- आए दिन लोगों को कुचल रहे हैं तेज रफ्तार अज्ञात वाहन

- दो दिन पहले दो लोगों को मार गया एक अज्ञात वाहन

- बीती रात नवनियुक्त दरोगा को रौंद गया अज्ञात वाहन

- हर साल सड़कों पर होते हैं करीब 900 एक्सीडेंट

- चार सौ से अधिक लोग सड़कों पर तोड़ देते हैं दम

Meerut : सड़कों पर अज्ञात वाहन लोगों के घर उजाड़ रहे हैं। लोगों को बेमौत मार रहे हैं। पुलिस भी इन्हें लेकर बेबस नजर आ रही है। सड़कों पर कत्ल करने के बाद वाहन फरार हो जाते हैं और पुलिस को इनका सुराग भी नहीं मिलता। पीछे रह जाते हैं सड़कों पर खून के धब्बे और मरने वाले का रोता हुआ परिवार। मंगलवार की रात भी एक अज्ञात वाहन ने जानी थाने के एक अंडर ट्रेनी दरोगा को मौत के घाट उतार दिया।

कांस्टेबल से दरोगा

नलहेड़ा गुर्जर थाना रामपुर मनिहारन सहारनपुर का रहने वाले टेकचंद भारती (फ्भ्) पुत्र मनभर सिंह जानी थाने में अंडर ट्रेनी तैनात हुए थे। टेकचंद कांस्टेबल से प्रमोट होकर दरोगा बने थे। कोर्ट से निर्णय के बाद ख्0क्ख्-क्फ् बैच में तैनाती दी गई थी। गत 9 नवंबर ख्0क्फ् को जानी थाने में इनकी तैनाती की गई। इससे पहले कांस्टेबल के पद पर बुलंदशहर में जुलाई से नवंबर तक रहे और इसके बाद गाजियाबाद में रहे। इनके परिवार में दो बच्चे हैं। एक बेटा और एक बेटी। टेकचंद ने कांस्टेबल से दरोगा बनने के लिए काफी मेहनत की थी।

एक्सीडेंट में मौत

मंगलवार की रात करीब साढ़े नौ बजे चैकिंग के लिए रवाना होकर सुभारती चौकी पर हमराहियान को लेने जा रहे थे। जैसे ही किठौली पेट्रोल पंप के पास पहुंचे तो किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मरी दी। गंभीर घायल अवस्था में इनको अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इन्होंने ने दम तोड़ दिया। वहीं उस अज्ञात वाहन का कोई सुराग नहीं लगा, जिसने दरोगा को मौत के घाट उतार दिया। फिलहाल दरोगा के पार्थिव शरीर को पीएम के बाद पुलिस अधिकारियों ने सलामी दी और परिजनों को सौंप दिया। इनकी मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया।

सड़क पर कत्ल

साल ख्0क्ब् में अब तक ख्भ्0 से अधिक एक्सीडेंट हो चुके हैं, जिसमें करीब सौ लोगों की मौत हो चुकी है। एक जनवरी ख्0क्फ् से लेकर क्भ् अप्रैल ख्0क्फ् तक के आंकड़ों में मेरठ में ख्क्8 एक्सीडेंट हुए थे। जिनमें 9क् लोगों की मौत हुई और करीब ख्क्0 लोग घायल हुए। जिसमें डेढ़ सौ से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। जिले में ख्0क्ख् में भी रिकॉर्ड तोड़ एक्सीडेंट हुए थे। जिसमें करीब 887 एक्सीडेंट, फ्80 मौतें और 7ख्भ् लोग घायल हुए थे। जिसमें पांच साल का रिकार्ड लगभग टूट गया था।

अज्ञात वाहन के सामने बेबसी

शहर में होने वाले एक्सीडेंट अधिकतर अज्ञात वाहनों के द्वारा होते हैं। हाईवे पर तो एक्सीडेंट के बाद वाहन का पता ही नहीं चलता। जहां लगभग रोज एक्सीडेंट होते हैं। तेज रफ्तार वाहन आता है और सड़क पर चलने वाले बाइक सवार, साइकिल सवार, सड़क पार करने वाले लोगों को कुचलकर निकल जाता है। जिसको पुलिस पकड़ने में एकदम असहाय सिद्ध होती है। कई बड़ी सड़क दुर्घटनाओं में आजतक वाहन का कुछ पता नहीं चला। कौन सड़क पर लोगों को रौंद जाता है यह जानने में पुलिस के पसीने छूट जाते हैं। ऐसे में वह सीमित कार्रवाई करके पीछा छुड़ा लेती है।

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आए दिन सड़क दुर्घटनाएं

- क्9 मई को दौराला में हाइवे पर सड़क पार कर रहे दो लोगों को अज्ञात वाहन कुचल गया था। जिसमें दोनों की मौत हो गई। वाहन का कुछ पता नहीं चला।

- ब् मई को मवाना रोड पर बहचौला गांव के पास एक कांस्टेबल को इंडिका कार कुचल गई। जिसमें कांस्टेबल की मौत हो गई। कार का आजतक पता नहीं चला।

- ब् मई सदर बाजार थाना एरिया में कंकरखेड़ा रोड पर बाइक सवार को अज्ञात वाहन कुचल गया। जिसमें बाइक सवार की मौके पर ही मौत हो गई।

- ख्म् मार्च को परतापुर एरिया में फ्लाई ओवर पर स्कूटी सवार जीजा-साले को रोडवेज बस कुचल गई। जिसमें साले की मौत हो गई और जीजा घायल हो गया। आजतक उस रोडवेज का भी पता नहीं चला।

- क्ख् मार्च को दौराला के पल्हेड़ा चौराहे पर कैंटर में अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। जिसमें कैंटर चालक की मौत हो गई। साथ ही अज्ञात वाहन वहां से रफू चक्कर हो गया।

- म् मार्च को काली नदी के पास अज्ञात वाहन ने साइकिल सवार एक युवक को कुचल डाला। जिसकी मौके पर मौत हो गई।

- ख्म् फरवरी को गढ़ रोड पर अज्ञात वाहन ने साइकिल सवार युवक को कुचल डाला। जिसकी मौके पर ही मौत हो गई।