- सारी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए एसएसपी ने दिया निर्देश

- कानूनी प्रक्रिया के तहत कुलदीप को जल्द मिल जाएगी बेल

Meerut: सिख को जेल भेजने के प्रकरण पर चौतरफा घिरी मेरठ पुलिस ने अपने कदम खींचने शुरू कर दिए हैं। बेगमपुल पर हुए बवाल के बाद सिख समुदाय से लेकर तमाम पार्टियों के नेताओं ने पुलिस पर गलत कार्रवाई किए जाने का आरोप लगाते हुए दबाव बनाया। बुधवार को गाजियाबाद से आए सिख समुदाय के लोगों ने पुलिस ऑफिस का घेराव किया। पुलिस ने उन्हें आश्वासन दिया कि जेल गए सिख व्यक्ति पर से संगीन धारा हटाने का निर्देश दे दिया गया है।

संगीन धारा पर कड़ा विरोध

कुलदीप के ऊपर 9 धाराएं लगाई गई थीं, जिसमें 307 भी लगाई गई। इसके बाद सिख समाज से लेकर तमाम पार्टियां व संगठन विरोध पर उतर आए। भाजपा नेताओं ने एसएसपी आवास का घेराव किया। वहीं सिख समाज के कई संगठनों ने भी एसएसपी ऑफिस का घेराव कर विरोध जताया। सभी का आरोप था कि पुलिस ने गलत व एकतरफा कार्रवाई की। मामला पंजाब के डिप्टी सीएम से लेकर यूपी के कारागर मंत्री तक पहुंचा। इसके बाद पुलिस दबाव में आते नजर आई। एसएसपी डीसी दूबे ने पूरे मामले को क्राइम ब्रांच को सौंप दिया। वहीं दारोगा के खिलाफ भी जांच के आदेश दिए।

साक्ष्यों को परख कर दिया निर्देश

क्राइम ब्रांच ने प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज किए। वीडियो फुटेज भी देखे गए। जांच में यह पता चला कि जिस वक्त पथराव हुआ आरोपी कुलदीप घटना स्थल पर नहीं थाने में था। सारी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए बुधवार को एसएसपी ने कुलदीप पर से धारा 307 हटाने का निर्देश जारी किया।

गाजियाबाद से आए सिख प्रतिनिधि

बुधवार को गाजियाबाद के सिख समुदाय के लोगों ने पुलिस अधिकारियों का घेराव किया। सपा के गाजियाबाद के जिला प्रवक्ता इंद्रजीत सिंह टीटू, मुलायम सिंह यादव यूथ ब्रिगेड, मेरठ के महानगर अध्यक्ष परविंदर सिंह ईशू, बलजीत सिंह चड्ढा, सत्यवीर सिंह, गुरप्रीत सिंह, गाजियाबाद के बड़ा गुरुद्वारा के जनरल सेकेट्री एसपी सिंह समेत कई लोग पुलिस ऑफिस पहुंचे। उन्होंने एसपी आरए प्रवीन रंजन सिंह, एसपी क्राइम अजय सहदेव से वार्ता की। अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन दिया कि कुलदीप पर से 307 धारा हटाने के निर्देश कर दिए गए हैं। इसके बाद सिख समुदाय के सभी नुमाइंदों ने एसएसपी से मिलकर उनका धन्यवाद ज्ञापित किया।

जमकर दिखी राजनीति

घेराव के दौरान बड़े पैमाने पर राजनीति देखने को मिली। बड़ा गुरुद्वारा, मेरठ के जसवीर सिंह ने सपा से ताल्लुक रखने वाले सभी सिख नेताओं का अधिकारियों के सामने ही खुलेआम विरोध किया। उन्होंने आरोप लगाया कि ये राजनीति कर रहे हैं। ये सभी सिख विरोधी हैं। गुरुद्वारा की जमीन पर अवैध दुकानें खोलकर मलाई काट रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों के सामने ही वार्ता का बहिष्कार कर दिया।

जेल में कुलदीप से मुलाकात

वहीं कुलदीप से मिलने का सिलसिला जारी है। बुधवार को भाजपा के कैंट विधायक सत्य प्रकाश अग्रवाल समेत सिख समुदाय के कई लोगों ने कुलदीप से जिला जेल में मुलाकात की। उन्होंने भरोसा दिलाया कि वे कुलदीप के साथ हैं। हर संभव कोशिश कर उन्हें तुरंत बेल दिलाई जाएगी और आरोपी पुलिस पर कार्रवाई की जाएगी।

सारी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए सबसे पहले कुलदीप के खिलाफ लगे 307 धारा हटाने के निर्देश दिए हैं। अभी जांच चल रही है और कार्रवाई हो सकती है। अब कुलदीप को लेकर बेल के लिए अप्लाई किया जा सकता है।

- डीसी दूबे, एसएसपी मेरठ

11 सदस्यीय जांच टीम बनी

कारागार मंत्री बलवंत सिंह रामूवालिया ने बताया कि इस प्रकरण में उन्होंने 11 लोगों की टीम गठित की है। ये टीम घटना को लेकर रिपोर्ट देगी। साथ ही एसएसपी से भी संपर्क करने का निर्देश दिया गया है। कारागार मंत्री ने कहा कि ये कमेटी पता करेगी कि दोष किसका है। साथ ही टकराव पैदा करने की जगह मामले को निपटाने पर जोर दिया जाएगा।

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मैच जीत जाना बड़ी चीज है, लेकिन जीत हासिल करना उससे भी बड़ी जीत है। सभी लोगों से अपील है कि वे शांति व्यवस्था बनाए रखे और कानून का पालन करें।

-बलवंत सिंह रामूवालिया, कारागार मंत्री।