-14 बटालियन राजपूत रेजीमेंट ने किया वीर नारियों व योद्धाओं को सम्मानित

-प्लेटिनम जुबली समारोह में तीन पीढि़यां हो गईं एक, साझा किया अनुभव

Meerut : फौज में कहावत है कि वर्दी शरीर को नहीं बल्कि आत्मा को पहनाई जाती है। जंग-ए-मैदान से दूर होने के बाद भी फौजी हमेशा फौजी ही रहता है। गुरुवार को क्ब् बटालियन राजपूत रेजीमेंट के प्लेटिनम जुबली समारोह में अपने इस परिवार के लिए प्यार और सम्मान आंखों में साफ झलका। वर्षो बाद की मुलाकात ने यादें ताजा करने के साथ अनुभव साझा करने का अवसर प्रदान किया। बटालियन के इस कार्यक्रम में देशभर से पूर्व सैनिक शामिल हुए। समारोह में पूर्व थल सेनाध्यक्ष, विदेश राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह मुख्य अतिथि थे।

परेड ने दी सलामी

प्लेटिनम जुबली समारोह की शुरुआत शहीदों को श्रद्धांजली देने के साथ हुई। फौजियों व पूर्व सैनिकों ने शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए। परेड कमांडर मेजर विक्रम सिंह के नेतृत्व में सैन्य बैंड की धुन पर जवानों ने उद्घोष के साथ पूर्व थल सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह को सलामी दी। इससे पूर्व क्ब् बटालियन राजपूत रेजीमेंट के कमान अधिकारी कर्नल एस डिनी, मेजर जनरल जीडी शर्मा व लेफ्टिनेंट जनरल अनिरुद्ध चक्रवर्ती ने भी परेड की सलामी ली।

याद आया बचपन

इसी बटालियन में पिता के कार्यकाल के दौरान जन्में जनरल वीके सिंह को अपना बचपन याद आया। उन्होंने बताया कि एक पूर्व सैनिक ने वर्ष क्9भ्म् में उनके पिता के मातहत इसी पल्टन में कार्यरत रहने की बात बताई तो मुंबई की यादें ताजा हो गईं। कहा कि कुछ चेहरे याद हैं और कुछ धुंधला चुके हैं, लेकिन पल्टन एक परिवार है और यह हमेशा अपने सदस्य को ऊंचा उठाकर रखती है। उन्होंने सेना के डाक विभाग स्तर पर तैयार पोस्टल स्टांप का विमोचन भी किया।