मेरठ (ब्यूरो)। सोहराबगेट बस डिपो को पीपीपी यानि पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत एयरपोर्ट के तर्ज पर विकसित किया जाएगा। यानि की सोहराबगेट एक मॉडल बस डिपो में गिना जाएगा। हालांकि दो साल पहले भी यह कवायद की गई थी लेकिन योजना कागजों तक सीमित रह गई थी देखना यह है कि इस बार यह कवायद कितनी सफल हो पाएगी।

मिलेगी वीआईपी सुविधाएं
गौरतलब है कि हाल ही में यूपी कैबिनेट की बैठक में प्रदेश के 23 बस अड्डों को पीपीपी मॉडल पर विकसित करने का प्रस्ताव पास हुआ है, जिसमें सोहराब गेट अड्डा भी शामिल है। हालांकि सोहराबगेट बस डिपो को पीपीपी के तर्ज पर विकसित करने की कवायद पिछले करीब चार साल से जारी है। लेकिन हर साल योजना फाइलों तक सीमित रही। ऐसे में इसबार फिर बस डिपो का हाल सुधारने की कवायद शुरु हो गई है। यह योजना पूरी तरह परवान चढ़ी तो सोहराबगेट पर यात्रियों को शॉपिंग मॉल, रेस्टोरेंट, होटल, मल्टीप्लेक्स की सुविधाएं मिलेगी। वहीं सुरक्षा के लिए पूरे बस डिपो पर जगह-जगह सीसीटीवी, वेटिंग रूम, डिस्पले स्क्रीन आदि लगेंगे।

दो मंजिला होगा बस डिपो
बस अडडे का रूप सुधारने के लिए रोडवेज के आला अधिकारियों ने बस डिपो का सर्वे शुरु कर दिया है। रोडवेज के रिकॉर्ड के अनुसार सोहराब गेट बस अड्डा का क्षेत्रफल 17830 वर्गमीटर है। इस भूमि की कीमत सर्किल रेट से 128.37 करोड़ रुपये बताई जा रही है। अभी तक की योजना के तहत सबसे पहले बस डिपो की जर्जर मुख्य बिल्डिंग की स्थिति सुधारी जाएगी। इसके लिए सोहराब गेट अड्डे पर दो मंजिला इमारत बनेगी। ऊपरी मंजिल पर कार्यालय बनेगा और नीचे बसों का संचालन किया जाएगा। ग्राउंड फ्लोर पर यात्रियों की सुविधा और मनोरंजन के इंतजाम किए जाएंगे। इसके साथ ही बस डिपो पर मल्टीप्लेक्स का निर्माण किया जाएगा, जहां न सिर्फ यात्री बल्कि शहरवासी भी फिल्म का मजा ले सकेंगे।

कैबिनेट की बैठक में सोहराबगेट का नाम स्वीकृत होने के बाद इसके निर्माण के लिए बजट का इंतजार है। सर्वे कर निर्माण के लिए पूरी कार्ययोजना मुख्यालय भेजी जाएगी।
केके शर्मा, आरएम