- व्यापारी प्रतिनिधि के बिना प्रकोष्ठ नहीं हो सकता कारगर
- सीओ नहीं कर सकते व्यापारियों की समस्याओं का समाधान
मेरठ : सीएम का ड्रीम प्रोजेक्ट व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ शहर के व्यापारियों ने सिरे से नकार दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रकोष्ठ से कोई फायदा नहीं जिसमें व्यापारियों का प्रतिनिधित्व न हो। पहले भी पुलिस उनकी समस्या सुनती थी। अब सीओ कोतवाली को नोडल अधिकारी बना दिया है। इसमें कोई फायदा नहीं हुआ है। वहीं सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ गठित किया था, जिसका नोडल अधिकारी सीओ कोतवाली दिनेश शुक्ला को बनाया है।
क्या हैं मांग
व्यापारियों की मांग है कि इस प्रकोष्ठ में व्यापारियों को शामिल किया जाए।
- व्यापारियों की समस्याओं को तुरंत ही समाधान कराया जाए।
व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ में सभी व्यापारियों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा। उनकी सुरक्षा के लिए प्लान तैयार किया जाएगा।
दिनेश शुक्ल सीओ, नोडल अधिकारी व्यापार सुरक्षा प्रकोष्ठ
कोट्स
व्यापारियों के हित में इसका गठन नहीं हुआ है। पुलिस अधिकारी इसका नोडल अधिकारी है। जिससे व्यापारियों की समस्याओं का कोई समाधान नहीं होगा।
विष्णु दत्त पराशर
जिला अध्यक्ष उप्र उद्योग व्यापार मंडल
व्यापार सुरक्षा प्रकोष्ठ में व्यापार मंडल का प्रतिनिधित्व होना चाहिए था। जिससे व्यापारियों को मदद मिल सकती थी।
-आशु शर्मा
अध्यक्ष उप्र संयुक्त व्यापार मंडल
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मुख्यमंत्री की व्यापारियों के हित में अच्छे कदम है, लेकिन इसमें व्यापारियों को शामिल करना चाहिए। सुरक्षा प्रकोष्ठ में सीओ को नोडल अधिकारी बनाया गया है। जिससे व्यापारियों को कोई फायदा नहीं होगा।
-नवीन गुप्ता अध्यक्ष संयुक्त व्यापार संघ
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व्यापारियों के लिए अच्छे कदम हैं। लेकिन मुख्यमंत्री से मांग करेंगे कि इसमें संयुक्त व्यापार संघ के पदाधिकारियों को भी शामिल किया जाए।
-दलजीत सिंह वरिष्ठ उपाध्यक्ष संयुक्त व्यापार संघ मेरठ
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व्यापारियों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा प्रकोष्ठ के गठन के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद करते हैं। लेकिन इसमें अगर व्यापार संघ के पदाधिकारियों को शामिल नहीं किया गया तो यह कागजों में सिमट कर रह जाएगा।
गौरव शर्मा, मंत्री संयुक्त व्यापार संघ