- परिसर में पेड़ के सहारे गमछे का फंदा बनाकर झूल गया

- जेल प्रशासन के अनुसार डिप्रेशन का शिकार था बंदी

Meerut : जिला जेल की सारी सुरक्षा व्यवस्था धरी रह गई जब शनिवार सुबह एक बंदी ने आत्महत्या कर ली। वह पेड़ पर गमछे से फंदा लगाकर झूल गया। आनन-फानन में उसे मेडिकल कॉलेज ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जेल प्रशासन के अनुसार बंदी जब से जेल में आया था, डिप्रेशन का शिकार था। बंदी को छेड़छाड़ के आरोप में 15 दिन पहले ही जेल में लाया गया था।

पास्को एक्ट का केस

भगवतपुरा स्थित इंदरपाल वाली गली निवासी 21 वर्षीय मुकेश पुत्र मेवाराम को 15 जनवरी को ही जेल में लाया गया था। उसके पर नाबालिग लड़की के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप के तहत 363, 366 और पास्को एक्ट में मुकदमा चल रहा था। एडीजे 12 की कोर्ट में उसका मुकदमा चल रहा था। शनिवार सुबह वह अपने बैरक नंबर 8 से बाहर निकलकर पारिसर में ही बने बाथरूम के पास गया। वहीं पर स्थित पेड़ पर गमछे का फंदा बनाकर झूल गया।

टूट गया फंदा

जेल प्रशासन मुकेश की मौत का कारण गंभीर चोटें बता रहा है। जेल प्रशासन के अनुसार मुकेश ने आत्महत्या का प्रयास किया था। जैसे वह फंदे पर झूला गमछा फट गया और वह नीचे गिर गया। नीचे गिरने से उसकी हड्डी टूट गई। जिसके बाद उसे मेडिकल के हड्डी विभाग में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। उसके शरीर के कई जगह पर फ्रैक्चर बताया जा रहा है। जेल प्रशासन का यह भी कहना है कि वह डिप्रेशन का शिकार था। किसी से बात नहीं करता था और हमेशा अपने में ही रहता था। चेहरे से वह काफी परेशान दिखता था। डिप्रेशन में आकर ही उसने आत्महत्या का प्रयास किया होगा।

जेल सुरक्षा पर सवाल

परिसर में मुकेश का फांसी के फंदे पर झूलना जेल परिसर में सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करता है। सुरक्षा व्यवस्था होती तो उसे पेड़ पर चढ़ने से पहले ही पकड़ लिया जाता। पाकिस्तानी जासूस आईएसआई का एजेंट इजाज भी इसी जेल में बंद है। ऐसे सुरक्षा और कड़ी होनी चाहिए थी। मगर जिस तरह से जेल में घटनाएं हो रही हैं, उन्हें देखते हुए इजाज की सुरक्षा पर खतरा मंडराने लगा है।

बंदी डिप्रेशन का शिकार का था। जिसके चलते उसने परिसर में आत्महत्या का प्रयास किया और गिर गया। गिरने से उसको काफी गंभीर चोटे आई, जिसके चलते उसकी मौत हो गई।

- एसएचएम जैदी, जेल अधीक्षक