज की फसल खराब होने के के कारण गत दिनों प्याज के दाम में इजाफा हुआ था लेकिन अब वापस प्याज की आवक शुरु होने के साथ प्याज के दाम कम होना शुरु हो गए हैं। आज मंडी में प्याज की कीमत 45 से 50 रूपए तक थोक भाव तक पहुंच गई है। मंडी से बाहर फुटकर बाजार में तो विक्रेताओं ने मनमर्जी से दाम बढ़ाए हुए हैं।
पदम सैनी, अध्यक्ष, नवीन सब्जी मंडी

अलवर और नासिक का प्याज मंडी में आना शुरु हो गया है। लेकिन अभी भी आवक कम है। हालांकि मंडी से बाजार फुटकर बाजार में प्याज मंहगा बिक रहा है लेकिन मंडी में दाम कम होना शुरु हो गए हैं।
भूषण शर्मा, आढ़ती, नवीन सब्जी मंडी

अब प्याज के दाम 80 रुपये किलो तक पहुंच गए हैं। ऐसे में रसोई चलाना मुश्किल हो गया है। प्याज अधिकतर सब्जियों में इस्तेमाल की जाती है। ऐसे में रसोई के बजट में बढ़ोतरी हुई है। प्याज के दाम कम करने की तरफ कदम उठाने चाहिए।
निर्मला

आम आदमी की रसोई में सबसे प्रमुख आइटम है प्याज, इसके बिना सब्जी बनती नही है। इसके दाम बढऩे आम परिवार का बजट प्रभावित होता है।
सुनील