- प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने साधा अखिलेश सरकार पर निशाना

- यूपी में लचर कानून व्यवस्था के कारण लोगों का जीना दुश्वार

Meerut। विजय शंखनाद रैली में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यूपी के विकास को अखिलेश सरकार और बीएसपी की सरकार ने ग्रहण लगा दिया है। हालत यह है कि सपा और बसपा की जुगलबंदी ने उत्तरप्रदेश के विकास को रसातल में ला दिया है।

सपा के विघटन पर निशाना

मुलायम परिवार के टकराव पर केशव प्रसाद मौर्य ने सीधे अखिलेश यादव पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जो बेटा अपने बाप का नहीं हुआ वो उत्तरप्रदेश का क्या होगा। उन्होंने कहा कि अब लोग यही कह रहे हैं कि अखिलेश, राहुल संघर्ष करो हम मोदी जी के साथ हैं। उन्होंने कहा कि सूबे से गुंडागर्दी, दबंगई को दूर करने के लिए यूपी में बीजेपी की सरकार जरूरी है। उन्होंने कहा कि अखिलेश ने सीएम और पार्टी अध्यक्ष रहते हुए पार्टी कार्यालय पर ही कब्जा कर लिया। वो कैसे सूबे में अवैध कब्जे से मुक्त करा सकते हैं।

कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल

प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने सपा सरकार की कानून व्यवस्था पर तंज कसते हुए कहा कि सपा सरकार में अवैध कब्जे हो रहे हैं। और सीएम अखिलेश यादव को उनकी फ्रिक नहीं है। उन्होंने कहा कि यूपी को बर्बाद करने वाले सपा और बसपा को यूपी से उखाड़ फेंके। उन्होंने मेरठ का जिक्र करते हुए कहा कि शहर में भगवान भरोसे कानून व्यवस्था है। बीते दिनों व्यापारी पर हमले से उसकी मौत हो जाती है। लेकिन पुलिस आज तक हमलावर को पकड़ नहीं सकी।

मायावती पर कसा तंज

रैली को संबोधित करते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि बसपा कानून व्यवस्था सुधारने की बात करती है। मायावती भी कई रैलियों में कहती है कि वे कानून व्यवस्था को सुधारेंगे। उन्होंने कहा कि क्या वे मुख्तार अंसारी को पार्टी ज्वाइन कराकर कानून व्यवस्था को सुधारेंगी। उन्होंने कहा कि यूपी में बीजेपी की सरकार आने पर ही विकास का नया पैमाना तय होगा।

लड़खड़ा गई जुबान

संबोधन के दौरान प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य की जुबान लड़खड़ा गई। दरअसल, वे लोगों को 11 फरवरी को मतदान करने की अपील कर रहे थे। लेकिन उच्चारण में गेरह समझ में आ रहा था। उन्हें टोकते हुए प्रदेश महामंत्री स्वतंत्र देव ने सुधारने के लिए कहा। हालांकि बात में केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि वे 11 फरवरी ही बोल रहे हैं।