- बम विस्फोट के धमाकों से हिल गया पूरा शहर

- आतंकियों ने ध्वस्त कर दी इराक की संचार व्यवस्थाएं

- आतंक फैलाने को मासूम बच्चों को भी नहीं बख्शा

<- बम विस्फोट के धमाकों से हिल गया पूरा शहर

- आतंकियों ने ध्वस्त कर दी इराक की संचार व्यवस्थाएं

- आतंक फैलाने को मासूम बच्चों को भी नहीं बख्शा

Jani khurd :Jani khurd : इराक में चल रहे कत्लेआम ने देश और दुनिया में जबरदस्त भूचाल पैदा किया हुआ है। इराक में हिंसक हालातों के बीच शुक्रवार को जियारत के लिए गया धौलड़ी निवासी एक दंपति बीस दिन बाद इराक से सकुशल अपने घर पहुंचा। दंपति के घर पहुंचने पर परिजन खुशी से झूम उठें।

होने लगे बम विस्फोट

जानी क्षेत्र के गांव धौलड़ी निवासी अली नफीस काजमी पुत्र अली सफदर काजमी फ्क् जून को जियारत के लिए अपनी पत्‍‌नी हसमत जेहरा के साथ फ्0 लोगों के दल में इराक गया था। सबसे पहले अली नफीस काजमी इराक के सामरा शहर में गए थे। वहां से वह अल नजफ और करबला गए थे। वह बताते है कि जब इराक में आतंकियों ने हमला किया और लोगो को मारने लगे तो उस समय वह सामरा शहर में थे। उस पल को याद करते हुए वह कहते है कि जब शहर के आस पास बम विस्फोट होने लगे तो पूरा शहर धमाकों से हिल गया था। चारों ओर भगदड़ मची हुई थी।

हिंसा को करीब से देखा

आतंकियों ने इराक की सभी संचार व्यवस्था को ध्वस्त कर दिया था। संचार व्यवस्था ध्वस्त होने के कारण ही जियारत और रोजगार के सिलसिले में इराक गये लोग आपने परिजनों से संपर्क नही कर पा रहे है। उन्होंने बताया कि आतंकियों द्वारा बम विस्फोट और गोलीबारी के बाद भी जियारत पर गये लोगो का जोश देखने लायक था। उनके दल ने हिंसाग्रस्त इराक में अपनी जियारत पूरी की। इस दौरान उन्होने मौत को कई बार करीब से देखा।

निशाने पर सेना

उन्होने बताया कि विद्रोही इराक में सेना को सबसे ज्यादा टारगेट बना रहे है। विद्रोही छोटे बच्चों को भी नही बख्श रहे है। क्भ् जून को किसी प्रकार वह बगदाद पहुंचे। वहां से वह हवाई जहाज द्वारा ईरान की राजधानी तेहरान पहुंचे। बगदाद के हवाई अड्डे को चारो ओर से सेना ने अपने कब्जे में किया हुआ था। हर आने-जाने वाली की कड़ी चैकिंग की जा रही थी।

सकुशल वापसी से खुशी

आज दोपहर वह अपनी पत्‍‌नी के साथ अपने गांव धौलड़ी वापस आये। उनके साथ दल में मवाना से गये मौलाना नकी हुसैन भी सकुशल अपने घर मवाना आज ही पहुंचे है। अली नफीस काजमी के गांव पहुंचने पर ग्रामीणों का उनके घर पर पूरे दिन तांता लगा रहा। हर कोई उनसे इराक के हालात की जानकारी लेने में लगा रहा। परिजनों ने उनके घर आने पर खुदा का शुक्रिया किया और राहत की सांस ली।

इराक में फंसे हैं गांव के तीन लोग

जानीखुर्द: ग्रामीणों के अनुसार गांव निवासी मंजूर हुसैन अपनी पत्‍‌नी तथीर और गांव निवासी जाकिर हुसैन की पत्‍‌नी नूरजहां के साथ दस दिन पहले ही इराक गये हुए है। लेकिन परिजनों का उनसे कोई सम्पर्क नही हो पा रहा है। परिजन और ग्रामीण उनकी घर पर सही सलामत वापसी को लेकर दिन रात खुदा से दुआ मांग रहे है।

फोटो - ख्0एसआरडीभ्0भ् - इराक से वापस लोटने पर जानकारी देते अली नफीस काजमी।

ख्0एसआरडीभ्0म् - इराक से वापस लोटी नफीस काजमी की पत्नी।