मेरठ (ब्यूरो)। आठवें गुरू श्री गुरू हरिकृष्ण साहिब जी का प्रकाश पर्व मंगलवार को गुरूद्वारा श्री गुरु सिंह सभा कंकरखेड़ा में मनाया गया। जिसमें बड़ी संख्या में संगत ने भाग लेकर गुरबाणी-कीर्तन किया। इस अवसर पर कीर्तन जत्थे द्वारा श्री गुरू हरिकृष्ण द्वारा मानवता पर किए गए उपकारों को शब्द कीर्तन के माध्यम से याद किया। इस दौरान जब भाई सतनाम सिंह ने श्री हरिकृष्ण धियाईये जिस डिंठे सब दु:ख जाए शब्द गायन किया तो सारी संगत भाव विभोर होकर धन श्री गुरू हरिकृष्ण साहिब जी का नाम जपने लगी।

रोगियों को राहत पहुंचाई
इस अवसर पर उपस्थित संगत को श्री हरिकृष्ण साहिब जी के प्रकाश पर्व पर सभी ने एक-दूसरे को बधाई दी। इस मौके पर गुरूद्वारा श्री गुरू सिंह सभा कंकरखेड़ा के प्रधान मनजीत सिंह कोछड़ ने कहा महान परोपकारी गुरू हरिकृष्ण साहिब जी ने दिल्ली बंगला साहिब वाले स्थान पर पहुंचकर भंयकर रूप से फैले चेचक के रोगियों को निरोग कर राहत पहुंचाई। यहीं नहीं, गुरूद्वारा बंगला साहिब में पवित्र अमृत जल का ऐसा चश्मा प्रगट किया, जिस का अमृत जल गृहण कर आज भी हजारों रोगी निरोग होकर गुरू जी का शुक्रराना कर रहे हंै। जब गुरू हरिकृष्ण साहिब जी ने संगत को अवगत कराया की हमारा सचखंड गमन का समय निकट आ गया है। तब संगत ने भाव विहृल होते हुए पूछा हमारा अगला और नौंवा गुरू कौन होगा। तब गुरू जी ने महान परोपकार करते हुए फरमाया गुरू बसे ग्राम बकाले और नौंवे गुरू को मक्खन शाह लुबाणे ने प्रगट कर दिया।

लंगर का लिया स्वाद
आयोजन की समाप्ति के बाद सारी संगत ने विशेष रूप से तैयार खीर का लंगर ग्रहण कर गुरू साहिब जी का शुक्रराना किया। आयोजन में विशेष रूप से इकबाल सिह धारीवाल,धीर सिह, अजीत सिह, हरमिनदर मजीठिया, हरप्रीत सिह सलूजा, परमजीत सिह रोकी, किशन सिह छाबड़ा, परमजीत सिह पम्मा वीर, बलबीर सिंह व सज्जन सिह का सहयोग रहा।