-फॉगिग की स्माल डोज मच्छरों पर बेअसर

-शहर में बुखार बना महामारी, नगर निगम की कागजी फॉगिंग

Meerut। एक ओर शहर जहां मच्छर जनित बुखार की चपेट में हैं, वहीं नगर निगम द्वारा कराई जा रही फॉगिंग की स्माल डोज मच्छरों पर बेअसर साबित हो रही है। चौंकाने वाली बात तो यह है कि डेंगू प्रभावित क्षेत्रों के लिए फॉगिंग का निगम के पास न तो कई प्लान है और न ही पुख्ता इंतजाम। ऐसे में इन क्षेत्रों में बुखार का प्रकोप लगाता बढ़ता जा रहा है।

नगर निगम की कागजी फॉगिंग

दरअसल, बरसात का मौसम आते ही नगर निगम शहर में फॉगिंग को लेकर एक डिपो वाइज क्षेत्रों की एक लिस्ट बनाता है। हालांकि सालों से निगम द्वारा बनाई गई इस सूची में कोई फेरबदल नहीं हो पाया। इन क्षेत्रों में निगम छोटी मशीनों द्वारा फॉगिंग की औपचारिकताएं निभा कर अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ लेता है, जबकि अधिकांश मामलों में यह फॉगिंग धरातल पर कम दिखकर फाइलों में ही मच्छर उड़ता नजर आता है।

प्रभावित क्षेत्रों में नहीं कोई प्लान

यहां हैरान करने वाली बात यह है कि नगर निगम की ओर से डेंगू और चिकनगुनिया प्रभावित इलाकों की न तो कोई सुध ली गई है औन न कोई प्लान तैयार किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की मानें तो डेंगू प्रभावित क्षेत्रों की सूची बनाकर नगर निगम को भेज दी गई थी, बावजूद इसके यहां फॉगिंग नहीं कराई गई। विभाग की मानें तो डेंगू प्रभावित क्षेत्र के लिए एक स्पेशल प्लान तैयार कर यहां अभियान चलाए जाने की जरूरत पर जोर दिया गया था।

ये हैं प्रभावित क्षेत्र

मेडिकल, भद्दा, जाग्रति विहार, जेल चुंगी, गढ़ रोड, कायस भद्दा, जेल चुंगी, किना नगर, मेघराजपुर, मुरलीपुर, औरंगाबाद, रजपुरा, हसनपुर, जयभीम नगर, कलियागढ़ी, ललियाना, नई बस्ती, शास्त्रीनगर व आलमपुर आदि।

बॉक्स

डेंगू 81 और चिकनगुनिया के 260 मरीज

मेरठ। शहर में बुखार के मरीजों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को डेंगू के 8 और चिकनगुनिया के 20 नए केस सामने आए, जिसके बाद डेंगू के कुल मरीजों की संख्या 81 और चिकनगुनिया के अब तक 260 मरीज दर्ज किए गए।

नगर निगम को समय रहते पत्र लिख दिया गया था। ऐसे में निगम की ओर से प्रभावित क्षेत्रों के लिए एक्शन प्लान बनाने की जरूरत थी। वहीं अन्य क्षेत्रों में की जा रही फॉगिंग की स्मॉल डोज मच्छरों को अधिक संवेदनशील बना रही है।

-डॉ। योगेश सारस्वत, जिला मलेरिया अधिकारी